ईडी रेड पर जबरदस्त घमासान, चुनाव आयोग से मिले कांग्रेस नेता
ईडी रेड पर जबरदस्त घमासान, चुनाव आयोग से मिले कांग्रेस नेता
चुनाव की हार देखकर इस तरह के हथकंडे अपना रहे हैं
-आरोपों की राजनीति कर रही भाजपा व आप
चंडीगढ़, 20 जनवरी (साजन शर्मा)
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भानजे पर केंद्र की भाजपा सरकार की ओर से डाली गई ईडी रेड का मामला चुनाव आयोग तक पहुंच गया है। रेड को लेकर चुनाव आयोग के सामने कांग्रेस नेताओं ने अपनी आपत्ति दर्ज करवाई और कहा कि भाजपा व आप घटिया हथकंडे अपनाकर कांग्रेस व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी को बदनाम करने की साजिश रच रही है क्योंकि चुनाव की हार सामने है। पीएम नरेंद्र मोदी व दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल तो इसमें माहिर रहे हैं।
कांग्रेस की ओर से वरिष्ठ नेता व वकील अभिषेक मनु सिंघवी, पार्टी के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला व विधानसभा चुनावों में पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी ने चुनाव आयोग के समक्ष इस मुद्दे को उठाया और तुरंत इस पर संज्ञान लेने को कहा। चुनाव आयोग से कहा गया कि केंद्र सरकार पंजाब में विधानसभा चुनावों के मद्देनजर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को बदनाम करने और पीएम की विजिट के दौरान हुए प्रकरण का बदला लेने के चलते ईडी के जरिये खेल रही है। अप्रत्यक्ष तौर पर उनके भानजे को निशाना बनाकर सीएम पर रेत के खनन को लेकर शिकंजा कसा जा रहा है। चीफ इलेक्शन कमीशनर को लिखे पत्र में कहा गया है कि सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के रिश्तेदार पर ईडी की यह रेड राजनीति से प्रेरित है ताकि चन्नी व कांग्रेस सरकार की छवि को खराब किया जा सके। कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि तुरंत प्रभाव से वित्त मंत्रालय व इनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट के अधिकारियों व अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों को इस बदलाखोरी की कार्रवाई को रोकने का निर्देश दिया जाए। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि चुनाव से पहले इस तरह की रेड इलेक्शन कमीशन के निर्देशों व चुनाव के दौरान मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट का सरासर उल्लंघन है। कांग्रेस नेताओं ने इस संदर्भ में वर्ष 2019 का इलेक्शन कमीशन का वह सर्कुलर भी लगाया जिसमें यह बात उजागर की गई है।
पूरे प्रकरण की बैकराउंड दी गई
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला की तरफ से खनन मामले की बैकराउंड भी दी गई जिसमें कहा गया कि 7 मार्च 2018 को राहोन पुलिस स्टेशन जो शहीद भगत सिंह नगर के अंतर्गत आता है में 34 लोगों के खिलाफ माइंस व मिनरल एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। इस एफआईआर में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के परिवार से किसी का भी नाम नहीं था। 10 जनवरी 2019 को इस मामले में चार्जशीट दायर की गई। यहां भी मुख्यमंत्री के किसी रिश्तेदार का नाम नहीं था। एफआईआर में आरोपी कुदरत दीप सिंह के खिलाफ था जो भूपिंदर सिंह हन्नी का जानकार बताया जा रहा है। यानि केंद्र की भाजपा सरकार ने ईडी के जरिये एक फर्जी मामला तैयार किया और कुदरत दीप सिंह पर सीएम के भानजे भूपिंदर सिंह (साली के पुत्र)को मनी लांड्रिंग करने के आरोप लगाए। भाजपा व उसके सहयोगियों को ईडी के इस तैयार किये जा रहे फर्जी केस से चुनाव में लाभ मिलता है क्योंकि पंजाब चुनावों में भाजपा व सहयोगी पूरी तरह हाशिये पर हैं। सरकारी मशीनरी का यह सरासर दुरुपयोग है। रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि विधानसभा चुनावों से ऐन पहले क्या ईडी या केंद्रीय एजेंसियों को यह रेड ध्यान आई? साढ़े चार साल तक एजेंसियां चुपचाप क्यों बैठी रही?