बिजली गिरने से छह की मौत, एक झुलसा

बिजली गिरने से छह की मौत, एक झुलसा

Lightning Wreaks Havoc

Lightning Wreaks Havoc

Lightning Wreaks Havoc: उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में मंगलवार को बिजली गिरने से 6 लोगों की मौत हो गई और एक बच्चा घायल हो गया। जिला प्रशासन ने बताया कि मेंहनगर थाने के अंतर्गत आने वाले बरवा सागर में 5 लोगों की मौत हो गई और इसी तरह की एक अन्य घटना में जिले के महराजगंज क्षेत्र में एक व्यक्ति की मौत हो गई। जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने कहा कि जिले में अब तक 6 लोग बिजली की चपेट में आ चुके हैं, एक बच्चा घायल है, जिसका इलाज चल रहा है। सभी मृतकों के परिवार वालों को 24 घंटे के भीतर एक निश्चित राशि प्रदान की जाएगी।

 

सीएम योगी ने आकाशीय बिजली से हुई मौतों पर जताया दुख (CM Yogi expressed grief over the deaths due to lightning)

मिली जानकारी के मुताबिक, इससे पहले मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजमगढ़ और गाजीपुर जिलों में आकाशीय बिजली गिरने से हुई मौतों पर दुख व्यक्त किया था। मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों के लिए 4 लाख रुपए की राहत राशि की भी घोषणा की, इसके साथ ही उन्होंने घायलों के समुचित इलाज का भी निर्देश दिया। मानसून के दौरान बिजली संबंधी दुर्घटनाओं को रोकने के उद्देश्य से योगी सरकार ने पिछले महीने विभाग के अधिकारियों के लिए दिशानिर्देशों का एक सेट जारी किया, जिसमें बारिश के दौरान होने वाली खराबी को ठीक करना और रखरखाव कार्य में निर्धारित मानकों का पालन करना शामिल है।

खराब मौसम के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए निर्देश जारी (Instructions issued to prevent accidents during bad weather)

उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के अध्यक्ष एम देवराज ने मानसून के मौसम के दौरान बिजली विभाग के विशेष रूप से आउटसोर्स कर्मचारियों से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए निर्देश जारी किए हैं और अधिकारियों को निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। अध्यक्ष ने कहा है कि आउटसोर्स कर्मियों का प्रशिक्षण यथाशीघ्र डिस्कॉम के माध्यम से प्रत्येक वितरण क्षेत्र एवं मण्डल स्तर पर निर्धारित कर आयोजित किया जाए। चूंकि बारिश के दौरान स्थानीय खराबी की घटनाएं बढ़ जाती हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा पैदा हो जाता है, सरकार ने वितरण में शामिल विद्युत कर्मचारियों को सावधानी बरतने और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विशिष्ट सावधानियों का पालन करने का निर्देश दिया है। सरकार ने किसी अधिकारी की लापरवाही से दुर्घटना होने की स्थिति में नियमानुसार सख्त कार्रवाई की भी चेतावनी दी है।

दिशानिर्देशों में प्रत्येक 33/11 केवी सब-स्टेशनों पर आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से तैनात आउटसोर्स कर्मियों के लिए निर्धारित सुरक्षा मानकों के अनुसार सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था शामिल है, जिसमें हेलमेट, दस्ताने, सरौता, सुरक्षा बेल्ट, अर्थ चेन, सुरक्षा जूते शामिल हैं, यह सुनिश्चित करना शामिल है। प्रत्येक गैंग के पास लाइन कार्य के दौरान आवश्यक सुरक्षा उपकरण होते हैं। निर्देशों के अनुसार, यह कहा गया है कि वितरण क्षेत्र के मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, कार्यकारी अभियंता, सहायक अभियंता और कनिष्ठ अभियंता आवासीय परिसरों पर सुरक्षा उपकरणों का निरीक्षण करने और उनकी उपलब्धता के साथ-साथ प्रावधान सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार होंगे। आउटसोर्सिंग एजेंसी द्वारा कर्मियों को संबंधित मुख्य अभियंता अपने डिस्कॉम के माध्यम से निगम मुख्यालय को इस संबंध में सूचित करने के लिए जिम्मेदार होंगे। विज्ञप्ति में कहा गया है कि यदि आउटसोर्सिंग एजेंसी सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराने में विफल रहती है, तो संबंधित अधीक्षक अभियंता को जिम्मेदार ठहराया जाएगा।

यह पढ़ें:

झांसी के शोरूम में आग-महिला मैनेजर समेत 5 जिंदा जले: 10 घंटे बाद आग पर काबू, 50 दमकल गाड़ी जुटी, सेना को बुलाना पड़ा

कौशांबी में तांत्रिक के दरवाजे पर महिला ने जहर खाकर दी जान, थाने में दर्ज कराया था रेप और बंधक का केस

मिर्जापुर में जमानत से जेल पर छूटे हत्‍यारोपी ने दियाखा 'भौकाल', 'शेर आया' के नारों के साथ निकाला काफिला; केस दर्ज