गोबर से चलता है ये Tractor, जान कर हो गए हैरान, तो आइए जानते है इसके क्या है खास फीचर्स
- By Sheena --
- Saturday, 07 Jan, 2023
This tractor runs on cow dung surprised to know so let's know what are its special features.
Technology World : गाड़िया पेर्ट्रोल - डीज़ल से चलती है ये तो सभी जानते ही थे , टेक्नोलॉजी की मदद से मोटर साईकल, गाड़िया, साईकल और और ऑटो रिक्शा भी इलेक्ट्रॉनिक आने लग गए जिससे लोगो को को पेट्रोल और डीज़ल से काफी हद तक छूटकर मिल रहा है। Technology के नज़रिए से देखे तो दुनिया में वैज्ञानिकों ने काफी दुनिया को काफी अविष्कार भी प्रधान किए है जिससे ट्रांसपोर्ट में बहुत तरक्की देखी गई है। आपको बतादें कि इस बार फिरसे वैज्ञानिकों ने एक और चमतकार कर दिखाया है जिसे देख सभी हैरान हो रहे है। जी हां, ब्रिटेन की एक कंपनी ने अनोखा आविष्कार किया है। उन्होंने एक ऐसा ट्रैक्टर उतारा है जो पूरी तरह गाय के गोबर से चलता है और तो और दुनियाभर के वैज्ञानिक इसे बड़ी आशा भरी नजरों से देख रहे हैं, क्योंकि वह मान रहे हैं क्लाइमेट चेंज के संकट से निपटने में यह काफी मददगार हो सकता है, क्योंकि इससे प्रदूषण बिल्कुल नहीं फैलता। तो आइए जानते है इसके क्या क्या है फायदे।
बायोमीथेन इस्तेमाल से चलेगा ट्रेक्टर
वैज्ञानिकों के इस नए अविष्कार से खेती करने वालो को बहुत ज्यादा फायदा होने वाला है उसका कारण यह है कि ये ट्रेक्टर डीज़ल से नई बल्कि गोबर से चलेगा और इसे चलाने के लिए गाय के खाद को एक चैंबर में रखा जाता है और फिर उससे बायोमीथेन (Biomethane) बनाया बनाया जाएगा। इसके लिए ट्रैक्टर के पीछे एक बड़ा सा टैंक लगाया गया है। इसका क्रायोजेनिक ईंधन टैंक (Cryogenic Fuel Tank) जो कि 162 डिग्री सेल्सियस पर मीथेन को तरल के रूप में रखता है जिससे वाहन को डीजल तेल जितनी शक्ति मिलती है लेकिन महत्वपूर्ण उत्सर्जन बचत के साथ। बीते दिनों जब पायलट रन के द्वारा इसकी क्षमता देखी गई और इसे चला कर देख गया तो पता चला कि कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को केवल एक वर्ष में 2500 टन से घटाकर 500 टन कर देता है। वैज्ञानिक इसे चमत्कार मान रहे हैं। फ़िलहाल के लिए वैज्ञानिक इसे कई चुनौतिओं के लिए भी टेस्ट कर रहे है पर लोग इससे बहुत ज्यादा खुश है क्योंकि इसके आने से प्रधूषण कम होगा।
जलवायु परिवर्तन से कर सकेगा मुकाबला
ब्रिटेन की कंपनी के Scientist के कहना है कि इस अविष्कार से Eco Freindly Environment रहेगा और इसकी वातावरण से बड़ी मात्रा में मीथेन को हटाकर जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लायक त्यार किया गया है। मीथेन में वायुमंडल को गर्म करने की क्षमता कार्बन डाइऑक्साइड (carbon dioxide) के मुकाबले 80 गुना से अधिक होती है, इसलिए इसे हटाकर और इसे अच्छे उपयोग में लाकर हम ग्लोबल वार्मिंग से तेजी से निपटने में मदद कर सकते हैं। इसके साथ ही आपको बतादें कि ग्रामीण इलाकों में इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
ट्रेक्टर को चलने के लिए कितने गोबर की है जरूरत
इस ट्रेक्टर को चलने के लिए 100 गायों का झुंड प्रति वर्ष तीन टन कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर मीथेन गैस का उत्पादन करता है मीथेन सबसे शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैसों में से एक है, जो कार्बन डाइऑक्साइड की समान मात्रा की तुलना में 30 गुना अधिक गर्मी पैदा करती है. इतना नही नहीं, 150 गायों का फार्म प्रति वर्ष 140 घरों के कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को संतुलित करेगा। कुल 50 किलोग्राम बायोमीथेन रखने वाले 9 टैंकों में ईंधन गैस एकत्र की जाती है। इससे ट्रैक्टर सामान्य परिचालन स्थितियों में लगभग आधे दिन काम कर सकता है।
जीरो बजट से होगी खेती
कंपनी अध्यक्ष, मार्क डड्रिज ने कहा है कि ‘बायोमीथेन में बड़ी क्षमता है। यदि हम उत्सर्जन को कम करते हुए बढ़ती लागत और अस्थिर ऊर्जा की कीमतों के मुकाबले अपने कृषि उद्योग को ऊर्जा-स्वतंत्र बना सकते हैं, तो हम ग्रामीण समुदायों के लिए एक बड़ा आर्थिक प्रोत्साहन प्रदान कर सकते हैं। वाहन के डीजल-संचालित संस्करणों की तुलना में, गैस आपूर्ति के उपयोग के कारण निकास गैस में हानिकारक घटकों का उत्सर्जन लगभग 80% कम हो जाता है। स्पार्क-इग्निशन इंजन का उपयोग करने से निकास गैस का उपचार भी सरल हो गया। एग्जॉस्ट सिस्टम में थ्री-वे कैटेलिटिक कन्वर्टर शामिल है जो यह सुनिश्चित करता है कि एग्जॉस्ट गैस Tier 4B एमिशन स्टैंडर्ड का अनुपालन करती है। ट्रैक्टर को चलाने के लिए बायोमीथेन का उपयोग वस्तुतः कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को समाप्त करता है, और पारंपरिक ईंधन की तुलना में CO2 का उत्सर्जन 25 से 40% तक कम हो जाता है। यह जीरो बजट खेती की ओर बढ़ने जैसा होगा।