चंडीगढ़ में शिक्षक और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की हड़ताल, कई कॉलेजों में पढाई थप, जानिए क्या है बड़ी वजह
Strike of Teachers and Non-Teaching Staff
Strike of Teachers and Non-Teaching Staff: चंडीगढ़ में सरकारी सहायता प्राप्त निजी कॉलेजों के टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ(Non-Teaching Staff) आज हड़ताल पर हैं। चंडीगढ़ प्रशासन(Chandigarh Administration) के खिलाफ टीचिंग और नॉन टीचिंग यूनियनों की जॉइंट एक्शन कमेटियां विरोध कर रही हैं। संघ का कहना है कि प्रशासन ने शिक्षकों के लिए केंद्रीय सेवा नियमावली(Central service rules) लागू नहीं की और गैर शिक्षक कर्मचारियों(Non-Teaching Staff) के लिए छठा वेतन आयोग भी लागू नहीं किया. शहर के कई निजी कॉलेजों के बाहर शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारियों ने प्रशासन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की.
डीएवी कॉलेज शिक्षक संघ(DAV College Teachers Association) के अध्यक्ष सुमित गोखलानी ने कहा कि प्रशासन ने पिछले महीने पंजाब सरकार के 7वें आयोग के नोटिफिकेशन को अपनाया था. हालांकि, मार्च 2022 में केंद्रीय गृह मंत्री की घोषणा के बावजूद उन पर केंद्रीय सेवा नियम लागू नहीं किए गए.
सेवा के लाभों से अनभिज्ञ / unaware of the benefits of the service
शिक्षकों ने कहा है कि सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेजों में शिक्षकों की सेवा स्थिति स्पष्ट नहीं है. वहीं शिक्षक भी केंद्रीय सेवा नियमावली के तहत मिलने वाले लाभ से अनभिज्ञ हैं। इनमें चाइल्ड केयर लीव, प्रोबेशन पीरियड, पिछले सेवा लाभ आदि शामिल हैं।
एमएचए की अधिसूचना को आधार बनाया गया / MHA notification based on
दूसरी ओर, नॉन टीचिंग यूनियन, चंडीगढ़ के सचिव दिवांकर तिवारी ने कहा कि 2011 के एमएचए नोटिफिकेशन के अनुसार सरकारी और सहायता प्राप्त कॉलेजों के नॉन टीचिंग स्टाफ के बीच काफी समानता है. इसके बावजूद नॉन टीचिंग स्टाफ छठे वेतन आयोग के लाभ का इंतजार कर रहा है।
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