पवन की टिप्पणियों से शर्मसार हुई सरकार जिसकी निंदानीय चर्चा चौराहों पर
Government was Embarrassed by Pawan's Comments
( अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )
अमरावती : Government was Embarrassed by Pawan's Comments: (आंध्रा प्रदेश) राज्य के गुंटूर-काकीनाडा में वाईएसआर पार्टी ने काकीनाडा बंदरगाह पर उप मुख्यमंत्री पवन कल्याण की असंगत बातचीत की आलोचना की और कहा कि गठबंधन सरकार में दरारें तब सामने आ गईं जब जन सेना नेता राज्य के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण और जनसेना केअध्यक्ष ने यहाँ कहा कि अधिकारी उनके साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं ?
पूर्व सिंचाई मंत्री अंबाती रामबाबू और पूर्व कृषि मंत्री कुरासला कन्नबाबू ने अलग-अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया से बात करते हुए कहा कि अधिकारियों की शिकायत करके पवन कल्याण के बंदरगाह पर किए गए नाटक से ऐसा लगता है कि प्रशासन उनके नियंत्रण में नहीं है।
अगर उप मुख्यमंत्री को अनुमति नहीं दी गई तो यह किसी उच्च पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा किया जाना चाहिए था, जिससे कई संदेह पैदा होते हैं।
काकीनाडा बंदरगाह एक ऐसा स्थान है जहां से विभिन्न स्थानों से चावल दुल्हन दुल्हन आवक जावक होता है और विदेशों को निर्यात भी किया जाता है।
उन्होंने कहा कि कलेक्टर ने पहले ही पीडीएस चावल जब्त कर लिया था और पवन कल्याण ने नाटकीय ढंग से दोबारा पहुंच गए औरत अपनी बातें कहते हुए दिखाया कि या तो वह तथ्यों से अनभिज्ञ हैं या उन्हें सरकार चलाने के तरीके के बारे में जानकारी नहीं है ? बंदरगाह से पीडीएस चावल की तस्करी लंबे समय से चल रही है। नागरिक आपूर्ति मंत्री नादेंडल महोनर ने पहले पीडीएस चावल जब्त किया था ?
जिसे बैंक गारंटी के बाद जारी किया गया क्योंकि अनाज दलहन तिलहन की वस्तुज्यादा दिनबंदरगाह पर रहेगा तो सड़ जाएगा या खराब हो जाएगाकानूनी प्रक्रिया के अनुसार उसे फिर से लोड करते समय दोबारा कैसे जब्त किया जा सकता है ?
यह बंदरगाह राज्य सरकार द्वारा संचालित एकमात्र बंदरगाह है और यदि अधिकारियों और मंत्रियों के बीच कोई समन्वय नहीं है तो यह बहुत ही विचित्र स्थिति है। पीडीएस चावल घोटाले से किसी भी राजनीतिक दल का कोई लेना-देना नहीं है उन्होंने कहा कि बंदरगाह में भ्रष्टाचार व्याप्त है और एन .मनोहर और पवन कल्याण के दौरे से निहित स्वार्थों की कमीशन दरों में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि इस आरोप-प्रत्यारोप के खेल में वास्तविक निर्यातकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।
नागरिक आपूर्ति विभाग ने दो चेक पोस्ट बनाए हैं और अगर पीडीएस चावल इनसे होकर गुजरा है और लोड जहाज पर आया है तो इसका मतलब है कि या तो खेप साफ है या फिर गठबंधन दलों के अधिकारियों और स्थानीय निर्यातक के बीच न्यायालय प्रक्रिया द्वारा समझौता हो गया है।
इधर पूर्व मंत्री और अधिवक्ता रहे वाईएसआर पार्टी के नेता अंबाती रामबाबू ने कहा कि भयानक आरोप लगाते हुए कहा कि गठबंधन के सभी सदस्य अपने कार्यकाल के दौरान पैसे कमाने के रास्ते तलाश रहे हैं और कई मौकों पर खुलेआम कमीशन वसूली के चलते मारपीट कर चुके हैं कहा। इस तरह की ही घटनाओं के चलते कई मुद्दे पर टीडीपी और बीजेपी के दो रायलसीमा नेताओं के बीच हाथापाई बढ़ गई जो मीडिया में भी प्रकाशित हुआ है और उसे तरह के मामले सभी मुख्यमंत्री चंद्रबाबू मध्यस्थता करने के लिए हस्तक्षेप कर रहे हैं इतनी बुरी हालत देश के किसी राज्य में नहीं होगा कहा।
गठबंधन के सदस्य लूट का माल बांटने और शराब, रेत और अन्य राजस्व पैदा करने वाले कार्यों में पैसा बनाने में व्यस्त हैं बड़ी शर्म की बात है किपिछलेमहीना मेंबहुत बड़ी सीमेंट फैक्ट्रीके मालिकके 90 के करीब ट्रक चलाते हैंउनके हर ट्रक के लिए 10000 विधायक का मामूली हर महीना देने काआदेश पहुंचाजब कर्मचारियों अधिकारियों ने कहाकि अब तक हमने ऐसा कहीं किसी को दिया नहीं है जिससे भड़क करडालमिया सीमेंट फैक्ट्री की कई गाड़ियों के कांच तोड़फोड़ कर दिए जो अखबार और मीडिया में बहुत चर्चा बहुत रहा । उन्होंने कहा कि अब स्थानीय विधायक मामूली पॉकेट भरो कर लगाया जा रहा है बहुत ही दाहिनी हालत है आंध्र में कहा इसके अलावा आगे कहा की जब बंटवारे में विवाद होता है तो चीजें खुलकर सामने आ जाती हैं। कुरूक कृषि मंत्री कन्ना बाबू ने कहा कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने 2.49 रुपये में कम कीमत पर बिजली खरीदी है जबकि चंद्रबाबू नायडू ने इसे दुगना राशि में अधिक कीमत पर खरीदा है। उन्होंने कहा कि अब सरकार दूसरी बार बिजली दरों में वृद्धि कर लोगों पर नया बोझ डाल रही है इससे लगता हैनाचना नहीं आता आंगन टेढ़ा है कहावत चरितार्थ इसलिए हैजहां भी असमर्थताऔर घूस नहीं मिलने काया परसेंटेज नहीं मिलने का मामला जब बनता है तो पिछली सरकार को दोष देना एक आदत बन चुकी हैऔर उनके बयानों को अपने जाति बिरादरी समाचार पत्रों में छपना भी है आचरण बना लिया हैजिसके चलतेइनके ऊपर विश्वसनीय खत्म हो गई है और उन समाचार पत्रों की इमेज भी गिरती जा रही हैसिर्फ गलत खबर समाचार है बन बनकर सरकारें बनाने मेंऔर गलत बातों कोलीपापोती करके इस तरह के नेताओं द्वारा भ्रष्टाचार काहर दिन बोलबाला बढ़ते जा रहा हैअगर कोई आवाज उठाता है तो उसे सोशल मीडिया के माध्यम से तंग करना उनकी नैतिक सिद्धांत बन चुकी है इसीलिए हमने सोचा हैअब इन सारे मामलों को मानव अधिकार आयोग और राष्ट्रपति से मिलकर आवेदन देने के योजना में है कहा ।