'अब तुझे ठोकना है, बच सके तो बच ले...', मुख्तार अंसारी की मौत के बाद जेलर को मिली धमकी

'अब तुझे ठोकना है, बच सके तो बच ले...', मुख्तार अंसारी की मौत के बाद जेलर को मिली धमकी

Banda Jailer Threatened

Banda Jailer Threatened

Banda Jailer Threatened: माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बांदा जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा को जान से मारने की धमकी दी गई. ये धमकी मुख्तार की मौत के कुछ घंटे बाद ही दी गई थी. 29 मार्च की देर रात करीब डेढ़ बजे जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा के CUG नंबर पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया और जान से मारने की धमकी दी. हालांकि उस समय वीरेश राज शर्मा ने हालात को देखते हुए इसकी शिकायत नहीं की. आज सोमवार को उन्होंने तहरीर देकर नगर कोतवाली पुलिस ने को मामले की जानकारी दी. जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया और जांच में जुट गई.

बांदा नगर कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि 29 मार्च 2024 को देर रात्रि एक बजकर 37 मिनट पर किसी अज्ञात व्यक्ति का मेरे CUG नंबर पर फोन आया था. उसने मुझे धमकी देते हुए कहा था कि, “अब तुझे ठोकना है, बच सके तो बच ले.” वीरेज राज शर्मा ने बताया कि 14 सेकंड की बातचीत में उसने यह धमकी दी. जब तक मैं कुछ बोलता, उसने फोन कट कर दिया.

कार्डियक अरेस्ट से मुख्तार अंसारी की मौत

बता दें कि पिछले महीने 28 मार्च को बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी अचानक बहोश होकर गिर पड़ा. आनन-फानन में जेल टीम उसे एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंची. मेडिकल कॉलेज में जांच के बाद डॉक्टरों ने मुख्तार अंसारी को मृत घोषित कर दिया. डॉक्टरों ने कहा था कि कार्डियक अरेस्ट के कारण मुख्तार की मौत हुई है. मुख्तार की मौत के बाद यूपी के सियासी हलके में हड़कंप मच गया था, क्योंकि मुख्तार अंसारी माफिया डॉन होने के साथ-साथ पांच बार का विधायक भी था.

गाजीपुर में दफनाया गया मुख्तार अंसारी का शव

मुख्तार अंसारी की मौत के दूसरे दिन 29 मार्च को शाम तक बांदा मेडिकल कॉलेज में उसका पोस्टमार्टम किया गया. पोस्टमार्टम के बाद उसके बेटे उमर अंसारी को डेडबॉडी सुपुर्द की गई. कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के साथ डेडबॉडी को मुख्तार के गृह जिले गाजीपुर रवाना किया गया. 30 मार्च को मुख्तार अंसारी के पैतृक आवास के पास कालीबाग कब्रिस्तान में उसको सुपुर्द-ए-खाक किया गया.

मुख्तार अंसारी के परिजनों ने बताई साजिश

बता दें कि मुख्तार अंसारी के परिजनों ने मुख्तार की मौत के पीछे गहरी साजिश बताई. उनका कहना था कि कई दिनों से बांदा जेल में मुख्तार अंसारी को खाने में स्लो पॉइजन दिया जा रहा था. इसकी शिकायत भी उन्होंने बाराबंकी कोर्ट में वकील के माध्यम से एक प्रार्थना पत्र देकर की थी. शिकायत के कुछ दिन बाद ही मुख्तार बीमार हो गया था, जिसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, लेकिन 16 घंटे बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया. दूसरे दिन कार्डियक अरेस्ट से मुख्तार अंसारी की मौत हो गई.

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