हरियाणा में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का पहला फेज शुरू, भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कद
Bharat Jodo Yatra
चंडीगढ़। Bharat Jodo Yatra: हरियाणा में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा(Bharat Jodo Yatra) का 3 दिन का पहला फेज शुरु हों गया हे।
7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई राहुल गांधी(Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो पदयात्रा 105वें दिन राजस्थान के साथ लगते नूंह (मेवात) जिले में पड़ने वाले मुंडका बॉर्डर के जरिए हरियाणा में प्रवेश कर 3 दिन का पहला फेज शुरू हो गया है। हरियाणा में यात्रा का यह पहला फेज है। जिसमें यात्रा 3 दिन में 3 जिलों से होकर गुजर रही है। हर जिले में एक दिन यात्रा का ठहराव होगा राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर नूंह में भारत जोड़ो यात्रा की फ्लैग सेरेमनी हुई। राजस्थान के CM अशोक गहलोत की अगुवाई में हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान और भूपेंद्र हुड्डा को फ्लैग सौंपा गया।
राहुल ने हुड्डा को थमाया तिरंगा
फ्लैग सेरेमनी के दौरान हरियाणा के पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कद राहुल ने बढ़ा दिया। हुआ यूं कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जब हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को तिरंगा देने लगे तो राहुल ने उसे हुड्डा के हाथों में थमा दिया। इससे देख रहे सभी यह तो समझ गए कि रणदीप सुरजेवाला और शैलजा को दूसरे राज्यों के प्रभारी बनाए जाने के बाद अब हरियाणा में हुड्डा का राज ही चलेगा।
2023 में बन सकता है संगठन
राहुल गांधी की यात्रा के बाद यह संभावना बन रही है कि 2023 में हरियाणा कांग्रेस में संगठन खड़ा हो जाए। प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने इसकी तैयारी कर ली है। नए संगठन में हरियाणा कांग्रेस कई बड़े जिलों में एक से अधिक जिलाध्यक्ष बनाने का सोच रही है। शहरी और ग्रामीण जिलाध्यक्ष अलग अलग बनाए जाएंगे। अंबाला जिले में तीन जिलाध्यक्ष होंगे। इसी प्रकार से 180 ब्लॉक के प्रधान बनाए जाएंगे। इतने ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य भी बनेंग
पब्लिक मीटिंग के बाद राहुल गांधी ने समर्थकों के साथ पैदल चलना शुरू किया। सुबह के वक्त हरियाणा में घनी धुंध रही। उसके बीच ही 14KM पैदल चलने के बाद राहुल गांधी फिरोजपुर झिरका की अनाज मंडी में रुक गए हैं। अब यहां से 4 बजे यात्रा नूंह जिले में ही नसीर बास के लिए रवाना होगी।
राहुल ने इस दाैरान साथ चल रही महिलाओं से बातचीत की। राहुल गांधी टीशर्ट पहनकर चल रहे थे। रास्ते में पूर्व सैनिकों ने उन्हें आर्मी जैकेट पहनाई।
-----कांग्रेस नेता 15KM पैदल चलेंगे
नूंह में यात्रा के स्वागत के बाद राहुल गांधी ने कहा कि आजकल नेताओं और जनता के बीच में खाई बन गई है। यात्रा ने उस खाई को पाटने का काम किया है। यात्रा में शामिल नेता लंबे भाषण नहीं देते, लोगों से मिलते हैं। इस यात्रा ने हिंदुस्तान की राजनीति में काम करने का विजन दिया है-
नफरत के बाजार में मुहब्बत की दुकान खोल रहा हूं
राहुल गांधी ने कहा कि मुझसे BJP के नेताओं ने पूछा कि यात्रा की क्या जरूरत है?। मैंने उनको जवाब दिया कि आपके नफरत के बाजार में मुहब्बत की दुकान खोल रहे हैं। जब भी यह लोग इस देश में नफरत फैलाने निकलते हैं तो हमारे विचारधारा के लोग मुहब्बत व प्यार फैलाना शुरू करते हैं।
