जाने सर्दियों में क्यों आती है ज्यादा नींद ?

By: Rochita

december 23, 2024

शरीर का तापमान कम होना सर्दियों में वातावरण का तापमान कम हो जाता है, जिससे शरीर को अपना तापमान बनाए रखने में अधिक ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है।

दिन की रोशनी का कम होना सर्दियों में दिन छोटे होते हैं, यानी सूरज की रोशनी कम समय के लिए मिलती है। सूरज की रोशनी मेलाटोनिन (sleep hormone) के उत्पादन को नियंत्रित करती है, जो हमारे शरीर को नींद के लिए प्रेरित करती है।

मौसम और हार्मोनल बदलाव सर्दियों में मौसम का बदलाव और हार्मोनल परिवर्तन भी नींद को प्रभावित कर सकते हैं। सर्दी में शरीर ज्यादा आराम चाहता है, और हार्मोनल बदलावों के कारण शरीर को अधिक नींद की जरूरत महसूस होती है।

मनोरंजन और गतिविधियों का कम होना ठंड के कारण लोग अक्सर घर में रहते हैं और उनकी शारीरिक सक्रियता घट जाती है, जिससे शरीर में थकान कम महसूस होती है, और नींद ज्यादा आती है।

कम शारीरिक गतिविधि सर्दियों में लोग कम शारीरिक गतिविधियों में शामिल होते हैं, शारीरिक गतिविधियों की कमी से शरीर में ऊर्जा कम हो सकती है, जिससे नींद आने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है।

सर्दियों में आराम की मानसिक आवश्यकता सर्दियों में ठंड और अंधेरे के कारण हम मानसिक और शारीरिक रूप से अधिक आराम की ओर प्रवृत्त होते हैं

यह शरीर का स्वाभाविक तरीका है, जो ऊर्जा संचित करने और शारीरिक थकान को दूर करने के लिए होता है।

सर्दियों में ज्यादा नींद आना पूरी तरह से सामान्य है और यह शरीर के स्वाभाविक कार्यों का हिस्सा है।

यह ठंड, कम सूरज की रोशनी, शारीरिक गतिविधि की कमी, और हार्मोनल बदलावों का परिणाम है।