मुख्यमंत्री के पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी से मिल मुख्यमंत्री व उनका एमडब्ल्यूबी के डेलिगेशन ने जताया आभार
Chief Minister's Publicity Advisor
एमडब्ल्यूबी पत्रकारिता के मूल्यों तथा पत्रकारों के हितों की रक्षा- सुरक्षा करने वाली एक महत्वपूर्ण संस्था है-तरुण भंडारी
चंडीगढ़। Chief Minister's Publicity Advisor: मीडिया वेलबीइंग एसोसिएशन द्वारा पत्रकारों के कल्याण को लेकर लगातार किए जाने वाले सार्थक प्रयासों के परिणाम स्वरूप ही प्रदेश सरकार कई क्रांतिकारी फैसलें पत्रकारों व उनके परिवारों के हितों में ले चुकी है। हरियाणा गठन के बाद से बहुत सी कथित पत्रकार हितेषी संस्थाओं के गठन के बावजूद भी अभी तक पत्रकार समाज पूरी तौर पर सरकारी योजनाओं व लाभों से वंचित नजर आ रहा था। केवल नाम मात्र ही कुछ नीतियां पूर्व की प्रदेश सरकारों ने पत्रकारों के लिए बनाई। पत्रकारों के लिए पूरी समर्पित भावों से कार्य करने वाली संस्था एमडब्ल्यूबी की निस्वार्थ कार्यशैली पर खुद मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइजर तरुण भंडारी ने मोहर लगाई है। उन्होंने बातचीत के दौरान साफ कहा कि मीडिया वेलबीइंग एसोसिएशन पत्रकारिता के मूल्यों तथा पत्रकारों के हितों की रक्षा- सुरक्षा करने वाली एक महत्वपूर्ण संस्था है। जिसने न केवल हरियाणा बल्कि बाहरी प्रांतों में भी बीमारी या अन्य किसी आपदा से जूझ रहे पत्रकारों व उनके परिवारों को आर्थिक मदद समय-समय पर देकर एक नेक कार्य किया है। दरअसल संस्था का एक प्रतिनिधि मंडल संगठन के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी के नेतृत्व में पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी से उनका व मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त करने के लिए मिला था। इस डेलिगेशन में मीडिया वेलबीइंग एसोसिएशन चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र शर्मा, संस्था के पब्लिसिटी विभाग के इंचार्ज सुनील सरदाना, सह इंचार्ज दीपक मिगलानी, विकेश शर्मा तथा कैमरामैन विंग के पदाधिकारी संजय सिंह प्रमुख रूप से मौजूद थे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश के पत्रकारों को कैशलेस मेडिकल सुविधा देने की घोषणा की है, जिस पर इस डेलिगेशन ने तरुण भंडारी से मिलकर उनका व मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
संस्था की हर बात को मुख्यमंत्री लेते हैं गंभीरता से :डॉ तरुण भंडारी
इस मौके पर मुख्यमंत्री हरियाणा के पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भंडारी ने कहा कि मीडिया वेलबीइंग एसोसिएशन द्वारा मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान रखी गई सभी डिमांड में से अधिकतर मुख्यमंत्री ने स्वीकार की है, जिसमें कैशलेस मेडिकल सुविधा देने, पत्रकारों की 60 वर्ष के बाद शुरू होने वाली पेंशन रूपी राशि को बढ़ाने, डिजिटल मीडिया एड व एक्राडिशन पॉलिसी- विज्ञापन व मान्यता देने संबंधित तथा हाउसिंग प्रोजेक्ट में आरक्षण देने की मांगे प्रमुख थी। इन सभी चारों मांगों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जायज समझते हुए मान लिया है। यह