राहुल बोले मैं तपस्वी नहीं
ठंड में यात्रा में आए लोगों का राहुल गांधी ने धन्यवाद दिया। तपस्वी कहे जाने पर राहुल गांधी ने कहा कि मैं देश का तपस्वी नहीं हूं। इस देश में मेरे से बड़े करोड़ों तपस्वी सुबह चार बजे उठकर खेतों में काम करते हैं। मैंने कोई बड़ा काम नहीं किया है। इससे बड़ा काम देश के छोटे दुकानदार, किसान और करोड़ों कामगार लोग करते हैं। राहुल ने कहा कि सड़कों पर चलने से बहुत कुछ सीखने को मिला। गाड़ी या हवाई जहाज में बैठकर सीखने को नहीं मिलता है।
महंगाई और बेरोजगारी पर राहुल का फोकस
हरियाणा में यात्रा के पहले दिन राहुल गांधी ने अपना भाषण दो बड़े मुद्दों पर फोकस किया। पहला बेरोजगारी और दूसरा महंगाई। उन्होंने कहा कि आज हजारों पढ़े लिखे युवा बेरोजगार हैं। इसकी वजह देश के चार-पांच बड़े उद्योगपति हैं। वह जो भी चाहते हैं उन्हे मिलता है। छोटे व्यापारियों को परे कर दिया है। राहुल ने कहा कि नोट बंदी, जीएसटी पॉलिसी नहीं है यह छोटे व्यापारियों को खत्म करने का व्यापार है। महंगाई पर उन्होंने कहा कि यूपीए की सरकार में चार सौ रुपए का गैस सिलेंडर था अब बारह सौ का हो गया है।
राहुल गांधी ने कहा कि कोई भी ताकत इस यात्रा को रोक नहीं सकती है। यह यात्रा कांग्रेस की नहीं, यह यात्रा हिंदुस्तान के लोगों की है। करोड़ों बेरोजगार युवाओं की यह यात्रा है। पहले दिन राहुल गांधी नूंह जिले में 26 किलोमीटर पैदल चलेंगे
यात्रा का पहला पड़ाव नूंह ही क्यों
हरियाणा में राहुल गांधी की यात्रा का पहला पड़ाव नूंह इसलिए रखा गया है क्यों कि कांग्रेस का मेवात जिले पर हमेशा ही एकाधिकार रहा है। इसकी वजह यह भी है कि पूरा मेवात मुस्लिम बाहुल्य है। यहां के मुस्लिमों को बंटवारे के वक्त पाकिस्तान जाने से महात्मा गांधी ने रोका था। जिसके बाद यहां के मुसलमानों में महात्मा गांधी के प्रति अच्छी विचारधारा है।
हरियाणा में यात्रा के सियासी मायने
हरियाणा में राहुल गांधी की यात्रा के कई सियासी मायने हैं। पहला सूबे में कांग्रेस दो टर्म से सत्ता से दूर रही है। अब इस यात्रा के जरिए राहुल कांग्रेस के गिरते जनाधार को बढ़ाने में संजीवनी की तरह काम करेंगे। इसके साथ ही राहुल की यात्रा से BJP की सत्ता विरोधी लहर को भी हवा मिलेगी। राज्य के नेताओं में चल रही गुटबाजी को भी एकजुटता में तब्दील करने में यात्रा अहम योगदान निभाएगी।
हमेशा गुटबाजी की शिकार रहने वाली हरियाणा कांग्रेस राहुल की भारत जोड़ो यात्रा में एक दिखी। हरियाणा में एंट्री के वक्त फ्लैग सेरेमनी के बाद हुई राहुल की सभा में मंच पर पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला एक दूसरे के साथ फुसफुसाते हुए दिखे। वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा मंच पर अलग बैठी। पार्टी नेता और विधायक किरण चौधरी को मंच पर राहुल के पास स्थान नहीं मिल पाया, इसलिए उन्हें मंच की दूसरी पंक्ति में बैठना पड़ा।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अब महीने में एक बार पूरी कैबिनेट के साथ 15 किलोमीटर पैदल जनता के बीच जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस पार्टी की सरकार है अब वहां के मुख्यमंत्री, मंत्री सड़कों पर चलेंगे और जनता के बीच जाएंगे
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