चंडीगढ़ राइट टू सर्विस कमीशन के कमिश्नर पद पर छह ने किया आवेदन
Chandigarh Right to Service Commission
नये चीफ कमिश्नर की तैनाती के लिये जल्द प्रक्रिया शुरू हो जाएगी
चंडीगढ़ के पूर्व एडवाइजर धर्मपाल पहले इस पद की योग्यताओं पर खरे नहीं उतरे थे
चंडीगढ़, 29 जनवरी (साजन शर्मा): Chandigarh Right to Service Commission: चंडीगढ़ राइट टू सर्विस कमीशन के चीफ कमिश्नर के लिए छह आवेदकों ने आवेदन किया है। नये चीफ कमिश्नर की तैनाती के लिये जल्द ही नये सिरे से प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। चंडीगढ़ के पूर्व एडवाइजर धर्मपाल जो पहले इस पद की योग्यता पर खरे नहीं उतर रहे थे, अब दोबारा से आवेदनकर्ताओं में एक हैं। अन्य आवेदन करने वालों में पंजाब से रिटायर्ड आईएएस ए वेनुप्रसाद 1991 बैच के अधिकारी रहे। आईएएस कर्मवीर सिंह हैड एडमिनिस्ट्रेशन के पद पर रहे। 1989 बैच के आईएएस अधिकारी डॉ. महावीर सिंह भी इस पद पर आवेदन करने वालों में शामिल हैं। पूर्व आरटीएस कमिश्नर, पंजाब डा. पंकज कुमार और लेफ्टीनेंट जनरल सुरिंदर सिंह महल भी इस ओहदे के लिये अप्लाई करने वालों में एक हैं। यहां बता दें कि चंडीगढ़ राइट टू सर्विस कमीशन का काम बीते काफी समय से प्रभावित हो रहा है। मार्च 2023 में केके जिंदल का इस पद पर कार्यकाल पूरा होने के बाद इसका पदभार तत्कालीन एडवाइजर धर्मपाल के सुपुर्द किया गया था। उस समय चर्चाएं थी कि उन्हें ही इस पद की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी लेकिन ऐन वक्त पर परिस्थितियां बदल गई और कमिश्नर की बजाये चीफ कमिश्नर की पोस्ट बनाकर दोबारा विज्ञापन निकाल दिया गया जिसमें एक महत्वपूर्ण कारक जोड़ दिया गया। एक तय तारीख तक अधिकारी का सेवानिवृत होना तय कर दिया गया जिस पर पूर्व एडवाइजर धर्मपाल सही नहीं उतरते थे। उनकी रिटायरमेंट 31 अक्टूबर को हुई, हालांकि खुद की तैनाती के लिए सभी नियम कानून तब धर्मपाल ने दरकिनार कर दिये और बतौर सुपर बॉस इस पद को पाने और नियमों को धत्ता बताने में पूरी जुगत लगाई। उनकी इस आकांक्षा पर ब्रेक लगाये पंजाब के राज्यपाल और प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित ने जिन्होंने इस पद के लिये धर्मपाल के अलावा किसी ओर के नाम की संस्तुति केंद्र के पास कर दी, हालांकि पोस्ट के योग्य न होने के बावजूद धर्मपाल का इंटरव्यू भी लिया गया। एक मर्तबा फिर धर्मपाल इस पोस्ट को पाने के लिये मैदान में उतरे हैं। यह देखना होगा कि चीफ कमिश्नर का पद पाने में वह दूसरे उम्मीदवारों पर सफल रहते या नहीं।
अरुण कुमार दो महीने में ही छोड़ गए थे पद
हरियाणा कैडर के आईएएस अफसर अरुण कुमार की इस पद पर तैनाती हुई थी लेकिन उन्होंने हरियाणा रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरटी (रेरा) का चेयरमैन बनाये जाने के बाद इस ओहदे से 12 दिसंबर 2023 को इस्तीफा दे दिया था। वह इस पद पर महज दो महीने ही रहे थे। 3 अक्टूबर को उनकी केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से इस पद पर नियुक्ति हुई थी। 6 अक्टूबर को उन्होंने चार्ज लिया था। इस पद पर आईएएस केके जिंदल पूरे पांच वर्ष तक रहे थे और उनकी मार्च 2023 में सेवानिवृति हुई थी।
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