राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक की एसआईयू ने ईसपुर कृषि सेवा सोसायटी में हुए गोलमाल को लेकर पूर्व सचिव को गिरफ्तार किया है।

राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक की एसआईयू ने ईसपुर कृषि सेवा सोसायटी में हुए गोलमाल को लेकर पूर्व सचिव को गिरफ्तार किया है।

राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक  की एसआईयू ने ईसपुर कृषि सेवा सोसायटी में हुए गोलमाल को लेकर पूर्व सचिव को गिरफ्तार किया है।

राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक की एसआईयू ने ईसपुर कृषि सेवा सोसायटी में हुए गोलमाल को लेकर पूर्

ऊना,अग्रवाल 
राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक  की एसआईयू ने ईसपुर कृषि सेवा सोसायटी में हुए गोलमाल को लेकर पूर्व सचिव को गिरफ्तार किया है। आरोपी के बेटे को पहले ही मामले में गिरफ्तार किया जा चुका है। एसआईयू इस मामले में जांच न पड़ताल कर रही है। आरोपी तिलक राज (70) निवासी ईसपुर तहसील हरोली जिला ऊना गोलमाल में संदिग्ध था और उसके लिखावट नमूने लिए गए थे। इन्हें जांच के लिए एसएफएसएल जुन्गा भेजा गया था। लैब रिपोर्ट के परिणामों से मामले में आरोपी तिलक राज की संलिप्तता का पता चला। आरोपी अपने बेटे के सोसायटी सचिव के रूप में कार्यभार संभालने से पहले ईसपुर कृषि सेवा सोसायटी का सचिव रहा है। एसएफएसएल जुन्गा से प्राप्त नमूना हस्तलेखन के परिणामों में सामने आया है कि उसने ऋण के झूठे प्रो नोट लिखे हैं। इसके अलावा उसने 4.15 लाख रुपये के ऋण के आगे 8 लिखकर 84.15 लाख कर दिया है।
आरोपी मामले की जांच में शामिल था, लेकिन उसने सहयोग नहीं किया और इस बारे में सच्चाई नहीं बताई कि उसने गबन का पैसा कहां रखा है। मामले की जांच राज्य सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो शिमला की एसआईयू कर रही है। आरोपी तिलक राज की गिरफ्तारी की पुष्टि स्थानीय विजिलेंस डीएसपी अनिल मेहता ने की है। बता दें कि सात अक्तूबर 2020 को सोसायटी में हुए गोलमाल को लेकर एफआईआर दर्ज की गई थी। सचिव पर नियमों को दरकिनार कर सीमा से अधिक से ऋण बांटने का आरोप है। सोसायटी से 60 लाख, 80 लाख, 95 लाख जैसे भारी-भरकम लोन अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के नाम से निकालकर सोसायटी के खाताधारकों के पैसे का गबन का आरोप है। इस तरह करीब 11 करोड़ से ज्यादा ऋण बांटे गए थे।