श्रीमद भागवत कथा के चतुर्थ दिवस धूमधाम से मनाया गया श्री कृष्ण जन्मोत्स्व।
Shri Krishna Janmotsav
Shri Krishna Janmotsav: दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा शालीमार ग्राउंड, सेक्टर 5 पंचकुला में सात दिवसीए श्रीमद्भागवत कथा यज्ञ का भव्य आयोजन किया जा रहा है। जिसका समय प्रतिदिन सायं 6 बजे से रात्रि 9 बजे तक है। जिसके अन्तर्गत भगवान की दिव्य लीलाओं व उनके भीतर छिपेे हुए गूढ़ आध्यात्मिक रहस्यों को कथा प्रसंग व सुमधुर भजन संकीर्तन के माध्यम से उजागर किया जा रहा है। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा प्रस्तुत की जा रही इस भव्य व आलौकिक श्री मद्भागवत कथा में अध्यात्म के साथ-साथ सामाजिक मुद्दों पर भी चर्चा व गहन चिंता प्रकट की जा रहा है। कथा के चतुर्थ दिवस का शुभारंभ श्री ज्ञान चंद गुप्ता (अध्यक्ष, हरियाणा विधान सभा), स. हरपाल सिंह चीमा (कैबिनेट मंत्री, पंजाब सरकार), स. कुलवंत सिंह (विधायक, मोहाली), बंतो कटारिया धर्मपत्नी रतन लाल कटारिया, चंदरकांत (एच सी एस एवं एस डी एम, राधौर), अजय जैन (वरिष्ठ वकील, पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ), डॉक्टर संदीप सिंह कौरा (भारत सरकार के सलाहकार), एस. के. अग्रवाल (सेवानिवृत, जिला एवं सत्र न्यायाधीश), कुलदीप जैन (सेवानिवृत, जिला एवं सत्र न्यायाधीश), रीटा कोहली (वरिष्ठ वकील, पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट), अरुण सूद (उपाध्यक्ष भाजपा चंडीगढ़), सुरिंदर कुमार (सेवानिवृत, न्यायधीश), चरणजीत राय (आर एस एस), मोनिका राय, उमेश सूद (उपाध्यक्ष भाजपा, पंचकुला), नीतू सूद (पार्षद, पंचकुला), सोनू बिरला (नामित पार्षद, चंडीगढ़), सत्यनारायण गुप्ता (समाचार संपादक, अग्रजन पत्रिका), आर. के. मित्तल (पूर्व, ईओ) ने प्रभु की आरती ज्योति को प्रज्वलित कर के किया। परवीन गोयल (सौरव कैमिकल्स), एम. एल. बंसल (मैक्सटर बायोजैनिक्स), नानू राम सिंगला (व्यापारी), सतीश जिंदल (माया गार्डन, ज़िरकपुर), मेघराज गर्ग (एम टी स्टील), मदन जिंदल, अरुण जिंदल, सौरव जिंदल (माया गार्डन, ज़िरकपुर), बृज लाल गर्ग (द ग्रैंड ओरिएंट रिसोर्ट) ने विधिवत यजमान पूजन किया।
कथा के अंतर्गत कथा व्यास साध्वी कांलिदी भारती जी ने प्रभु की आलौकिक कथा में निहित गूढ़ आध्यात्मिक रहस्यों के साथ युवा पीढ़ी व नशा, अश्लीलता जैसी निकृष्ट सामाजिक बुराई पर प्रकाश डालने से पंडाल में उपस्थित श्रद्धालुगण भाव-विभोर हो उठे। आर्थिक मंदी, बेरोजगारी, निरंतर तनाव व दबाव तथा पल-पल बढ़ती प्रतिस्पर्धा ने आज युवा पीढ़ी को नशे के भयावह साम्राज्य का पथिक बना दिया है। स्वतंत्र देश का वासी होते हुए भी वह नशे की गिरफ्रत में आकर पराधीनता का जीवन व्यतीत कर रहा है। जिस युवा के सहारे कोई देश स्वयं के लिए समुज्जवल भविष्य की किरणें देखता है आज वही युवा अपने देश के भविष्य पर प्रश्न चिन्ह बनकर खड़ा हो गया है। असामाजिक तत्त्व तो पहले ही देश पर घात लगाकर बैठे हैं क्योंकि सारी दुनियां में से सबसे ज्यादा युवा भारत में ही हैं। नशीले पदार्थ घरों में सेंध लगाकर उनके हंसते-खेलते जीवन को लूट रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरूप पारिवारिक और नैतिक मूल्य स्वार्थपरायणता की चिता पर जल पर खाक हो रहे हैं। नशों के व्यापार को संरक्षण देने वाले इस बात को समझ नहीं रहे हैं कि चंद पैसों की खातिर वह अपने