जीरकपुर नगर परिषद में स्ट्रीट लाइट घोटाला!
जीरकपुर नगर परिषद में स्ट्रीट लाइट घोटाला!
दफ्तर की फाइलों में ही लगा डाले खंभे और लाइटें
ग्रांउड जीरो पर न खंभे न लाइटें हो गई लाखों की अदायगी
परिषद प्रधान के चहेते ठेकेदार पर मेहरबान भ्रष्ट अधिकारी
जीरकपुर। भ्रष्टाचार व घोटालों का अड्डा बन चुकी जीरकपुर नगर परिषद में एक और घोटाला सामने आया है। यहां न तो खंभे लगे हैं और न ही स्ट्रीट लाइटें इसके बावजूद नगर परिषद के अधिकारी परिषद प्रधान उदयवीर ढिल्लों के चहेते ठेकेदार पर इतने मेहरबान हुए कि उन्होंने घर बैठे ठेकेदार को लाखों रुपये की अदायगी तक कर डाली।
जीरकपुर नगर परिषद के कई घोटालों को बेनकाब कर चुके जैक रैजीडेंटस वैलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सुखदेव चौधरी ने स्ट्रीट लाइट घोटाले का खुलासा करते हुए बताया कि नगर परिषद द्वारा कुछ समय पहले नाभा साहिब गुरूद्वारा मार्ग पर स्ट्रीट लाइटें लगाए जाने की योजना बनाई गई।
इसके लिए नगर परिषद के अधिकारियों ने बकायदा एक रिपोर्ट तैयार की। इस काम के लिए आयोजित टेंडर प्रक्रिया में तीन कंपनियों ने भाग लिया। रिपोर्ट तैयार करने के बाद 27 लाख 20 हजार रुपये का काम एक कंपनी को कथित तौर पर अलाट कर दिया गया। नगर परिषद प्रधान उदवीर ढिल्लों के करीबी व्यक्ति की इस कंपनी ने चरणबद्ध तरीके से खंभे लगाकर एलईडी लाइटें भी लगा दी। नगर परिषद के अधिकारियों ने इस घोटाले में ठेकेदार का सहयोग करते हुए अपनी रिपोर्ट में काम पूरा किया गया दिखा दिया।सुखदेव चौधरी ने बताया कि इस घोटाले व फर्जीवाड़े का अंत यहीं नहीं हुआ। अधिकारियों ने ठेका कंपनी को 23 लाख 31 हजार 488 रुपये की अदायगी भी कर डाली।
जैक ने जब लोगों की शिकायत पर मामले की गहराई से जांच की तो पता चला कि जिस जगह पर स्ट्रीट लाइटें लगाने की एवज में ठेकेदार को लाखों रुपये की अदायगी की गई वहां कुछ भी नहीं मिला। खंभे तथा स्ट्रीट लाइटें व अन्य सामान नगर परिषद के स्टोर रूम से बाहर निकला ही नहीं और ठेकेदार को 23 लाख 31 हजार 488 रुपये की अदायगी भी हो चुकी है।
कहां से लिया सामान नहीं पता
जैक द्वारा जुटाई गई जानकारी में पता चला है कि नगर परिषद ने खंभे, लाइटें तथा अन्य सामान कहां से लिया है,किस-किस कंपनी को बोलीदाता या कुटेशन के रूप में शामिल किया गया, इसके बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हुई। इस समान की सारी अदायगी भी हो चुकी है। जबकि नियमानुसार यह अदायगी नहीं होनी चाहिए थी।
पहले राम तलाई घोटाला, अब नाभा साहिब गुरूद्वारा घोटाला
जैक प्रधान सुखदेव चौधरी ने कहा कि कांग्रेस के हलका इंचार्ज दीपइंदर सिंह ढिल्लों के करीबी ने डेराबस्सी में राम तलाई के निर्माण में कथित घोटाला किया। अब दीपइंदर सिंह ढिल्लों के बेटे उदयवीर ढिल्लों ने नाभा साहिब गुरूद्वारा मार्ग पर फैंसी लाइटों के नाम पर घोटाला किया है, धर्म के नाम पर लूट क्यों मचाई हुई है।
चौधरी ने ढिल्लों व अन्यों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग करते हुए कहा कि उन्हें आशंका है कि दीपइंदर सिंह ढिल्लों भ्रष्ट अधिकारियों के साथ मिलकर चुनावी शोरगुल में इस मामले को दबा सकते हैं। अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो जैक द्वारा 24 जनवरी को स्थानीय सरकार विभाग के हैड ऑफिस चंडीगढ़ का घेराव किया जायेगा।