Students of government schools will say 'Jai Hind'

सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी बोलेंगे ‘जयहिंद’

Students of government schools will say 'Jai Hind'

Students of government schools will say 'Jai Hind'

Students of government schools will say 'Jai Hind'- चंडीगढ़। राजकीय स्कूलों में सुबह की प्रार्थना या फिर कक्षा में गुरुजी के आगमन पर विद्यार्थी अब ‘गुड मार्निंग’ की जगह ‘जय हिंद’ के साथ अभिवादन करेंगे। प्रदेशभर के स्कूलों में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जय हिंद अभिवादन के तौर पर लागू किया जाएगा।

विद्यालय शिक्षा निदेशालय की ओर से शुक्रवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी करते हुए सभी जिला शिक्षा अधिकारी, मौलिक शिक्षा अधिकारी और खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि विद्यार्थियों में देशभक्ति और राष्ट्रीय गौरव की भावना को बढ़ावा देने के लिए गुड मॉर्निंग की जगह जय हिंद को अभिवादन के रूप में लागू करने का फैसला लिया गया है।

इसका मकसद विद्यार्थियों को प्रतिदिन राष्ट्रीय एकता की भावना और देश के समृद्ध इतिहास के प्रति सम्मान के लिए प्रेरित करना है। निदेशालय की ओर से उल्लेख किया गया है कि जय हिंद का नारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा दिया गया था।

उन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ आंदोलन के दौरान आजाद हिंद फौज गा गठन किया था, जिसमें उन्होंने जय हिंद के नारे को लोकप्रिय बनाया था। स्वतंत्रता के बाद जयहिंद को भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा अभिवादन के तौर पर अपनाया गया जो राष्ट्र की संप्रभुता और सुरक्षा के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता का प्रतीक है।

निदेशालय की ओर से जिला शिक्षा अधिकारियों को लिखे पत्र में जयहिंद को अभिवादन के तौर पर लागू का महत्व भी बताया है। जय हिंद अभिवादन विद्यार्थियों में राष्ट्रीय गौरव और एकता की मजबूत भावना पैदा करेगा, जो देशभक्ति का प्रतीक है। इसके साथ ही राष्ट्र और उसके मूल्यों के प्रति सम्मान बढ़ेगा। जय हिंद क्षेत्रीय भाषाई और सांस्कृतिक मतभेदों से परे है, जो एकता को बढ़ावा देगा। इसके साथ ही भारतीय सेनाएं, अर्धसैनिक बल, पुलिस बल जिनकी सेवाएं अनुशासन के रूप में पहचान रखती हैं, उनके द्वारा जयहिंद को अभिवादन के रूप में लागू किया गया है। यह अनुशासन और एकरूपता को बढ़ावा देगा। दैनिक दिनचर्या में पारंपरिक अभिवादन को शामिल करने से सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रीय परंपराओं के प्रति सम्मान बढ़ेगा। इसके साथ ही जयहिंद भविष्य की पीढिय़ों को प्रेरणा और एकजुट करने वाली शक्ति का प्रतीक है।