Sirsa, Kaithal, Fatehabad, Kurukshetra have the maximum damage to wheat due to fire

सिरसा,कैथल,फतेहाबाद,कुरुक्षेत्र में आग से गेहूं का सर्वाधिक नुकसान, अब तक राज्य में 800 एकड़ फसल जलने का अनुमान 

Sirsa, Kaithal, Fatehabad, Kurukshetra have the maximum damage to wheat due to fire

Sirsa, Kaithal, Fatehabad, Kurukshetra have the maximum damage to wheat due to fire

Sirsa, Kaithal, Fatehabad, Kurukshetra have the maximum damage to wheat due to fire- चंडीगढ़। हरियाणा में गेहूं कटाई के सीजन के दौरान हो रही आग लगने की घटनाओं में अब प्रदेश में 800 एकड़ फसल जलने का अनुमान है। इन घटनाओं में 300 से ज्यादा किसानों को आर्थिक नुकसान हुआ है।

कृषि विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा नुकसान सिरसा, कैथल, फतेहाबाद और कुरुक्षेत्र में हुआ है, इन जिलों में नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने जिला उपायुक्तों को आगजनी से नष्ट हुई फसल नुकसान की रिपोर्ट तैयार करके भेजने के निर्देश दिए हैं, इसके बाद सरकार मुआवजा राशि तय करेगी।

तेज आंधी और तूफान के चलते बिजली की लाइनों में शार्ट सर्किट होना आग लगने का मुख्य कारण माना जा रहा है। हालांकि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के दायरे में शार्ट-सर्किट से आग लगना नहीं आता है। लिहाजा, नायब सरकार ने किसानों को मुआवजा देने का फैसला लिया है। वहीं भारतीय किसान यूनियन और इनेलो ने प्रति एकड़ किसानों को 50 से 60 हजार रुपये का मुआवजा देने की मांग की है।

कृषि विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक आग की घटनाओं के कारण सबसे ज्यादा नुकसान सिरसा जिले में हुआ है। यहां तकरीबन 266 एकड़ खड़ी फसल आग की भेंट चढ़ गई, जिससे 60 किसान प्रभावित हुए हैं। सबसे ज्यादा नुकसान दरबा खुर्द में 40 एकड़ का सबसे ज्यादा नुकसान बताया जा रहा है। इसके साथ ही रोड़ी गांव में एक किसान की चार एकड़ फसल सहित खेतों में खड़ा ट्रैक्टर आग की भेंट चढ़ गया। वहीं कैथल में तकरीबन 150 एकड़ फसल को आग के कारण नुकसान हुआ है, जिससे 60 से ज्यादा किसानों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है। पूंडरी हलके के गांव कौल में एक किसान की पांच एकड़ फसल शत प्रतिशत जल गई और 9 अन्य किसानों को भी नुकसान उठाना पड़ा। वहीं गांव पबनावा में भी तकरीबन 15 किसानों की फसल को नुकसान पहुंचा।

फतेहाबाद जिले में 31 किसानों की 85 एकड़ फसल आग की भेंट चढ़ गई। इनमें सबसे ज्यादा समैण गांव में 25 एकड़ फसल जलकर राख हो गई। सीएम सिटी कुरुक्षेत्र में 34 किसानों की 57 एकड़ फसल आगजनी के कारण स्वाह हो गई। दीवाना गांव में 10 एकड़ फसल पूरी तरह जल गई।

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने जिला उपायुक्तों को कड़े निर्देश दिए हैं कि फसल सुरक्षा के पुख्ता कदम उठाए जाएं और फसल के नुकसान की रिपोर्ट जल्द सीएमओ भिजवाई जाए। फसल के साथ पशुधन को पहुंचने वाले नुकसान को भी रिपोर्ट में शामिल किया जाए।