सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पकडे गए शूटरों ने अब किया ये बड़ा खुलासा
सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में पकडे गए शूटरों ने अब किया ये बड़ा खुलासा
नई दिल्ली। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में गिरफ्तार शूटरों से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल पूछताछ कर रही है। इस पूछताछ में नित नए चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक अब तक की पूछताछ में एक नई सनसनीखेज जानकारी सामने आई है। शूटरों ने बताया कि वो मूसेवाला की हत्या उनके घर में घुसकर करने वाले थे। मगर इसी बीच वो अपनी थार में अकेले बिना सुरक्षाकर्मियों के मिल गए और टारगेट का काम तमाम किया गया।
मूसेवाला के घर में कैसे घुसते का जवाब भी पुलिस को मिल चुका है? पूछताछ में शूटरों ने बताया कि वो मूसेवाला के घर में घुसने के लिए पुलिस की वर्दी का इस्तेमाल करते जिससे उनको घर में आराम से इंट्री मिल जाती। दरअसल मूसेवाला को सुरक्षा मिली हुई थी, उनकी सुरक्षा में हमेशा 6 जवान मय असलहे के तैनात रहते थे ऐसे में शूटरों को उनको मार पाना आसान नहीं था। शूटरों को पुलिस की वर्दी पहनकर मूसेवाला की हत्या करने का आइडिया भी गोल्डी बराड़ ने ही दिया था।
गोल्डी के फौजी को ये टारगेट खत्म करने का जिम्मा दिया था, वो उसी हिसाब से इसको लीड कर रहा था। एक और बात सामने आई है कि प्रियव्रत उर्फ फौजी ही इस पूरी योजना को अमलीजामा पहनाने वाला था। उसकी बाडी भी अच्छी है, अच्छी कद काठी का होने की वजह से यदि वो पुलिस की वर्दी पहन लेता तो सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों को भी कोई शक सुबह नहीं होता। इस वजह से वो वर्दी में आसानी से घर में घुस जाते। मूसेवाला के घर की रेकी करने के बाद फौजी ने पंजाब पुलिस की वर्दी का भी इंतजाम कर लिया था और मौके की तलाश में लग गया था।
मूसेवाला की हत्या को अंजाम देने के लिए ये लोग 15 दिनों के दौरान 9 बार उनके घर की रेकी कर चुके थे। रेकी के दौरान शूटर्स मूसेवाला के बारे में अधिकतर जानकारी जुटा चुके थे। ये सब पता कर लिया गया था कि वो कब और कहां किसके साथ आते-जाते हैं। मूसेवाला से मिलने-मिलाने कौन-कौन आता जाता है इसकी भी जानकारी ले चुके थे। इन सबके बाद पुलिस की वर्दी पहनकर हत्या करने का प्लान फाइनल कर लिया गया था।
दिल्ली पुलिस फौजी तक कैसे पहुंची? के बारे में अधिकारी साफतौर पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है मगर ये बात सामने आ रही है कि प्रियव्रत के बारे में हरियाणा जेल में बंद एक बदमाश ने टिप दी थी। उसी टिप के आधार पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अपना जाल बिछाया और सर्विलांस की मदद से गुजरात के कच्छ तक पहुंच गई। वहां ये पकड़े गए।