चारों पूरी कर दी जा चुकी है। मुख्यमंत्री लगातार इस संगठन के कार्यशैली को देख व समझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सभी मांग पूरी तरह से पत्रकारों व उनके परिवारों की रक्षा -सुरक्षा और कल्याण से जुड़ी हुई थी बल्कि अभी तक संस्था द्वारा किए गए सभी कार्य ही पत्रकारों के लिए ही रहे हैं। संस्था की कोई भी मांग या कार्य निजी स्वार्थ के नहीं रहे। इसी कारण ही मुख्यमंत्री संस्था की हर बात को गंभीरता से लेते हैं।
नेक कार्य करने वाली संस्था एमडब्ल्यूबी को मेरा सदा पूरा सहयोग रहेगा : डॉ तरुण भंडारी
तरुण भंडारी ने कहा पत्रकारों के लिए सदा नेक कार्य करने वाली मीडिया वेलबीइंग एसोसिएशन की बकाया डिमांड मुख्यमंत्री से पूरी करवाने में उनका आगे भी सदा पूरा सहयोग रहेगा। मुख्यमंत्री स्वयं पत्रकारों के कल्याण के लिए पूरी तरह से समर्पित हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया की आजादी के पूरी तरह से पक्षधर हैं। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में डिजिटल मीडिया एक नई क्रांति के साथ सामने आई है। डिजिटल मीडिया के माध्यम से कई सकारात्मक बदलाव समाज में देखे गए हैं। उनकी मेहनत और क्षमता का पैमाना किसी भी रूप में कम नहीं है और लगातार मीडिया वेलबीइंग एसोसिएशन डिजिटल मीडिया के लिए एड पॉलिसी-एकराडिशन पॉलिसी इत्यादि के लिए सार्थक प्रयास कर रही थी, जिस पर मुख्यमंत्री की मोहर लगने से डिजिटल मीडिया के लोगों को आने वाले समय में काफी लाभ होगा और हम भी इससे काफी खुश हैं।
सामाजिक वातावरण को शुद्ध करने में एक बडा सहयोगी होता है पत्रकार
पत्रकारों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की जरूरत है यह समझा पाने में सफल रही है संस्था
दरअसल मुख्यमंत्री ने कुछ दिनों में ही पत्रकारों के हितों में कई बेहद हौसलावर्धक फैसले लिए हैं। जिनसे आने वाले समय में पत्रकारबंधुओ व उनके परिवारों को बड़ा लाभ सुनिश्चित होना तय हुआ है। इसके साथ-साथ लंबे समय से सरकारी योजनाओं से वंचित रहे इस समाज को ऐसी ताकत मिलेगी जिससे वह निस्वार्थ व समर्पित भाव से सामाजिक वातावरण को शुद्ध करने में एक बड़े सहयोगी के रूप में उभर पाएगा। आमतौर पर कई मामलों में पत्रकार की भूमिका पर प्रश्न चिन्ह भी लगते देखे गए हैं। मीडिया वेलबीइंग एसोसिएशन मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्रकारों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की जरूरत को समझा पाने में सफल रही है। जिस कारण मुख्यमंत्री लगातार संस्था की कार्यशैली- सोच और पत्रकारों के प्रति इसकी कर्तव्यनिष्ठा को सराहते भी नजर आए हैं। न केवल मुख्यमंत्री बल्कि प्रदेश के गृह- स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज, वन- पर्यटन और शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता तथा मुख्यमंत्री के बेहद नजदीकी गणमान्य नेतागण डॉ0 तरुण भंडारी, प्रवीण अत्रेय तथा मुख्यमंत्री टीम के बेहद विश्वसनीय ईमानदार कर्तव्यनिष्ठ अधिकारीगण डॉ0 संजीव कौशल, वी उमाशंकर, डॉ0 राजेश खुल्लर, डॉ0 अमित अग्रवाल इत्यादि समय-समय पर एसोसिएशन के स्वच्छ सोच पर मोहर लगाते हुए पूरा सहयोग देते रहे हैं।
