गठबंधन सरकार की गलत नीति से 2.66 लाख स्वयंसेवक बेरोजगार हो गए

Wrong Policy of Coalition Government
COVID-19 और विजयवाड़ा के बाढ़ संकटों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्वयंसेवकों से धोखा
( अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )
अमरावती : Wrong Policy of Coalition Government: (आंध्र प्रदेश) राज्य की विपक्ष पार्टी वाईएसआर पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता पुट्टा शिव शंकर ने गठबंधन सरकार पर ग्राम और वार्ड ग्रामीणों के स्वयंसेवकों को तेलुगु देशम पार्टी की गठबंधन सरकार ने धोखा देने, उन्हें रोजगार करने वालों को बेरोजगार बनाकर और उनके परिवारों को गरीबी संकट में डालने का आरोप लगाया।
ताडेपल्ली में वाईएसआर पार्टी केंद्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि चंद्रबाबू नायडू और पवन कल्याण ने चुनाव से पहले झूठे वादों के साथ भारतीय जनता पार्टी संयुक्त गठबंधन सरकार ने स्वयंसेवकों को पार्टी को जीतने से ₹10000 वेतन बढ़ोतरी करने का आम सभाओं में कई बार घोषणा किया ₹10000 देने की बात तो दूर पूरे लाखों लोगों को बेरोजगार बना दिया और उन्हें उसे नौकरी में रहने से वंचित कर दिया धोखा दिया गया लेकिन सत्ता में आने के बाद उनको घोषणा और पार्टी के चुनावी वादों की मेनिफेस्टो के अनुरोध धोखा दिया गया जिसको लेकर न्यायालय में मेनिफेस्टो के आधार पर की गई घोषणा अब उसे घोषणा से मुकरने के वजह से भारतीय संवैधानिक ढंग से धोखा देना झूठ बोलना आश्वासन को प्रशासन तंत्र में आने के बाद अधिकार पाने के बाद उसे वंचित करने का मामला दायर करने की गुहार लगा जनता के सहयोग न्यायालय में झूठे वादे के विरोध मामला दायर करने का भी चेतावनी दिया।
उन्होंने गुजरे वर्ष की याद दिलाया कि 2024 में चैत्र नवरात्रि के प्रथम पंचांग श्रवण के दौरान विशिष्ट वेद पंडितों के सामने आश्वासन दिया था ( उगादीपर्व 2024 में ), चंद्रबाबू ने स्वयंसेवकों को आश्वासन दिया था कि उनका मानदेय ₹5,000 से बढ़ाकर ₹10,000 कर दिया जाएगा और वे अपनी भूमिकाएँ जारी रखेंगे और नौकरियों में यथा स्थिति रखेंगे कहा । लेकिन यह गठबंधन की धोखा देने वाली सरकार टीडीपी-जन सेना भाजपा के घोषणापत्र में भी शामिल था। लेकिन , सरकार बनाने के बाद, उन्होंने पूरी स्वयंसेवक प्रणाली को खत्म कर दिया, जिससे 2.66 लाख स्वयंसेवक बेरोजगार हो गए। को उन्हीं नेताओं ने धोखा दिया, जिन्होंने कभी उनसे वोट मांगे थे। पुट्टा शिव शंकर ने पवन कल्याण की भी आलोचना की, जिन्होंने स्वयंसेवकों के लिए “बड़े भाई” होने का दावा किया था और उनके वेतन को दोगुना करने का वादा किया था। इन आश्वासनों के बावजूद, वे सत्ता में आने के बाद चुप रहे हैं।
सरकार ने अपने उचित मानदेय के लिए विरोध करने वाले स्वयंसेवकों को गिरफ्तार करने का भी तेलुगु देशम पार्टी ने समर्थन दिया था । उन्होंने सवाल किया कि अगस्त 2023 में इस व्यवस्था को कैसे समाप्त किया जा सकता है कहा था, सबसे बड़ी दिलचस्प बात यह है वालंटियर जैसे स्वयंसेवकों को जून 2024 तक वेतन मिलता रहा और नियमित करने का आश्वासन भी दिया गया था और विजयवाड़ा बाढ़ के दौरान आधिकारिक तौर पर तैनात भी किया गया था। वाईएसआर पार्टी ने मांग की कि सरकार तुरंत स्वयंसेवकों को बहाल करे, उनके लंबित वेतन को ₹10,000 तक बढ़ाए और उनकी अचानक बर्खास्तगी से प्रभावित परिवारों को न्याय सुनिश्चित करे।
हमारी वाईएसआर पार्टी ने न्याय मिलने तक स्वयंसेवकों के अधिकारों के लिए संपूर्ण र राज्य सर आंदोलन धरने और भूख हड़ताल एव क्रमिक हड़ताल कर मांग पूरा होते तक न्यायालय प्रक्रिया में भी सम्मिलित होंगे जनहित जनता के समर्थन में आश्वासन के अनुरूपपूरा करने का न्याय प्रक्रिया के आधार पर लड़ेंगे कहा ।