कोरोना को लेकर सिंह गर्जना रैली का आयोजन आगामी 23 अप्रैल को होगा : चेतन

कोरोना को लेकर सिंह गर्जना रैली का आयोजन आगामी 23 अप्रैल को होगा : चेतन

कोरोना को लेकर सिंह गर्जना रैली का आयोजन आगामी 23 अप्रैल को होगा : चेतन

कोरोना को लेकर सिंह गर्जना रैली का आयोजन आगामी 23 अप्रैल को होगा : चेतन

पूर्व सांसद आनंद मोहन के जन्मोत्सव पर 28 जनवरी को होगा ट्विटर ट्रेंडिंग

पटना (बिहार) : बिहार का बच्चा-बच्चा अवगत है कि स्व. डीएम जी कृष्णैया मामले में पूर्व सांसद आनंद मोहन जी पूरी तरह निर्दोष हैं। बिहार का कोई ऐसा नेता नहीं बचा है, जो समय-समय पर इस सच्चाई को बयाँ नहीं किया हो। बिहार सीएम नीतीश कुमार जी ने खुद कई बार उन्हें निर्दोष बताते हुए सार्वजनिक मंचों से उनकी रिहाई की घोषणा की है। लेकिन जब पिछले दिनों मैंने प्रतिपक्ष के दो दर्जन से अधिक विधायकों के साथ, बिहार विधान सभा में इस मामले को लेकर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया, तो जवाब में पहली बार राज्य सरकार की मंशा स्पष्ट हो गई कि वह अब तक लोगों से लगातार झूठ बोल कर गुमराह कर रही थी। उक्त बातें आज पटना स्थित अपने आवास पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में शिवहर विधायक चेतन आनंद ने कही। 
उन्होंने आगे कहा कि हमने इस अन्यायपूर्ण साजिश के विरुद्ध कोर्ट, सदन और सड़क तीन मोर्चो पर संघर्ष करने का निर्णय लिया है। कोर्ट के स्तर पर तो हमारी तैयारियाँ चल ही रही हैं लेकिन सभी जानते हैं लोकतंत्र में सबसे बड़ी अदालत जनता की अदालत होती है। इसी आशय को लेकर पिछले नवंबर 21 में ही 'फ्रेंड्स ऑफ आनंद' ने यह घोषणा की थी कि वह समान विचार धारा वाले संगठनों, पार्टियों और देश भर के लाखों आनंद समर्थकों के साथ आर-पार के संघर्ष का आगाज करेगा और इसकी जोरदार शुरुआत महाराणा प्रताप पुण्यतिथि पखवाड़ा 29 जनवरी 2022 को पटना में पूर्व घोषित 'सिंह गर्जना रैली' से होगी। इस रैली में शामिल होने को लेकर मैंने अपनी माँ पूर्व सांसद श्रीमती लवली आनंद और छोटी बहन एडवॉकेट सुरभि आनंद के साथ देश भर में घूम- घूम कर बड़े पैमाने पर लोगों को न्योता भी दिया था। आनंद मोहन जी के साथ हो रहे अन्याय के विरुद्ध जहाँ लोगों में काफी गुस्सा है, वहीँ सिंह गर्जना रैली को लेकर आम लोगों में भारी उत्साह भी है।
लेकिन इस अन्याय पूर्ण साजिश के खिलाफ, देश भर में उभरे आक्रोश से घबराई राज्य सरकार ने कोरोना के बहाने पहले तो 21 जनवरी तक लॉकडाउन और रात्रि कर्फ्यू की घोषणा की और अब जब कोरोना की कथित तीसरी लहर थम सी गई थी और नए वेरिएंट ओमिक्रॉन से मौत की दर शून्य प्रतिशत है तो अचानक 6 फरवरी 2022 तक इसकी अवधि विस्तार कर जनाक्रोश के विस्फोट को रोकने की निष्फल प्रयास किया गया है। लेकिन इन सरकारी साजिशों से ना तो हमारे संकल्प टूटने वाले हैं और ना ही हमारे इरादे डगमगाने वाले हैं।
हम रुकावटों में भी अपने दृढ़ निश्चय का विस्तार करेंगे और पहले से भी दुगुनी ताकत से रैली की ऐतिहासिक सफलता सुनिश्चित करने में जुटेंगे।
इसी उद्देश्य को लेकर, बीते कल 22 जनवरी को अगली योजना को लेकर,देश भर में कई महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित की गईं। जिसमें मुख्यत तीन निर्णय उभर कर सामने आए हैं। पहला, राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन की अवधि 6 फरवरी तक बढ़ाए जाने के कारण अब 'सिंह गर्जना रैली' पटना में कुंवर सिंह विजयोत्सव दिवस 23 अप्रैल 2022 को होगी। दूसरा, पूर्व सांसद आनंद मोहन जी के जन्म दिवस पर आगामी 28 जनवरी 22 को उनकी रिहाई को लेकर सोसल साईट पर ट्वीटर ट्रैंड चलाया जाएगा और संध्या में गरीबों के बीच कंबल और गर्म वस्त्रों का वितरण होगा। तीसरा आगामी 29 जनवरी 22 को रैली के पूर्व निर्धारित मुद्दों को लेकर देश भर में 'वर्चुअल' मीटिंगें होंगी।
इसके अलावे अपनी पूर्व घोषणा के अनुरूप बिहार सरकार राजधानी पटना के मुख्य चौराहे पर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की अश्वारोही प्रतिमा स्थापित करे। प्रताप जयंती या पुण्य तिथि पर एक दिवसीय अवकाश की घोषणा करे और पूर्व सांसद श्री आनंद मोहन को ससम्मान रिहा करे।
वरिष्ठ पत्रकार मुकेश कुमार सिंह