पोंगल 2025 के अवसर पर तमिलनाडु सरकार का तोहफ़ा

पोंगल 2025 के अवसर पर तमिलनाडु सरकार का तोहफ़ा, छुट्टियों में हुई बदलाव, जानें इस त्योहार का महत्व

 तमिलनाडु में पोंगल त्योहार के मौके पर तरह-तरह की तैयारी चल रही हैं।

 

Pongal: एक हफ्ते में तमिलनाडु, उत्सव का मैदान बनने जा रहा है, क्योंकि तमिल लोगों के द्वारा मनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार में से एक पोंगल कि जल्द ही शुरुआत होने जा रही है। यह त्यौहार बहुत ही उत्साह और भव्यता के साथ मनाया जाता है। तमिलनाडु में पोंगल त्योहार के मौके पर तरह-तरह की तैयारी चल रही हैं। लोगों को उनके मूल स्थान पर जाने के लिए अतिरिक्त बस ट्रेन आदि सभी तैयार किए जा रहे हैं, और इसी के बीच तमिलनाडु सरकार ने भी अपने राज्य के लोगों को एक बड़ा तोहफा दिया है। तो चलिए थोड़े विस्तार से जानते हैं कि आखिर यह तोहफा है क्या।

 

तमिलनाडु सरकार की घोषणा

 

तमिलनाडु सरकार ने पोंगल के अवसर पर आधिकारिक बयान दिया है, और यह घोषणा की है कि थाई पोंगल त्योहार 14 जनवरी को मनाया जाएगा इसके बाद 15 जनवरी और 16 जनवरी को मट्टू पोंगल और किसान दिवस मनाया जाने के कारण छुट्टियों की घोषणा की गई है। ऐसे में तमिलनाडु सरकार ने लोगों को सुखद सरप्राइज दिया है इसे पोंगल अवकाश में कुछ बदलाव किए गए हैं और अतिरिक्त छुट्टियां दी गई है परिणाम स्वरुप आम जनता विदेश में पढ़ने वाले और काम करने वाले छात्रों में खुशी की लहर है। तमिलनाडु सरकार ने विस्तारित पोंगल त्योहार समारोह को समायोजित करने के लिए 14, 15, 16 और 17 जनवरी को छुट्टियों की घोषणा कर दी है।

 

पोंगल का महत्व

पोंगल का त्योहार तमिलनाडु के लिए काफी महत्वपूर्ण त्यौहार है पोंगल फसल कटाई और संपन्नता के प्रतीक का उत्सव होता है। पोंगल के दिनों में घर के बाहर रंगोली बनाई जाती है और खेत में होगी चीजों से सूर्य देव को भोग लगाया जाता है, साथ ही यह पर्व ईश्वर को धन्यवाद देने के अवसर के रूप में भी मनाया जाता है। फसल कटाई पर ईश्वर के प्रति आस्था प्रकट की जाती है, जिसमें उन्होंने हमें इस लायक बनाया कि हम आपस में मिलजुलकर इस पर्व को मना सके। पोंगल के पर्व में साफ सफाई, रंगोली, सजावट, ईश्वर से प्रार्थना के रूप में देखा जाता है इस पर्व को लोग परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर उत्साह के साथ मनाते हैं, और खास बनाए गए पोंगल के प्रसाद का आनंद लेते हैं।