बाबा महाकाल के समक्ष तीन साल की एकादशी का शिव तांडव स्तोत्र का पाठ छाया इंटरनेट पर
बाबा महाकाल के समक्ष तीन साल की एकादशी का शिव तांडव स्तोत्र का पाठ छाया इंटरनेट पर
–श्रीमहाकाल मंदिर के पुजारी दिनेश गुरुजी की है नातिन एकादशी
उज्जैन। इंटरनेट पर इन दिनों एक प्ले स्कूल में पढ़ने वाली बच्ची का वीडियो धूम मचा रहा है, जहां बच्ची महाकाल मंदिर में शिव तांडव स्तोत्र गाया है।
इस नन्ही सी बालिका की उम्र अभी सिर्फ साड़े तीन वर्ष है लेकिन इतनी कम उम्र में ही इस बालिका ने न सिर्फ शिव तांडव स्तोत्र बल्कि महिषासुर मर्दिनी के मंत्रो को कंठस्थ कर लिया है, जिन्हें याद करना बड़े बड़ों के बस की बात नही है। यह बालिका भगवान के पूजन अर्चन के साथ ही नहाते समय और खेलते समय गुनगुनाती नजर आती है।
उज्जैन के पानदरीबा क्षेत्र में रहने वाली एकादशी शर्मा की उम्र वैसे तो काफी कम है लेकिन छोटी सी उम्र मे ही जिस तरीके से एकादशी शिवतांडव स्तोत्र व महिषासुर मर्दिनी के मंत्रों का जाप करती है तो हर कोई आश्चर्यचकित रह जाता है। एकादशी की माताजी श्रीमती समीक्षा शर्मा बताती है कि एकादशी में यह संस्कार उसके दादाजी विजयशंकर शर्माजी के माध्यम से आए हैं क्योंकि श्री शर्मा प्रतिदिन भगवान का पूजन अर्चन मंत्रोच्चार के साथ करते हैं जिससे एकादशी उन्हें देखकर मंत्रोच्चार तो सीखी ही साथ ही उसकी रूचि पूजन पाठ में भी बढ़ गई। दादाजी के साथ ही एकादशी के पिता अभिषेक शर्मा (बाला गुरु) महाकाल मंदिर के पुजारी हैं जिनके कारण भी एकादशी श्रावण मास के साथ ही महाकाल मंदिर में होने वाले हर पर्व और उत्सव में जरूर जाती है।
नाना परिवार भी है शिव भक्त..
उल्लेखनीय है कि एकादशी को अपने पिता के यहां पर ही नहीं, बल्कि नानाजी महाकाल मंदिर में विद्वान पुजारी दिनेश गुरुजी के निवास पर भी धर्म के ही संस्कार मिले, क्योंकि दिनेश गुरुजी भी महाकाल मंदिर के पुजारी हैं और उनके निवास पर भी भगवान शिव का अलौकिक मंदिर बना हुआ है। जब एकादशी नानाजी के परिवार से मिलने जाती है तब यहां भी उसे शिव तांडव स्तोत्र के साथ ही भगवान की पूजा अर्चना और मंत्र जाप देखने–सुनने को मिलते हैं।
उत्साह के साथ सीखती है पूजन व मंत्र..
समीक्षा शर्मा बताती है कि एकादशी की पूजन पाठ और मंत्र सीखने के प्रति इतनी अधिक रूचि हो चुकी है कि उसे जो भी सीखाया जाता है वह उसे उत्साह के साथ सीखती है। प्रतिदिन भगवान शिव को जल चढ़ाना, उनकी आरती पूजन मे शामिल होना और प्रत्येक एकादशी पर बाबा महाकाल के दर्शन करना उसके नियमों मे शामिल है।
अभी प्ले स्कूल में पढ़ती है एकादशी..
शिवतांडव स्तोत्र व महिषासुर मर्दिनी के मंत्रों का जाप करने वाली एकादशी वैसे अभी पानदरीबा के बक्षी बाजार के एक प्ले स्कूल में नर्सरी की ही छात्रा है। जहां वह अन्य बच्चों के साथ हिंदी, इंग्लिश और गणित के साथ ही सामान्य ज्ञान प्राप्त कर रही है लेकिन एकादशी के संस्कृत में मंत्र बोलने से स्कूल के शिक्षक भी उसकी काफी प्रशंसा करते हैं।