नागर तो मोहरा है, सरकार में बैठे हैं असली गुनहगार:टुटेजा

नागर तो मोहरा है, सरकार में बैठे हैं असली गुनहगार:टुटेजा

नागर तो मोहरा है

नागर तो मोहरा है, सरकार में बैठे हैं असली गुनहगार:टुटेजा

एचपीएससी भर्ती घोटाले पर आप प्रवक्ता ने सीएम व सहयोगियों को घेरा

सीएम और मंत्रियों की संपत्ति हो सार्वजनिक

चंडीगढ़। एचपीएससी भर्ती और भ्रष्टाचार घोटाले में बर्खास्त किए गए अनिल नागर तो महज एक मोहरा है, असली गुनहार तो सरकार और भाजपा संगठन में बैठे हैं। मुख्यमंत्री मनोहरलाल की नाक के नीचे एचपीएससी में भ्रष्टाचार का नंगा नाच होता रहा और उन्हें पता नहीं चला। यदि ऐसा है तो फिर उन्हें सरकार में रहने का कोई हक नहीं। उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।
यह आरोप आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता लवलीन टुटेजा लवली ने जारी बयान में लगाए। उन्होंने कहा कि आनन-फानन में नागर की बर्खास्तगी इसलिए की गई है ताकि सरकार और भाजपा संगठन में बैठे बड़े लोगों को बचाया जा सके। सात साल हो गए मनोहरलाल खट्टर को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हुए, यदि उन्हें ही इसकी जानकारी नहीं लगी तो फिर सरकारी सिस्टम का तो दीवाला पिट चुका है। ये कोई ठेके पर चतुर्थश्रेणी कर्मचारियों की भर्ती थोड़े ही हैं, जो मुख्यमंत्री यूं पल्ला झाड़ रहे हैं। नागर तो महज घोटाले की एक छोटी-सी कड़ी है, मामले की निष्पक्ष सीबीआई जांच हो जाए तो बड़ा खुलासा हो सकता है।
टूटेजा ने मांग की कि मुख्यमंत्री और मंत्री अपनी संपत्ति सार्वजनिक करें ताकि जनता को पता चल सके कि सात साल में किसने कितनी ईमानदारी बरती है। प्रजातंत्र में सरकारी नुमाइंदों का लेखा-जोखा जनता के सामने समय-समय पर सार्वजनिक किए जाने का नियम बनना चाहिए, क्योंकि जनप्रतिनिधियों को वेतन और सारी सुविधाएं जनता की गाढी कमाई से लिये जाने वाले टैक्स से पूरी होती हैं। उन्होंने कहा कि यदि सरकार अब निष्पक्ष जांच करवाने की जिम्मेदारी से बचेगी तो आगामी समय में जनता चुनाव में इनकी जांच कर देगी। 2019 में जैसे भाजपा सरकार के नौ बड़े मंत्री नेताओं को हराया था, इस बार मुख्यमंत्री और एक-दो अन्य को भी वोट की चोट से जनता चलता कर देगी।