The decision to open shops 24 hours in Chandigarh is correct
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Editorial: चंडीगढ़ में 24 घंटे दुकानें खोलने का निर्णय सही, पर सुरक्षा जरूरी

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The decision to open shops 24 hours in Chandigarh is correct

The decision to open shops 24 hours in Chandigarh is right, but security is necessary: चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से शहर में 24 घंटे और सप्ताह के सभी दिन दुकानों, शोरूम को खोलने देने के निर्णय पर जिस प्रकार से शहर में दो राय कायम हैं, वह विचारणीय मुद्दा है। व्यापारियों का एक पक्ष इसे सही ठहरा है, क्योंकि इससे रोजगार के साधन और बढ़ेंगे और आर्थिकी भी मजबूत होगी। हालांकि दूसरा पक्ष अगर सुरक्षा को लेकर सवाल उठा रहा है तो इसकी भी अनदेखी नहीं की जा सकती। इस समय तमाम राजनीतिक दलों ने इस निर्णय को अनुचित ठहराया है।

हालांकि प्रशासन की ओर से पूरी तैयारियों के साथ इस फैसले को लागू करते हुए अधिसूचना जारी कर दी गई है। प्रशासन ने यह फैसला केंद्र सरकार के निर्देशों के तहत बिजनेस प्रमोशन को लेकर इज ऑफ डूइंग बिजनेस को प्रमोट करने को ध्यान में रखते हुए लिया है। मेट्रो सिटी की तर्ज पर चंडीगढ़ में भी दुकानदार पहले से 24 घंटे दुकानें खोलने को लेकर मांग कर रहे थे, जोकि काफी लंबे समय से प्रशासन के पास लंबित थी। केंद्र सरकार के निर्देशों पर अब यह फैसला लिया गया है। दुकानों के साथ ही कमर्शियल एक्टिविटी पर भी यह नियम लागू होगा। प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि अब दुकानदारों को बार-बार लेबर डिपार्टमेंट से समय बढ़ाने को लेकर अनुमति की जरूरत नहीं होगी।

गौरतलब है कि 24 घंटे दुकानें खोलने की अनुमति को लेकर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यह नियम शहर में शराब के ठेकों, पब व बार पर लागू नहीं होगा। पब और बार का टाइम नहीं बदला जाएगा, जोकि चंडीगढ़ प्रशासन ने पहले से तय किया हुआ है। यह भी विचारणीय है कि प्रशासन ने कर्मचारियों के हित में अनेक नियम तय किए हैं। जिनमें प्रत्येक कर्मचारी को हफ्ते में एक दिन आराम दिया जाएगा। वीकली ऑफ देने पर कर्मचारी के वेतन से कटौती नहीं की जा सकेगी। वहीं कर्मचारियों को मिलने वाली छुट्टियों के बारे में महीना पहले नोटिस बोर्ड पर जानकारी देनी होगी। इसके अलावा हर कर्मचारी को पांच घंटे काम करने के बाद पांच मिनट का आराम देना होगा।

वहीं कर्मचारी से मालिक एक दिन में नौ घंटे से अधिक और हफ्ते में 48 घंटे से अधिक काम नहीं ले सकेगा।  इसके अलावा कर्मचारियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर भी निर्देश जारी किए हैं। इसमें रात 10 बजे के बाद खुलने वाली दुकान पर सिक्योरिटी के पूरे इंतजाम करने होंगे। वहीं महिला कर्मचारी के लिए पुख्ता सेफ्टी, अलग से लॉकर, सिक्योरिटी और रेस्ट रूम वर्क प्लेस पर देना होगा।

रात आठ बजे के बाद महिला को काम की अनुमति नहीं होगी। केवल महिला से लिखित सहमति देने पर और सुरक्षा उपलब्ध होने पर मान्य होगा। देर रात की शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं को घर पहुंचाने के लिए वाहन और सुरक्षाकर्मी की व्यवस्था करनी होगी।

वास्तव में इतने नियमों के बावजूद सवाल यह है कि क्या वास्तव में कारोबारी एवं व्यापारी इन नियमों का पालन कर पाएंगे। क्योंकि अभी पहले ही लेबर लॉ को लेकर शिकायतें आती रहती हैं। बावजूद इसके रात की पाली में काम करने वाली महिलाओं की सुरक्षा व्यापारियों के लिए भी एक मुश्किल कार्य होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि किसी भी सूरत में उनकी सुरक्षा में कोताही पुलिस और प्रशासन के झमेले में डालने वाली होगी, जिसकी चाह कोई नहीं करेगा। शहर के कारोबारी इसी पर सवाल पूछ रहे हैं। निश्चित रूप से चंडीगढ़ जैसे शहर में सुरक्षा हमेशा से बेहतर ही रही है, लेकिन जिस प्रकार से अपराधी बेखौफ हो रहे हैं, उससे शहर में रात के समय दुकानों की सुरक्षा, वहां आने वाले लोगों की सुरक्षा और कर्मचारियों की सुरक्षा एक बहुत बड़ा मसला है। प्रशासन का निर्णय बिजनेस बढ़ाने की नजर से अच्छा हो सकता है, लेकिन हकीकत यह है कि दुकानदारों के लिए व्यवहारिक नहीं है। इससे दुकानदारों पर अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा, वह दिन रात के लिए अलग स्टाफ नहीं रख पाएंगे। केवल बड़े शोरूम, मॉल, खाने-पीने की दुकानों को फायदा हो सकता है। यह भी एक अच्छा सवाल है कि रात के समय कोई कैसे गहने, कपड़े या फिर मिठाई ही खरीदने आएगा।

वास्तव में यह जरूरी है कि एक बीच का रास्ता निकाला जाए। बेशक, इस निर्णय को व्यापारियों पर थोपा नहीं गया है, वे इसे स्वीकार करें या न यह उनका फैसला होगा। हालांकि यह जरूरी है कि प्रशासन इस निर्णय के साथ शहर में सुरक्षा को बढ़ाने की कार्रवाई भी अंजाम में लाए। मार्केट में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए। पहले दुकानें जल्दी बंद कर दी जाती थी, लेकिन अब ट्रेंड बदल रहा है और शहर अगर 24 घंटे चलायमान रहना चाहता है तो इसकी शुरुआत की जा सकती है। हालांकि इसके दुष्परिणाम भी सामने आ सकते हैं, जिनके लिए तैयार रहना होगा।

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