तरनतारन में बम ब्लास्ट का मामला; NIA कोर्ट में आज आरोपी पर सुनवाई, 2 की मौत हुई थी, सुखबीर बादल को बनाना था निशाना
Tarn Taran Bomb Blast Case Latest Updates
Tarn Taran Bomb Blast Case Latest Updates: साल 2019 में तरनतारन के गांव पंडोर गोला में हुए बम ब्लास्ट के मामले में आज नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की विशेष अदालत में सुनवाई होनी है। दरअसल, बम ब्लास्ट के आरोपी मासा सिंह उर्फ मनदीप ने अपनी जमानत को लेकर अदालत में याचिका दाखिल की है। जहां आरोपी की याचिका पर ही एनआईए अदालत सुनवाई करेगी। आरोपी मासा ने जनवरी 2023 में जमानत याचिका दाखिल की थी।
बम ब्लास्ट में 2 की मौत हुई थी
जानकारी के अनुसार, 4 सितंबर 2019 को तरनतारन के गांव पंडोरी गोला के एक खाली प्लाट में बम ब्लास्ट हुआ था। इस बम ब्लास्ट में दो लोगों की बिक्रमजीत सिंह विक्की और हरप्रीत सिंह हैप्पी की मौत हो गई थी जबकि एक अन्य गुरजंट सिंह उर्फ जंटा बुरी तरह से जख्मी हो गया था।
NIA ने जांच के बाद 7 को पकड़ा, एक की मौत हुई
इधर, बम ब्लास्ट का यह मामला 23 सितंबर 2019 को एनआईए को सौंप दिया गया। जहां जांच के दौरान एनआईए ने मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया था। लेकिन इन सात में से अक्टूबर 2021 को अमृतसर के सरकारी अस्पताल में मलकीत सिंह मीता उर्फ शेरा की संदिग्ध हालत में इलाज के दौरान मौत हो गई थी.
सुखबीर बादल को बनाना था निशाना
बतादें कि, आरोपियों से एनआईए की पूछताक्ष के दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ था। पूछताछ के दौरान सामने आया था कि पंजाब में बेअदबी के लिए सुखबीर सिंह को जिम्मेदार ठहराते हुए उनपर हमला किया जाना था। सुखबीर बादल पर हमला करने के लिए बम बनाए गए थे। पूछताछ में मलकीत सिंह ने बताया था कि 2016 में इन बमो से शियद प्रधान सुखबीर सिंह बादल पर हमला करना था लेकिन भारी सुरक्षा के कारण उनके मंसूबें कामयाब नहीं हो पाए। इसलिए उन्होंने बम एक प्लॉट में छिपाकर रख दिए थे।
साजिश के पीछे का मुख्य आरोपी भी पकड़ा गया
वहीं एनआईए ने इस पूरी साजिश के पीछे के मुख्य आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल कर ली थी। मुख्य आरोपी की पहचान विक्रम सिंह बिक्कर के रूप में हुई थी। विक्रम जुलाई 2018 में अर्मेनिया के रास्ते ऑस्ट्रिया भाग गया था। एनआईए ने दिसंबर 2022 में मुख्य आरोपी विक्रम को गिरफ्तार किया। आरोपी विक्रम को बियना से प्रत्यर्पित कर दिसंबर 2022 में दिल्ली हवाई अड्डे पर लाया गया था।
रिपोर्ट- निजी संवाददाता