जम्मू-कश्मीर में अफगानिस्तान से आई कवच भेदी गोलियों का इस्तेमाल कर रहे आतंकी, भारतीय सेना ने मंगाई नई बुलेटप्रूफ जैकेट
जम्मू-कश्मीर में अफगानिस्तान से आई कवच भेदी गोलियों का इस्तेमाल कर रहे आतंकी, भारतीय सेना ने मंगाई न
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी अब ऐसी गोलियों का इस्तेमाल करने लगे हैं जो बुलेट प्रूफ जैकेट को भेद दे रही है। हाल के मुठभेड़ों में यह बात सामने आई है। इसे देखते हुए सेना ने नए बुलेटप्रूफ जैकटों को ऑर्डर दिया है। दरअसल, आतंकवादियों को ये बुलेट्स अफगानिस्तान से मिले है। अमेरिकी सेना के जवान इन बुलेट्स का इस्तेमाल अफगानिस्तान में करते थे। अफगानिस्तान से अमेरिका सेना अपने हथियार और अन्य रक्षा उपकरण छोड़कर गई जिसके बाद ये हथियार आतंकवादियों के हाथ लग गए।
अफगानिस्तान से बुलेट्स कश्मीर पहुंचे
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सरकार के सूत्रों का कहना है, 'आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों के खिलाफ मजबूत कवच को भेद देने वाला बुलेट्स का इस्तेमाल किया है। यहां तक कि सेना के जवान जो बुलेट प्रूफ जैकेट पहनते हैं, उनमें से कुछ को इन बुलेट्स ने भेद दिया। यही नहीं आतंकवादी कनाडा निर्मित रात में देखने वाले उपकरण का इस्तेमाल भी करते दिखे हैं। नाटो सेना ने अफगानिस्तान में जो हथियारों का जखीरा छोड़ा उसका इस्तेमाल अब आतंकवादी करने लगे हैं।'
सेना के शीर्ष अधिकारियों की बैठक में हुई चर्चा
सूत्रों ने बताया कि अप्रैल में आर्मी कमांडर्स की बैठक में सेना के शीर्ष अधिकारियों ने इस मामले पर चर्चा की। इन बुलेट्स से मुकाबला करने के लिए सेना ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। चिनार कोर के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ों के दौरान आतंकियों ने इस तरह के बुलेट्स का इस्तेमाल किया है। कुछ मुठभेड़ों के समय उनके बुलेट्स ने कुछ जैकेट को भेद दिया।
अरबों डॉलर का हथियार छोड़कर गए अमेरिकी सैनिक
सेना के अधिकारी ने कहा, 'अभी हम मुठभेड़ों के दौरान लेवल 3 जैकेट्स का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन अब आगे हम लेवल 4 जैकेट्स का इस्तेमाल करेंगे। लेवल 4 जैकेट्स इन बुलेट्स से जवानों की सुरक्षा करेगा।' रिपोर्टों की मानें तो अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान में करीब 7-8 अरब डॉलर कीमत के तरह-तरह के हथियार छोड़े हैं।