भक्ति मार्ग को ही अपने जीवन का अंग बनाया श्रीमति सरिता परमार ने
- By Vinod --
- Thursday, 18 Jan, 2024
Shrimati Sarita Parmar made the path of devotion a part of her life
Shrimati Sarita Parmar made the path of devotion a part of her life- मोहालीI जीवन तो सभी जीते हैं लेकिन सफल जीवन उन्ही का माना जाता है , जो अपना जीवन सतगुरु के आदेशों को शत शत मान कर जीवन जीते हैं और स्वास स्वास सेवा, सत्संग व सिमरन को समर्पित करते हैं ये विचार श्री एच एस चावला जी मेम्बर इंचार्ज प्रचार प्रसार विभाग संत निरंकारी मण्डल ने फेस 6 मोहाली के संत निरंकारी सत्संग भवन में स्थानीय संचालक श्री जितेंद्र परमार की पत्नी श्रीमति सरिता परमार जी के प्रेरणा दिवस पर हुए विशाल सत्संग को संबोधित करते हुए कहे। श्रीमति सरिता परमार जी 14 जनवरी को ब्रह्मलीन हो गए थे।
उन्होंने कहा कि गुरसिख का जीवन तो उसी दिन गुरु को समर्पित हो जाता है जेसे ही ब्रहम ज्ञान प्राप्त करके सतगुरु की शरण में आता है ऐसा ही जीवन श्रीमति सरिता परमार जी का रहा उन्होने सत्संग, सेवा व सिमरन करते हुए और परिवार की जिम्मेवारी को निभाते हुए सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के बताये भक्ति मार्ग को ही अपने जीवन का अंग बनाये रखा ।
इस अवसर पर चंडीगढ़ जोन के जोनल इंचार्ज श्री ओ पी निरंकारी जी और क्षेत्रीय संचालक, संयोजक, मुखी और शहर के पतवंते सज्जन पहुंचे और सभी ने श्री जितेंद्र परमार जी के साथ अपनी संवेदना प्रकट की और निरंकार प्रभु के चरणों में अरदास की ।