There is no place for honest officers in GMCH Sector 32 Hospital Chandigarh

जीएमसीएच सेक्टर 32 अस्पताल चंडीगढ़ में नहीं है ईमानदार अधिकारियों के लिए कोई जगह: ईमानदारी से करोगे काम तो मिलेगा तबादला

There is no place for honest officers in GMCH Sector 32 Hospital Chandigarh

There is no place for honest officers in GMCH Sector 32 Hospital Chandigarh

There is no place for honest officers in GMCH Sector 32 Hospital Chandigarh- चंडीगढ़ (साजन शर्मा) चंडीगढ़ में जहां दिन प्रतिदिन भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है। इसका एक मुख्य कारण यह है कि अगर चंडीगढ़ में कोई ईमानदार अधिकारी ईमानदारी से अपने काम को अंजाम देना चाहे तो उसको उस विभाग में सभी रूलों एवं नियमों को ताक पर रखकर काम करना पड़ता है। सालों से एक ही सीट पर बैठे चंद भ्रष्टाचारी अधिकारी काम नहीं करने देते और ऐसे ईमानदार अधिकारियों को भी शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। ताजा मामला जीएमसीएच सेक्टर 32 अस्पताल से सामने आया है।

यूटी चंडीगढ़ सुबोर्डिनेट सर्विसेज फेडरेशन चेयरमैन हरबंस सिंह एवं अध्यक्ष रणजीत मिश्रा ने कल जीएमसीएच सेक्टर 32 अस्पताल के जॉइंट डायरेक्टर प्रशासन (जेडीए) एचसीएस शंभू राठी के हुए तबादले को लेकर सवाल उठाए हैं। इनका कहना है कि जीएमसीएच सेक्टर 32 अस्पताल में कुछ अधिकारी सभी नियमों को ताक पर रखकर कई कई सालों से एक ही सीट पर बैठे हैं। जब भी कोई ईमानदार अधिकारी आकर ईमानदारी से वहां काम करना चाहता है तो उस अधिकारी की झूठी शिकायत एवं राजनीतिक दबाव डालकर उस अधिकारी का या तो तबादला करा दिया जाता है या फिर उस अधिकारी को भ्रष्टाचार करने के लिए मजबूर किया जाता है।

एचसीएस शंभू राठी को लगभग 3 महीने पहले जीएमसीएच सेक्टर 32 अस्पताल में बतौर जॉइंट डायरेक्टर प्रशासन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जब एचसीएस शंभू राठी ने अस्पताल में पुराना रिकॉर्ड चेक किया तो बहुत सी खामियां उन्होंने पाई और इस दौरान ही एक भ्रष्टाचार एजेंसी जिसको वार्ड अटेंडेंट वर्करों का ठेका अस्पताल में चलाने के लिए दिया गया था उसको ब्लैक लिस्ट किया। इसके साथ ही कुछ पुरानी फाइलें खोली गई थी जिसमें बहुत बड़े घोटाले सामने आ सकते थे और इन घोटालों में अस्पताल के कई बड़े अधिकारी भी बेनकाब हो सकते थे लेकिन उससे पहले ही एचसीएस शंभू राठी का तबादला किसी दूसरे विभाग में कर दिया गया।

यूटी चंडीगढ़ सुबोर्डिनेट सर्विसेज फेडरेशन ने इसकी घोर निंदा की है और जल्द ही पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित को इस संबंधित शिकायत भेजने का फैसला किया है जिसमें मांग की जाएगी कि जीएमसीएच में सभी नियमों को तक पर रखकर एक ही सीट पर कई कई सालों से बैठे अधिकारियों की जांच पड़ताल करें एवं इनकी संपत्ति की भी विजिलेंस जांच करवाई जाए। एचसीएस शंभू राठी को दोबारा बतौर ज्वाइंट डायरेक्टर की जिम्मेदारी जीएमसीएच में सौंपी जाए ताकि भ्रष्टाचारी बेनकाब हो सकें।