BJP-SAD के गठबंधन पर आ गया सुखबीर बादल का बयान; कही यह बात, उधर कमल वालों ने भी कर दिया खुलासा!
Sukhbir Badal on BJP-SAD Alliance
Sukhbir Badal on BJP-SAD Alliance: भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल में फिर से गठबंधन होने की चर्चाओं पर सुखबीर बादल ने कहीं न कहीं विराम लगा दिया है। सुखबीर सिंह बादल का इस पूरे मसले पर बयान सामने आ गया है। सुखबीर बादल BJP-SAD के गठबंधन को खारिज करते नजर आए हैं। बादल ने कहा कि, हमारा गठबंधन BSP के साथ है तो BJP के साथ गठबंधन का सवाल कैसे उठ सकता है? सुखबीर बादल ने कहा कि, हमारी जो आंतरिक बैठकें हो रहीं हैं वो रूटीन की हैं और ये बैठकें पंजाब के विभिन्न मुद्दों पर की जा रहीं हैं।
BJP बोली- हम पंजाब में अकेले ही लड़ेंगे
इधर, अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साथ-साथ पंजाब बीजेपी प्रभारी विजय रुपाणी का भी BJP-SAD के गठबंधन पर बयान सामने आया है। विजय रुपाणी ने कहा कि, पंजाब में बीजेपी अकेले ही लोकसभा चुनाव लड़ेगी। पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर बीजेपी के ही उम्मीदवार उतरेंगे।
एक मंत्री पद के साथ BJP-SAD के गठबंधन की चल रही चर्चा
बतादें कि, इससे पहले मीडिया रिपोर्ट्स में बीजेपी और अकाली दल के गठबंधन की खबरें जोरों पर चल रहीं थीं। कहा जा रहा था कि, दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन के पैमाने तय कर लिए गए हैं और किसी भी वक्त दोनों ओर से गठबंधन का औपचारिक ऐलान किया जा सकता है। दोनों पार्टियों में यह गठबंधन लोकसभा चुनाव -2024 को लेकर किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बताया गया कि शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन की इस प्रक्रिया में केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल भी होगा. बीजेपी द्वारा शिरोमणि अकाली दल को केंद्रीय मंत्रिमंडल में एक मंत्री पद दिया जाएगा। हरसिमरत कौर को एग्रीकल्चर मिनिस्टर बनाने की बात कही गई। हालांकि, आपको बतादें कि, हरसिमरत कौर पहले भी बीजेपी वाली केंद्र सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। वह केंद्रीय खाद्य एवं प्रसंस्करण उद्योग मंत्री रहीं थीं।
किसान आंदोलन के दौरान इस्तीफा दिया
हरसिमरत कौर ने 2020 में किसान आंदोलन के दौरान केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों का विरोध करते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। वहीं हरसिमरत कौर के इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद ही शिरोमणि अकाली दल ने बीजेपी के साथ अपना गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया। शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी के बीच 1996 में गठबंधन हुआ था। शिरोमणि अकाली दल लंबे समय तक बीजेपी के साथ हिमायती बनके रहा।
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