संस्था के डेलिगेशन ने मुख्यमंत्री के नाम सौंपा एक मांग पत्र
पंचकूला में मुख्यालय व चंडीगढ़ प्रेस क्लब के तर्ज पर भवन बनाने के लिए सरकार दे सस्ते दामों पर एक कनाल भूमि : धरणी
मीडिया वेलबीइंग एसोसिएशन के डेलिगेशन ने सचिवालय में पहुंच मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइजर डॉ तरुण भंडारी से मिल उनका व मुख्यमंत्री का आभार जताया तथा मुख्यमंत्री द्वारा लिए गए पत्रकारों के हितों में क्रांतिकारी फैसलों को लेकर यमुनानगर में एक राज्य स्तरीय कार्यक्रम कर मुख्यमंत्री का हार्दिक अभिनंदन करने के लिए तिथि व समय सुनिश्चित करवाने को लेकर प्रार्थना की। डेलिगेशन का नेतृत्व कर रहे संस्था के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी ने मुख्यमंत्री के नाम मीडिया एडवाइजर डॉ तरुण भंडारी को एक मांग पत्र भी सौंपा जिसमें मीडिया जगत की आर्थिक स्थिति को कमजोर बताते हुए सभी जिलों में 15 साल से अधिक सक्रिय पत्रकारों व उनके परिवारों के सहयोग के लिए 10 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय देने पर विचार करने, वेब/डिजिटल की एकराडिशन पॉलिसी को सरल करने तथा मुख्यालय हरियाणा से बाहिर जालन्धर,नोएडा,दिल्ली या अन्य कहीं पर है को प्रिंट मीडिया की तरह मान्यता प्रदान7 करने का प्रावधान किया जाए। हरियाणा सरकार द्वारा डिजिटल मीडिया के लिए बनाए गए नियमों मेें मान्यता प्रदान करने की व्यवस्था को सरल करने समेत इन्हें पड़ोसी राज्य पंजाब व अन्य राज्यों की तर्ज पर संशोधन करने के लिए भी कहा गया साथ ही वेब मीडिया जिसका मुख्यालय चाहे हरियाणा से बाहर हो, उन्हें भी मान्यता प्रदान किए जाने की भी जरूरत बताई गई। प्रजतन्त्र के तीन स्तंभों की तर्ज पर चौथे स्तंभ मीडिया को भी टोल फ्री सुविधा उपलब्ध करवाने संबंधित मांग भी इस मांग पत्र में शामिल थी। इस मौके पर अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी ने मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइजर डॉ तरुण भंडारी को लिखित व मौखिक रूप से भी पंचकूला में मुख्यालय बनाने व चंडीगढ़ प्रेस क्लब के तर्ज पर भवन बनाने के लिए संस्था को सस्ते दामों पर 500 गज जगह उपलब्ध करवाने तथा हरियाणा प्रेस मान्यता कमेटी व प्रेस रिलेशन कमेटी का पुनर्गठन करने तथा इसमें एमडब्ल्यूबी के दो-दो सदस्यों को शामिल किए जाने की भी मांग की।
मुख्यमंत्री पहले दिन से पत्रकारों के संघर्ष-सहयोग व बलिदान के प्रति पूरी निष्ठा भाव से समर्पित रहे हैं : डॉ तरुण भंडारी
हाल ही में पत्रकारों को कैशलेस मेडिकल सुविधा देने की घोषणा के बाद प्रदेश भर के पत्रकारों में बेहद खुशी की लहर है। जिसे लेकर मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइजर डॉक्टर तरुण भंडारी भी काफी प्रसन्न नजर आए और उन्होंने जल्द कैशलेस मेडिकल सुविधा के कार्ड जारी करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित अधिकारियों को जल्द यह कार्ड जारी करने के निर्देश दे दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह कैशलेस मेडिकल सुविधा प्रदेश भर के पत्रकारों व उनके परिवारों को एक बेहद सुरक्षा का आवरण प्रदान करेगी। लगातार समाज के प्रति समर्पित भाव रखते हुए दिन-रात पत्रकार अपनी जान जोखिम में डालकर समाज के लिए कड़ी चुनौतियों का सामना करता है। समाज में बैठे शरारती- अपराधी तथा गलत प्रवृत्ति के लोगों से भी कई मौको पर आमना सामना होने की घटनाएं भी सामने आती रहती हैं। लेकिन आज तक किसी भी सरकार ने पत्रकारता की महत्वता और पत्रकारों के समर्पण भाव को नहीं समझा। