अलकनंदा नदी में थार कार गिरने से पांच लोगों की मौत से फ़रीदाबाद के सैनिक कॉलोनी में गम का माहौल

Thar Car fell into the Alaknanda River
फ़रीदाबाद। दयाराम वशिष्ठ: Thar Car fell into the Alaknanda River: ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर गांव भल्ले के पास शनिवार सुबह अलकनंदा नदी में थार कार के गिरने से सुनील गुसाईं समेत उनके परिवार के पांच लोगों की मौत से फरीदाबाद के सैनिक कॉलोनी में गम का माहौल है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्हें हादसे की जानकारी शनिवार दोपहर मिली। जानकारी पाते ही आसपास के लोग उनके घर पर पहुंचे। लेकिन उनके घर पर ताला लगा था। पड़ोसी कुलदीप जाखर ने बताया कि 44 वर्षीय सुनील गोसाईं करीब दस साल से सैनिक कॉलोनी के एचीवर्स सोसाइटी में परिवार के साथ रहते थे। उनकी पत्नी मीना गुसाईं गृहणी थी। उनका 14 वर्षीय बेटा धौर्य सेक्टर-14 स्थित एक निजी स्कूल में 12वीं का छात्र था। छोटा बेटा 12 वर्षीय सुजल भी उसी स्कूल में 10वीं कक्षा में पढ़ता था। शुक्रवार रात करीब दस बजे सुनील गोसाईं पूरे परिवार के साथ उत्तराखंड के चमौली स्थित गांव गोचर के लिए थार कार से निकले थे। उनके साथ रूड़की निवासी साली अनीता अपने 16 वर्षीय बेटे आदित्य नेगी के साथ कार में सवार थी। पड़ोसी ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली कि ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर गांव भल्ले गांव के पास सुनील की कार करीब 300 मीटर गहरी खाई में गिर गई और अलकनंदा नदी में समा गई। इससे सुनील, उनकी पत्नी मीना, बेटे र्धार्य,सुजल और साली के बेटे आदित्य नेगी की मौके पर ही मौत हो गई। यह खब पाकर पूरे कॉलोनी में गम का माहौल हो गया। कॉलोनी लोग उनके घर पहुंचे,लेकिन घर पर ताला लगा था। देखा गया कि कॉलोनी के लोग दिनभर हादसे की चर्चा कर रहे थे। साथ ही कॉलोनी के लोगों द्वारा बनाए व्हाट्सऐप ग्रुप पर एक-दूसरे को संदेश भेजकर संवेदना व्यक्त कर रहे थे।
प्रॉपर्टी डीलर का काम करते थे सुनील
पड़ोसी कुलदीप जाखड़ ने बताया कि सुनील दो भाई हैं। उनका छोटा भाई जवाहर कॉलोनी में परिवार के साथ रहते हैं। सुनील प्रॉपर्टी डीलर का काम करते थे। उन्होंने नवरात्र पर ही थार कार खरीदी थी। उनकी कार पर मौजूदा समय में टैंपरेरी रजिस्ट्रेन नंबर ही था। सुनील काफी मिलनसार और हंसमुख व्यक्ति थे। उनका दोनों बेटा भी पढ़ाई के साथ खेल में भी काफी अच्छा था। सुनील सोसाइटी के विकास कार्य में हाथ बंटाते थे। किसी प्रकार के आयोजनों पर भी उनका पूरा सहयोग रहता था। वह जरूरतमंदों की भी काफी मदद करते थे।
सैनिक कालोनी की अचीवर्स सोसायटी में रहने वाले सुनील गोसाई के परिवार को एक दिन पहले तक खुशियों का माहौल था। क्योंकि पूरा परिवार चमौली जिले के नोटी गांव में शादी समारोह में शामिल होने के लिए जाने की तैयारी कर रहे थे। इसके लिए सभी ने खरीददारी भी की थी। फरीदाबाद से चमौली तक की उनकी यह सफर इसलिए भी खास था कि सुनील ने पहले नवरात्र को ही थार गाड़ी खरीदी थी। जिससे यह उत्तराखंड गए थे। लेकिन अगले ही दिन पूरा परिवार उजड़ गया। उत्तराखंड के बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर उनकी थार देव प्रयाग नदी में गिर गई। जिसमें परिवार के सभी सदस्यों की मौत हो गई थी।