ICICI बैंक की खास पहल! अब एक Digital Ecosystem में मिलेंगी सभी सर्विसेस
ICICI बैंक की खास पहल! अब एक Digital Ecosystem में मिलेंगी सभी सर्विसेस
नई दिल्ली। आईसीआईसीआई बैंक ने अन्य बैंकों के ग्राहकों सहित देश में सभी माइक्रो, स्मॉल और मीडियम उद्यमों (MSMEs) के लिए व्यापक डिजिटल इकोसिस्टम लॉन्च किया है। यह देश का पहला व्यापक डिजिटल इकोसिस्टम है, जो सभी के लिए है। आईसीआईसीआई बैंक ने गुरुवार को यह जानकारी दी है। बैंक बताया कि इसमें दूसरे बैंकों के ग्राहकों को भी सेवाएं प्रदान की जाती हैं, जबकि आम तौर पर बैंक केवल अपने ग्राहकों को ही सेवाएं उपलब्ध कराते हैं।
इकोसिस्टम के तीन प्रमुख स्तंभ
- मौजूदा ग्राहकों के लिए बढ़ी हुई बैंकिंग सेवाएं।
- ऐसे एमएसएमई के लिए बैंकिंग सेवाएं, जो अन्य बैंकों के ग्राहक हैं।
- सभी के लिए मूल्य वर्धित सेवाओं की एक पूरी रेंज।
इंस्टाबिज़ एप से मिलेंगी सुविधाएं
बैंक के ऐप ‘इंस्टाबिज़’ के नए संस्करण को डाउनलोड करते हुए कोई भी व्यक्ति आईसीआईसीआई बैंक के डिजिटल समाधानों का लाभ उठा सकता है। व्यवसायों के लिए एक सुपर ऐप ‘इंस्टाबिज़’ को गूगल प्लेस्टोर या एपल ऐप स्टोर अथवा बैंक के कॉर्पोरेट इंटरनेट बैंकिंग (सीआईबी) प्लेटफॉर्म से डाउनलोड किया जा सकता है।
आईसीआईसीआई बैंक के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर का बयान
आईसीआईसीआई बैंक के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनूप बागची ने कहा, "एमएसएमई को भी एक ऐसे प्लेटफॉर्म की आवश्यकता है, जो उनकी सभी आवश्यकताओं को पूरा करता हो। इसके अलावा, हम मानते हैं कि हमारे उत्पादों और सेवाओं का लाभ केवल हमारे ग्राहकों तक ही सीमित नहीं होना चाहिए, जो दूसरों के साथ बैंकिंग करते हैं, उनके पास भी उन्हें अनुभव करने का विकल्प होना चाहिए।"
अनूप बागची ने कहा, "इसी विजन के आधार पर, हमने लगभग छह करोड़ एमएसएमई को सशक्त बनाने के लिए मूल्य वर्धित पेशकशों के साथ बैंकिंग सेवाओं को जोड़ते हुए एक व्यापक डिजिटल सिस्टम लॉन्च किया है। हमें विश्वास है कि एमएसएमई के लिए ये समाधान उनकी कार्यदक्षता में सुधार करेंगे और उनके व्यवसाय को बढ़ावा देने में सहायक साबित होंगे।"
उन्होंने कहा, "ऐसे एमएसएमई, जो अन्य बैंकों के ग्राहक हैं, वे इंस्टाबिज के नए संस्करण में ‘गेस्ट’ के रूप में लॉग इन करके बैंक के डिजिटल इकोसिस्टम से अनेक सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। इन सेवाओं की सूची में सबसे महत्वपूर्ण है 25 लाख रुपए तक की तत्काल और कागज रहित ओवरड्राफ्ट सुविधा की मंजूरी।"