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल पहले दिन से पत्रकारों के संघर्ष-सहयोग और उनके बलिदान के प्रति पूरी निष्ठा भाव से समर्पित रहे हैं और मीडिया वेलबींइग एसोसिएशन के अथक प्रयासों के सार्थक परिणाम सामने आए हैं कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक बेहद सकारात्मक सोच के साथ ऐसे क्रांतिकारी और जबरदस्त फैसला लेते हुए पत्रकारों के भविष्य को सुरक्षित करने का काम किया है।
विकट परिस्थितियों में हुआ था एमडब्ल्यूबी के गठन का फैसला
मीडिया वेलबीइंग एसोसिएशन के गठन का उद्देश्य मात्र प्रदेशभर के पत्रकारों को सामाजिक व सरकारी स्तर पर एक सुरक्षा आवरण प्रदान करवाने का रहा है। कोरोना काल की विकट परिस्थितियों में पत्रकार या उनके परिवार तक को संक्रमित होने के दौरान सरकारी अपर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं तथा धन के अभाव के चलते बड़े संकटों का सामना करना पड़ा था। जिस दौरान कई पत्रकार या उनके परिवार के सदस्य को जान तक जवानी पड़ी। उस दौरान कथित तौर पर पत्रकारों के हितों के लिए बने संगठनों का कुछ खास सहयोग न मिल पाने के कारण मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी ने एक मजबूत संस्था के निर्माण का फैसला किया था। जिस बारे प्रदेश भर के बेहद वरिष्ठ पत्रकारों के विचार विमर्श के बाद इस संगठन का गठन किया गया और पहले दिन से यह संस्था लगातार एक मजबूत मंच प्रदेश भर के पत्रकारों को दे रही है। जिसमे प्रदेश पर से बड़ी संख्या में पत्रकार लगातार जुड़ रहे हैं। संस्था द्वारा करवाए गए कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री तथा कई मंत्रियों ने शामिल होकर पत्रकारों के कल्याण हेतु आर्थिक रूप से इस संस्था का बड़ा सहयोग किया।
अगर कहें कि पत्रकारों के लिए कोई संस्था आज संघर्षरत है तो वह मीडिया वेल बीइंग एसोसिएशन है। पहले कभी किसी संस्था द्वारा मजबूती से पत्रकारों के हितों की आवाज ना उठाए जाने के कारण ही सरकारी लाभ से पत्रकार समाज वंचित रहा है। हर मौके पर हर समाज के लिए एक मजबूत आवाज बुलंद करने वाला पत्रकार खुद हमेशा अपने हितों की अनदेखी को मजबूर रहा। इसी कारण किसी भी सरकार ने इस और गंभीरता नहीं दिखाई।
एसोसिएशन समय-समय पर दुर्घटना मृत्यु बीमा और टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी के लाभ पत्रकारों को देती रही है। प्रदेशभर में हजारों की संख्या इस संगठन के सदस्यों की है। लेकिन अब तक सभी संस्थाएं बीमा पॉलिसी के नाम पर कुछ ना कुछ शुल्क पत्रकारों से अवश्य लेती थी। लेकिन एमडब्ल्यूबी पहली ऐसी संस्था है जो किसी भी पत्रकार से किसी भी तरह के इंश्योरेंस की एवज में कोई शुल्क प्राप्त नहीं करती है।
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