शहीदगढ़ (बस्सी पठाना) गांव में भारतीय स्टेट बैंक का किसान संपर्क कार्यक्रम
शहीदगढ़ (बस्सी पठाना) गांव में भारतीय स्टेट बैंक का किसान संपर्क कार्यक्रम
भारतीय स्टेट बैंक ने किसानों के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए ‘मेरा गांव, मेरा बैंक’ अभियान की शुरूआत की है। इस अभियान के अंतर्गत वरिष्ठ अधिकारी गांवों का दौरा करेंगे तथा किसानों से मुलाकात करेंगे।
अभियान के पहले चरण में चंडीगढ़ मंडल के मुख्य महाप्रबंधक श्री विनोद जयसवाल, महाप्रबंधक श्री सुमित फक्का, बैंक के संबंधित मॉड्यूल के उप महाप्रबंधक एवं क्षेत्रीय प्रबंधक के साथ 22.07.2022 को आईटीआई ग्राउंड, साहिबगढ़ (बस्सी पठाना) गांव में आयोजित ‘किसान संपर्क कार्यक्रम’ में किसानों से मिले।
बस्सी पठाना के एमएलए सरदार रूपिंदर सिंह, फतेहगढ़ साहिब की उपायुक्त श्रीमती प्रणीत शेरगिल एवं एसएसपी श्रीमती रवजोत ग्रेवाल ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया। सभा को संबोधित करते हुए सरदार रूपिंदर सिंह ने इस पहल के लिए भारतीय स्टेट बैंक की प्रशंसा की। श्रीमती शेरगिल एवं श्रीमती ग्रेवाल ने किसानों के कल्याण के लिए केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार की विभिन्न पहलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों ने किसानों के साथ उनकी बैंकिंग संबंधी जरूरतों के बारे में चर्चा की। उन्होंने केवाईसी, फसल ऋण, ट्रैक्टर ऋण, कृषि उपकरण ऋण एवं किसानों को उपलब्ध करवाई जा रही अन्य सेवाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने यह भी बताया कि मछलीपालन, झींगा पालन आदि सहित नई फसलों एवं कृषि संबंधी अन्य गतिविधियों के लिए भी बैंक ऋण प्रदान करता है। उन्होंने सीएसपी बैंकिंग, सुकन्या समृद्धि योजना एवं साइबर सुरक्षा के बारे में भी चर्चा की।
कार्यक्रम के दौरान ऋण आवेदकों को संस्वीकृति पत्र प्रदान किए गए। बैंक की सामाजिक सेवा पहल के अंतर्गत युवा, स्पोर्ट्स एवं उद्यम विकास के लिए आईटीआई बस्सी पठाना को 50 हॉकी स्टिक प्रदान की गईं एवं महिलाओं के लिए लघु सिलाई केन्द्र, ग्राम पंचायत साहिबगढ़ को 5 सिलाई मशीनें उपलब्ध करवाई गईं। इस अवसर पर बैंक के अधिकारियों के साथ सामुदायिक रात्रिभोजन के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।
भारतीय स्टेट बैंक कृषि एवं ग्रामीण क्षेत्रों को ऋण देने वाला देश का सबसे बड़े बैंक है। भारतीय स्टेट बैंक की आर्थिक अनुसंधान विभाग (ईआरडी) की रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2017-18 से 2021-22 तक विगत 04 वर्षों में कुछ फसलों के कारण, जैसे महाराष्ट्र में सोयाबीन एवं कर्नाटक में कपास की फसल से, किसानों की आय दोगुनी हो गई है तथा अन्य फसलों के कारण यह 1.3 से 1.7 गुना बढ़ी है। एसबीआई योनो कृषि प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऋण संवितरण एवं ऋण नवीकरण के लिए डिजिटल टैक्नोलॉजी को बढ़ावा दे रहा है। भारतीय स्टेट बैंक किसान ऋण एवं बैंकिंग सेवाओं के लिए योनो ऐप बनाने वाला पहला बैंक है। कृषि स्वर्ण ऋणों के लिए योनो कृषि सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म है जिसमें बहुत ही कम ब्याज दरें हैं। एसबीआई के मुख्य महाप्रबंधक श्री विनोद जयसवाल ने बताया कि इस ऐप पर केवल 4 क्लिक से किसान अपने किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) ऋणों का नवीकरण कर सकते हैं।
किसान संपर्क कार्यक्रम के माध्यम से बैंक चंडीगढ़ मंडल के अंतर्गत पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश एवं केन्द्रशासित प्रदेश जम्मू व कश्मीर एवं लद्दाख के विभिन्न गांवों में चौपाल गठित करेगा। बैंक की इन राज्यों में 2000+ शाखाएं हैं। इस किसान संपर्क कार्यक्रम में कई ग्राहकों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा बावा नर्सिंग होम, बस्सी पठाना द्वारा पिछले 100 वर्षों से अपना खाता एसबीआई बस्सी पठाना में बनाए रखने हेतु डा.एन.एस.बावा का अभिनंदन किया गया।