कंगुवा की कहानी रही उसके नाकामयाब होने का कारण, सूर्या की एक्टिंग देख खुश हुए लोग

कंगुवा की कहानी रही उसके नाकामयाब होने का कारण, सूर्या की एक्टिंग देख खुश हुए लोग

कंगुवा साल 2024 और साल 1070 की दो अलग-अलग दुनिया में लेकर जाती है।

 

Kanguva Review: साउथ इंडस्ट्री के सुपरस्टार सूर्या की फिल्म कांगुवा रिलीज हो चुकी हैं। इस फिल्म का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे थे जो अब सिनेमाघर में आ चुकी है। शिव द्वारा निर्देशित यह फिल्म आज सुबह दुनिया भर के सिनेमाघर में रिलीज हो गई, और इसके रिव्यूज भी काफी अच्छे नजर आ रहे हैं, ख़ासकर सूर्या की एक्टिंग ने लोगों का दिल जीत लिया है।

क्या है इसकी कहानी

 

यह कहानी गोवा में रहने वाले फ्रांसिस और एंजेला की है। फ्रांसिस की भूमिका में सूर्या नजर आएंगे तो वही एंजेला की भूमिका दिशा पाटनी अदा कर रहीं हैं। कंगुवा की कहानी पिछले जन्म में बनी फिल्मों की कहानी जैसी है। एक असाइनमेंट के दौरान अचानक फ्रांसिस और उसका दोस्त एक बच्चे से टकराता है और अपनी ही दुनिया में ढंग इस लड़के को देखकर फ्रांसिस को एक कनेक्शन महसूस होता है। इस कहानी को जानने और समझने के लिए इसे देखना आवश्यक है।

कैसी है यह फिल्म

 

कंगुवा साल 2024 और साल 1070 की दो अलग-अलग दुनिया में लेकर जाती है। विजुअल एक्सपीरियंस की बात करें तो कंगुवा के जरिए निर्देशन सेवा और सूर्या दोनों के द्वारा बड़े पर्दे पर पेश की गई यह दुनिया काफी अदभुद फिल्म है। इस फिल्म के फास्ट हाफ में इंटरवल से पहले का आधा घंटा थोड़ा बोरिंग सा है, लेकिन सेकंड हाफ में यह फिल्म काफी दिलचस्प नजर आती है। कंगुवा जैसे फिल्म में फ्लैशबैक और प्रजेंट का सही तालमेल होना बहुत जरूरी है और वह कांगो में बखूबी निभाया गया है।

फिल्म की कहानी आई कमज़ोर नज़र

कंगुवा की कहानी बयां करने का तरीका काफी शानदार था, लेकिन उसकी कहानी ही इस फिल्म की सबसे बड़ी कमजोरी रही l शुरुआत से लेकर अंत तक इस फिल्म की कहानी बाकी पैन इंडिया फिल्मों की तरह क्लाइमेक्स में कोई शॉपिंग ट्विस्ट नजर नहीं आया। इस फिल्म में शॉकिंग सरप्राइज, इमोशंस सब कुछ है, लेकिन इसका श्रेय कहानी को नहीं बल्कि एक्टर्स की एक्टिंग और शिव के स्टोरी टेलिंग के टैलेंट को जाता है।

सूर्या ने कर दिया कमाल

2 घंटे 32 मिनट की इस फिल्म में कहानी और बाकी सभी चीजों को छोड़ दिया जाए तो केवल सूर्या की एक्टिंग ही नजर आती है। इस फिल्म में सूर्या ने एक तरफ तो अपने एक्सप्रेशन से कांगुवां का राउडी रूप और अग्रेशन दिखाई तो दूसरे ही पल वह फ्रांसिस के रूप में एक पूरी तरह अलग व्यक्तित्व बनकर सामने आए। बॉबी देओल ने भी इस फिल्म में अपनी भूमिका को न्याय दिया लेकिन यह सूर्य की फिल्म है, और पूरी फिल्म में उनसे नजर ही नहीं हटती। बॉबी देओल ने भी काफी अच्छी एक्टिंग की है लेकिन सूर्य के आगे कहीं फीके नजर आते हैं।