भयंकर गर्मी में भी पंखा नहीं चलाने दिया, व्हाट्सऐप स्टेटस में मकानमालिक पर आरोप लगाकर फांसी पर झूला छात्र

भयंकर गर्मी में भी पंखा नहीं चलाने दिया, व्हाट्सऐप स्टेटस में मकानमालिक पर आरोप लगाकर फांसी पर झूला छात्र

Student Committed Suicide out of Tension

Student Committed Suicide out of Tension

Student Committed Suicide out of Tension: पॉलिटेक्निक करने आए 18 साल के छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. मृतक पॉलीटेक्निक से केमिकल इंजीनियरिंग का डिप्लोमा कर रहा था. कमरे में मिले सुसाइड नोट के मुताबिक वह मकान मालिक से विवाद होने से परेशान था. छात्र ने मरने से पहले स्टेटस लगाया था जिसमें उसने लिखा था कि मकान मालिक की टेंशन अब झेल नहीं पा रहा हूं और जिसकी वजह से पढ़ाई भी नहीं हो पा रही है.

मकान मालिक से विवाद के बाद इंजीनियरिंग के छात्र कुलदीप ने किराए के मकान में आत्महत्या कर ली है. मामला उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के जैदपुर थाना क्षेत्र के गांव बरैया का है. जहां मृतक छात्र लक्ष्मी नारायण नाम के शख्स के मकान में रूम किराए पर लेकर पढ़ाई कर रहा था. छात्र सीतापुर के गांव गोपालपुर का निवासी था. मृतक राजकीय पॉलिटेक्निक जुगुनिया डीह में केमिकल इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्स के फर्स्ट ईयर का छात्र था. शुक्रवार की सुबह उसका शव पंखे से लटका मिला.

पंखा चलाने को लेकर था विवाद

घटना की जानकारी मिलते ही परिजन रोते बिलखते जैदपुर थाना पहुंचे. परिजनों ने आत्महत्या के लिए उकसाने और परेशान करने का आरोप मकान मालिक पर लगाया है. परिजनों का आरोप है कि कुलदीप ने मरने से पहले स्टेटस लगया था, जिसमें उसने मकान मालिक पर परेशान करने के गंभीर आरोप लगाए थे. स्टेटस में उसने लिखा था कि मकान मालिक की टेंशन झेल नहीं पा रहा हूं. जिसकी वजह से पढ़ाई भी नहीं कर पा रहा हूं. परिजनों के मुताबिक मकान मालिक लक्ष्मी नारायण कमरे का पंखा नहीं चलाने देता था. इसके अलावा अन्य तरह से भी वह कुलदीप को परेशान करता था. घटना की जानकारी मिलते है मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

हॉस्टल न मिलने के चलते परेशान

वहीं कुलदीप के साथी छात्रों का आरोप है कि पॉलिटेक्निक के हॉस्टल में कमरा न मिलने के चलते छात्र किराए पर कमरा ले कर बाहर रह रहा था. जहां मकान मालिक छात्रों को तरह-तरह से परेशान करते हैं. छात्रों के लगाए गए आरोपों पर प्राचार्य का कहना है कि यह संस्था नई है और 2021 में ही शिफ्ट होकर दूसरी जगह आई है. कॉलेज में दो हॉस्टल का काम अधूरा पड़ा हुआ है. जिसकी वजह से छात्रों को बाहर रूम लेकर रहना पड़ता है. प्राचार्य ने बताया कि शासन और प्रशासन से लगातार बजट की मांग की जा रही है. जिससे की जल्द से जल्द हॉस्टल को बनाया जा सके. पुलिस अधिकारी अमित प्रताप सिंह का कहना है कि पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.