दंपति परिवार चंडीगढ़ पुलिस में अपनी सेवाएं देंगे

दंपति परिवार चंडीगढ़ पुलिस में अपनी सेवाएं देंगे

The couple will serve in Chandigarh Police

The couple will serve in Chandigarh Police

गीतांजलि खंडेलवाल 2015 बैच की आईपीएस अधिकारी चंडीगढ़ की पुलिस अधीक्षक बनीं, कार्यभार संभाला।

इंडियन आर्मी से की कैरियर की शुरुआत।

गीतांजलि खंडेलवाल ने लेह,कारगिल और द्रास सेक्टरों के चुनौतीपूर्ण इलाकों में सेवा की। 

रंजीत शम्मी, चंडीगढ़। The couple will serve in Chandigarh Police: अब दंपति परिवार चंडीगढ़ पुलिस में अपनी सेवाएं देंगे। 2015 बैच की आईपीएस अधिकारी गीतांजलि खडेलवाल ने शुक्रवार को चंडीगढ़ पुलिस में पुलिस अधीक्षक का कार्यभार संभाल लिया है।इससे पहले वे उत्तर और मध्य अंडमान जिलों की एसपी के पद पर तैनात थीं।जहां उन्होंने 2.5 साल के प्रभावशाली कार्यकाल के लिए पुलिस बल का नेतृत्व किया।उनके दूरदर्शी नेतृत्व, कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्धता और काम के प्रति समर्पण ने उन्हें एलजी प्रशंसा पुरस्कार मिला।उत्तर और मध्य अंडमान में उनके नेतृत्व को मान्यता देने के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली अधिकारी के रूप में प्रतिष्ठित ‘FICCI एंटी काउंटरफाइटिंग और एंटी-स्मगलिंग अवार्ड्स 2023-24’ से भी सम्मानित किया गया।  

अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में प्रमुख उपलब्धियाँ।

एंटी पोचिंग ऑपरेशन 

उनके नेतृत्व में, उत्तरी और मध्य अंडमान पुलिस ने जिले की समृद्ध समुद्री जैव विविधता की रक्षा के लिए व्यापक पोचिंग विरोधी अभियान चलाए। इन अभियानों का उद्देश्य समुद्री खीरे की अवैध कटाई पर अंकुश लगाना था।जो अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अत्यधिक मूल्यवान प्रजाति है। और अवैध तरीकों से भारतीय जल में प्रवेश करने वाले विदेशी शिकारियो से निपटना था।

आईएसओ 9001:2015 प्रमाणन:

उनके कार्यकाल के दौरान हासिल की गई एक महत्वपूर्ण उपलब्धि जिले के सभी पुलिस स्टेशनों को दिया गया आईएसओ 9001:2015 प्रमाणन था।

सामुदायिक पुलिसिंग और पुरस्कार:

खंडेलवाल को सामुदायिक पुलिसिंग के लिए उनके अभिनव और समावेशी दृष्टिकोण के लिए प्रतिष्ठित FICCI पुरस्कार मिला। उनकी पहल युवा सशक्तिकरण, अपराध की रोकथाम और मजबूत सामुदायिक संबंधों को बढ़ावा देने पर केंद्रित थी।

गौ तस्करी से निपटना:

क्षेत्र में मवेशियों की अधिक आबादी को पहचानते हुए, उन्होंने एक मजबूत खुफिया नेटवर्क विकसित किया, जिसने एक बड़े गौ तस्करी रैकेट को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया।

युवा पहल:

उन्होंने "जागृति" और "दिशा" जैसी कई युवा-केंद्रित पहल शुरू कीं।जो क्षेत्र की युवा आबादी को उनकी आकांक्षाओं को प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाने वाले कैरियर मार्गदर्शन और सलाह कार्यक्रम प्रदान करती हैं।

समुदायों के साथ अंतर को पाटना:

एसपी खंडेलवाल ने पुलिस और जनता के बीच विश्वास और सहयोग बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और अभियानों का नेतृत्व किया। उनके प्रयासों ने समुदाय के भीतर साझा जिम्मेदारी और समर्थन की एक मजबूत भावना पैदा की।

उन्होंने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में अपनी पोस्टिंग के दौरान पोर्ट ब्लेयर में पुलिस अधीक्षक (भ्रष्टाचार विरोधी) के रूप में भी काम किया।

दिल्ली में अपनी शुरुआती आईपीएस पोस्टिंग में, खंडेलवाल ने पूर्वी, मध्य और दक्षिण जिलों में सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) के रूप में कार्य किया।जहाँ उन्होंने अपनी दक्षता और समुदाय-केंद्रित दृष्टिकोण के लिए ख्याति अर्जित की।

समर्पण और सेवा का सफ़र

आईपीएस में अपने शानदार करियर से पहले, खंडेलवाल ने भारतीय सेना में कैप्टन के रूप में काम किया। चेन्नई में प्रतिष्ठित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में कठोर प्रशिक्षण लेने के बाद उन्हें शॉर्ट सर्विस कमीशन अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था। लेफ्टिनेंट के रूप में अपनी सैन्य यात्रा की शुरुआत करते हुए, उन्होंने लेह, कारगिल और द्रास सेक्टरों के चुनौतीपूर्ण इलाकों में सेवा की। भारतीय सेना में उनका कार्यकाल,जो पाँच साल तक चला।देश के कुछ सबसे कठिन क्षेत्रों में उनके समर्पण और अनुकरणीय सेवा के लिए जाना जाता है।

सार्वजनिक सेवा के लिए खंडेलवाल की आकांक्षा ने उन्हें संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में सफलता दिलाई। जहाँ वे सफल हुईं और 2015 में आईपीएस में शामिल हुईं। उन्हें एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश) कैडर आवंटित किया गया। 

चंडीगढ़ के लिए विजन

भारतीय सेना और भारतीय पुलिस सेवा दोनों में एक विशिष्ट कैरियर के साथ, एसपी खंडेलवाल अपनी नई भूमिका में अनुभव का खजाना और प्रभावशाली नेतृत्व की विरासत लेकर आई हैं।

चंडीगढ़ में नई पुलिस अधीक्षक के रूप में, गीतांजलि खंडेलवाल से शहर के कानून प्रवर्तन ढांचे को और मजबूत करने के लिए अपने अनुकरणीय नेतृत्व, प्रशासनिक कौशल और लोगों पर केंद्रित दृष्टिकोण लाने की उम्मीद है। सामुदायिक पुलिसिंग से लेकर परिचालन दक्षता तक विविध चुनौतियों से निपटने में उनका व्यापक अनुभव चंडीगढ़ में पुलिस-पब्लिक संबंधों के लिए एक प्रगतिशील और समावेशी भविष्य का वादा करता है।

दंपति परिवार को प्रशासन ने शहर में कामकाज करने की सेवा सौंपी।

बीते मंगलवार को चंडीगढ़ के गृह सचिव कार्यालय से आदेश जारी हुए थे। आईपीएस 2015 बैच के अधिकारी मंजीत श्योराण को एसपी मुख्यालय,इंटेलीजेंस,आर्थिक अपराध शाखा,कम्युनिकेशन,और अस्सिटेंट कमांडेंट जरनल होम गार्ड विभाग दिया गया है। वही आईपीएस 2015 बैच के अधिकारी गीता खंडेलवाल को एसपी ऑपरेशन, वूमेन सेल, साइबर क्राइम, एसपी सिटी और अतिरिक्त चार्ज एसपी विजिलेंस दिया है।