सहारनपुर में एसएसपी कार्यालय में बेहोश हुई युवती, दारोगा एवं पांच सिपाहियों पर पीटने का आरोप
सहारनपुर में एसएसपी कार्यालय में बेहोश हुई युवती, दारोगा एवं पांच सिपाहियों पर पीटने का आरोप
पुलिस को जनता कर रक्षक माना जाता है, लेकिन जब रक्षक ही भक्षक बन गए तो कोई क्या कर सकता है। ताजा मामला सहारनपुर के थाना बड़गांव के गांव नूनाबड़ी का है। दो जून को आबिद के घर में नहीं था, उसकी बेटी शमा (19) की एक दारोगा और पांच सिपाही ने उसकी पिटाई कर दी। युवती पिटाई से काफी डर गई। अब शमा की हालत ऐसी है कि वह पुलिस की वर्दी देखकर ही बेहोश हो रही है। शुक्रवार को पिता के साथ शमा एसएसपी कार्यालय शिकायत करनी पहुंची थी। लेकिन पुलिस को देखकर वह बेहोश होकर गिर गई। जिसके बाद युवती को जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
सड़क का चैंबर हटाने को किया था विरोध
आबिद के अनुसार, उनके घर के सामने गांव के प्रधान द्वारा सड़क बनवाई जा रही है। सड़क का सारा पानी घर के अंदर घुस रहा है। जिस कारण पानी रोकने के लिए आबिद ने घर के बाहर एक चैनल लगा दिया। जिसे हटाते ही पूरा पानी आबिद के घर में घुस जाता है। आबिद चैनल को हटाने का विरोध कर रहा था। जिसकी शिकायत एसडीएम और तहसीलदार से भी की थी। दोनों अधिकारी जांच के लिए पहुंचे थे और उन्होंने कोई भी निर्माण न होने के आदेश दिए थे।
शमा के साथ भी की थी मारपीट
पीड़ित आबिद का कहना है कि दो जून को वह घर पर नहीं था, उसकी बेटी शमा घर पर अकेली थी। तभी बड़गांव थाने से एक दारोगा और पांच सिपाही पहुंचे। आरोप है कि पुलिस ने चैनल को हटाने को कहा। शमा ने विरोध किया। आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने शमा के साथ घर में घुसकर मारपीट की। जिससे युवती दहशत में आ गई। युवती अब इतनी दहशत में है कि एसएसपी को शिकायत करनी पहुंची युवती पुलिस को देखते ही बेहोश हो गई।
नहीं थी महिला पुलिसकर्मी साथ
युवती के पिता का आरोप है कि जीप में जो पुलिसकर्मी उनके गांव में गए थे। उनके साथ महिला पुलिसकर्मी नहीं थी। पांच सिपाहियों ने बेटी के साथ बुरी तरह से मारपीट की। जिस कारण उसके कपड़े तक फट गए। बेहोश होने के बाद आबिद किसी अधिकारी से भी नहीं मिल सका और अपनी बेटी को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले गया। हालांकि अब उसकी हालत ठीक है।
एसपी देहात सूरज राय का कहना है कि यह मामला मेरे संज्ञान में अभी आया है। यदि ऐसा कुछ हुआ है तो बड़गांव थाने के दारोगा और सिपाहियों से पता किया जाएगा। जांच में यदि वह दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।