पीएम मोदी की गारंटी पर हो रहा है देश का लोकसभा चुनाव
Lok Sabha Election 2024
जानिए कैसे तय होते हैं पीएम मोदी की सभाएँ और रोड शो
अर्थप्रकाश / मुकेश कुमार सिंह
पटना / बिहार। Lok Sabha Election 2024: देश के सभी प्रांतों में सात चरणों में हो रहा यह लोकसभा चुनाव किसी खास मुद्दे की जगह, पीएम मोदी की गारंटी के नारे पर हो रहे हैं। देश के गणतंत्र होने के बाद, यह पहला चुनाव है जो देश के प्रधानमंत्री के नाम की गारंटी पर हो रहा है। इस चुनाव में देश की आंतरिक व्यवस्था से लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्दे पर भी पीएम मोदी भाषण दे रहे हैं और अपने भाषण में कांग्रेस सहित अन्य क्षेत्रीय पार्टियों पर भी बेहद तल्खी से हमलावर हैं लेकिन अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी यह कहते हुए जरूर नजर आते हैं कि आप सभी को मोदी की गारंटी पर वोट करना है। आप एनडीए के किसी भी प्रत्याशी को नहीं देखें बल्कि मोदी के नाम पर वोट करें। पीएम मोदी कहते हैं कि वे महाकाल के भक्त हैं। मोदी मौज करने के लिए नहीं बल्कि मेहनत करने के लिए पैदा हुआ है। पीएम मोदी कहते हैं कि अब तक जो काम हुए हैं, वे तो सिर्फ फुलझड़ी हैं। अभी तो देश को बहुत आगे लेकर जाना है। वे कांग्रेस और इंडी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कह रहे हैं कि मैं आपको गारंटी देता हूँ कि भ्रष्टाचार का पैसा जिन-जिन की तिजोरी में गया है, मैं उसे निकाल कर रहूँगा। अगले 5 साल और तेजी से काम होगा। पाकिस्तान का नाम लिए बिना वे कह रहे हैं कि आतंक के सप्लायर देश, आज आटे के लिए तरस रहे हैं। वे दिवालिया हो रहे हैं। कॉंग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए वे कह रहे हैं कि कॉंग्रेस सेना के हथियार खरीदने तक में अपना फायदा देखती रही है। भाजपा नहीं आती, तो देश में बना तेजस आसमान की बुलंदी को कभी नहीं छू पाता। भाजपा सरकार भारत की सेनाओं को आज, आत्मनिर्भर बना रही है।
जानिए कैसे तय होते हैं पीएम मोदी की सभाएँ और रोड शो
अब सवाल ये उठता है कि पीएम को देश के विभिन्न प्रांतों की कौन-कौन सी सीट पर जनसभा के लिए जाना चाहिए, कहाँ रोड शो करना चाहिए ? आखिर ये कैसे तय होते हैं ? हमने पीएम मोदी के दौरे के पैटर्न की बेहद गम्भीरता से पड़ताल की और उसे करीने से समझा है। हमने पाया कि पीएम मोदी की पहली पसंद ऐसी सीटें होती हैं, जहाँ बीजेपी ने नया उम्मीदवार उतारा है। वे उन सीटों पर भी प्रचार करने पहुँचते हैं, जहाँ कॉंग्रेस मजबूत स्थिति में दिखाई देती है। पीएम मोदी का फोकस आरक्षित सीटों पर भी होता है। अब किस प्रांत में सभा या रोड शो कराना है, ये सारा फीडबैक राज्य इकाई की तरफ से दिया जाता है। प्रदेश बीजेपी के नेता को जहाँ जरूरत महसूस होती है, वहाँ प्रधानमंत्री के दौरे की डिमांड की जाती है। राज्य अपनी माँग को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय भेजता है। इसके बाद पार्टी मुख्यालय की तरफ से पीएमओ को सूचना दी जाती है। पीएमओ प्रधानमंत्री की उपलब्ध तारीखें देखता है। इसके बाद, उस क्षेत्र में पीएम का दौरा फाईनल होता है। इस प्रोसेस के बाद पार्टी उस प्रांत में, प्रचार की तैयारी शुरू करती है। जिस सीट पर पीएम मोदी को प्रचार करना होता है, उसके सारे फैक्टर देखे जाते हैं। ये भी देखा जाता है कि उस सीट पर प्रचार करने से आसपास की कौन-कौन सी सीटों पर प्रभाव पड़ेंगे। उस सीट का जातीय और क्षेत्रीय समीकरण क्या है ? कमजोर प्रत्याशी वाली सीटों पर भी, पीएम मोदी का दौरा तय किया जाता है। ताकि इस तरह की सीट पर भी, बीजेपी बढ़त बना सके। पीएम मोदी आदिवासी और अनुसूचित जाति वर्ग पर भी काफी फोकस करते हैं। ऐसी सीटों पर मोदी कहते हैं कि भाजपा ने आदिवासी परिवार की बेटी को देश का राष्ट्रपति बनाया। वो आज देश की पहली नागरिक हैं। बाबा साहब अम्बेडकर को लेकर बोलते हैं कि डिजिटल पेमेंट की योजना का नाम भीम यूपीआई है। इसका नाम उन्होंने बाबा साहब के नाम पर रखा है। ऐसी सभाओं में वे कॉंग्रेस पर निशाना साधना नहीं भूलते हैं और कहते हैं कि कॉंग्रेस ने आदिवासी समाज के सम्मान को कभी नहीं स्वीकारा। आजादी के बाद एक ही परिवार ने रिमोट से सरकार चलाई है। पीएम मोदी किसानों के ऋण माफी की बात को भी, जोरदार तरीके से परोसते हैं। कुल मिला कर पीएम मोदी जिस प्रदेश में जाते हैं और जिस सीट पर जनसभा या रोड शो करते हैं, वहाँ की पूरी जानकारी रखते हैं। देश की मुख्य पार्टी कॉंग्रेस और इंडी के भीतर की अन्य पार्टियों की चाल और चरित्र को भी वे जानते हैं। ऐसे में विरोधियों को हड़काने के लिए वे तरकश के सारे महत्वपूर्ण तीर चलाते हैं। पीएम मोदी की यह सोची-समझी रणनीति, जनता को बहुत रिझा रही है। पीएम मोदी की एक जनसभा और एक रोड शो का असर कई लोकसभा सीटों पर हो रहा है। मोटे तौर पर एनडीए की चुनावी रणनीति, इंडी सहित अन्य पार्टियों पर बेहद भारी पड़ रही है। अभी तीन चरण का मतदाना होना बाँकि है। चुनाव परिणाम 4 जून को आने हैं। लेकिन एनडीए देश के सभी प्रांतों में फिलवक्त, काफी मजबूत दिख रही है। साउथ, महाराष्ट्र और बंगाल में भी पीएम मोदी का जलवा बेहतर नतीजे की ओर इशारे कर रहे हैं।