तेजस्वी यादव के बयान से बिहार की राजनीति में तूफान, इंडिया अलायंस पर सवाल उठाए!
- By Arun --
- Thursday, 09 Jan, 2025
Tejashwi Yadav's Bold Remarks Shake Bihar Politics and India Alliance
पटना, 9 जनवरी: Tejashwi Yadav's Remarks Stir Bihar Politics: इंडिया अलायंस को लेकर बिहार के नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव के हालिया बयान से राज्य की राजनीति में उबाल आ गया है। तेजस्वी यादव ने बक्सर में मीडिया से बात करते हुए इंडिया अलायंस के अस्तित्व पर सवाल उठाए और इसे केवल लोकसभा चुनाव के लिए गठित गठबंधन बताया। उनका यह बयान कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के लिए चौंकाने वाला था।
इंडिया अलायंस पर उठाए सवाल
तेजस्वी यादव ने कहा कि इंडिया अलायंस केवल लोकसभा चुनाव के लिए था और दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में राहुल गांधी की कांग्रेस और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी में से किसी को भी इंडिया का समर्थन प्राप्त नहीं होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिहार में राजद और कांग्रेस एक साथ हैं, लेकिन उनका गठबंधन नरेंद्र मोदी को केंद्र से बाहर करने के उद्देश्य से बनाया गया था।
कांग्रेस ने बयान पर प्रतिक्रिया दी
कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने तेजस्वी यादव के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी को भी कांग्रेस को हल्के में नहीं लेना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि जो हमें हल्के में लेता है, उसे हम और भी ज्यादा हल्के में लेते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की मौजूदा सरकार आम जनमानस के खिलाफ काम कर रही है, और इस पर उनकी मोर्चाबंदी जारी रहेगी। शकील अहमद खान का यह बयान राजनीतिक समीकरणों को और पेचिदा बना सकता है।
बीजेपी और जेडीयू का तंज
बीजेपी और जेडीयू ने तेजस्वी यादव के बयान के बाद इंडिया अलायंस पर तंज कसते हुए कहा कि इस गठबंधन में कई अंतर्निहित असहमति हैं। बीजेपी के प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस क्षेत्रीय दलों पर निर्भर है, जिससे छोटी पार्टियां उस पर हावी हो रही हैं। उन्होंने कहा कि शकील अहमद खान को यह समझ में आ गया है कि उनका जनाधार खत्म हो गया है, और यही कारण है कि वे अब छोटे दलों से धमकियां खा रहे हैं।
कांग्रेस-राजद संबंधों में बढ़ रही खटास
कांग्रेस और राजद के बीच रिश्तों में तनाव बढ़ता जा रहा है। बिहार में हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी ने एक सीट पर चुनाव लड़ने की कोशिश की थी, लेकिन राजद ने उन्हें यह मौका नहीं दिया। इससे पहले तेजस्वी यादव ने कई बार यह कहा था कि लोकसभा चुनाव में, जहां जिस पार्टी की ताकत ज्यादा होगी, वही बड़ा भाई बनेगा।
इंडिया अलायंस का गठबंधन और उसकी भविष्यवाणी
इन बयानों से यह स्पष्ट हो रहा है कि इंडिया अलायंस में सीटों का बंटवारा और गठबंधन के उद्देश्य को लेकर आंतरिक मतभेद बढ़ चुके हैं। राजद और कांग्रेस के बीच शक्ति संघर्ष का यह मामला आगामी चुनावों में बड़ा मुद्दा बन सकता है। अब देखना होगा कि तेजस्वी यादव और कांग्रेस के नेताओं के बीच यह राजनीतिक विवाद किस दिशा में जाता है और बिहार की राजनीति पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है।