देश को किस गर्त में धकेल रहे हैं। भारत के हर एक शहर में अफीम, स्मैक, चरस, गांजा, कोकीन इत्यादि बेचने वाले सौदागर सक्रिय हैं। बड़े शहरों की दवाईयों की मंडियों में करोड़ों रुपयों की नशीली दवाओं का कारोबार होता है। थोड़ी बहुत छापेमारी के बावजूद इस कारोबार पर रोक नहीं लगती और नशे का यह दैत्य विकराल रूप धारण करता हुआ देश के युवा वर्ग को खोखला करता जा रहा है। देश के लगभग 73 मिलीयन लोग नशे के आदी हो चुके हैं जिनमें से 24 प्रतिशत की उम्र तो 18 साल से भी कम है। यह वह युवा शक्ति है जिसके आधार पर हम 2020 में विकसित राष्ट्र और 2045 तक विश्व की महाशक्ति बनने का स्वप्न देख रहे हैं, जो आज नशे की कंटीली राहों पर भटक रही है। यौवन इस बात पर निर्भर करता है कि आप में प्रगति करने की कितनी योग्यता है। हारे-थके मन से कोई युवा नहीं होता। यौवन तो वह है जो अपने महावेग से समस्याओं के गिरि शिखिरों को काट दे व विषमताओं के महा वट को उखाड़ दे। यदि किसी देश पर संकट के बादल छाए हैं तो युवा शौर्य ने ही प्रचंड प्रबंधन बन कर निदान किया है। साध्वी जी ने कहा कि समाज की प्रत्येक समस्या मन के स्तर पर जन्म लेती है और इसका समाधान भी मन के स्तर पर ही होना चाहिए। जब तक मानव मन को नियंत्रित करने की पद्धति नहीं प्रदान की जाती तब तक समाज में भयानक कुरीतियाँ व व्याधियाँ जन्म लेती रहती हैं। इस मन को काबू में करने हेतु ब्रह्मज्ञान की नितांत आवश्यकता है। जिससे विवेक शक्ति जागृत होती है। फिर ही व्यक्ति मन में उठती दुर्भावनाओं व वासनाओं पर नियंत्रण रख सकता है। नशा उपचार हेतु सरकारी, गैर सरकारी संगठनों द्वारा उपचार साधन या पद्धति लागू हो चुकी है लेकिन यह कितनी कारगर सिद्ध हो रही है यह किसी से भी नहीं छिपा है। भारत का ड्रग रिकॉर्ड कहता है कि उपचार के बावजूद भी 80 प्रतिशत नशाखोर फिर से नशा करने लगते हैं। उपचार प्रक्रिया से गुजरने के बाद उनका शरीर नशा मुक्त हो जाता है पर नशे की लत दिमाग से नहीं निकल पाती। इन पद्धतियों के बारे में जितनी भी जानकारी उपलब्ध हुई हैं वे अमोघ नहीं कही जा सकती। उनके विषय में व्यवस्थित व उचित खोज अभी शेष है। समाज में फैल रही नशे की समस्या पर रोक लगाने के लिए तथा जन मानस का सही मार्ग दर्शन करने के लिए संस्थान के संस्थापक व संचालक सर्व श्री आशुतोष महाराज जी ने ‘बोध’ नामक नशा उन्मूलन कार्यक्रम की स्थापना की जिसके अन्तर्गत ब्रह्मज्ञान की अमोघ पद्धति के द्वारा हजारों की संख्या में लोग नशा मुक्त हो चुके हैं।
प्रतिदिन बड़ी संख्या में उपस्थित भक्त श्रद्धालुगण अध्यात्म विज्ञान व भक्ति रस से ओत-प्रोत इस पावन कथा का आनंद उठा रहे हैं। कथा आयोजन में पंडाल को सुव्यवस्थित ढंग से सजाया गया है। श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या सुश्री कालिंदी भारती ने अवतारवाद की व्याख्या करते हुए कहा कि जब-जब इस धर्म की ग्लानि होती है तथा अधर्म का अभ्युत्थान होता है तब-तब भगवान अपने को इस विश्व में पैदा करते हैं। अजन्मा जन्म को स्वीकार कर लेता है। अकर्त्ता कर्त्तृत्व को, अभोक्ता उपभोग को स्वीकार कर लेता है। निराकार परमात्मा साकार हो जाता है। समय-समय पर अनेकानेक अवताराें ने भारत की भूमि पर जन्म लिया है। भारत जिसे विश्व का हृदय भी कहा गया है क्योंकि ईश्वर सर्वभूत प्राणियों का धाम हैं। ईश्वर सर्व प्राणियों के हृदय में निवास करता है।
सारा पंडाल नंद महोत्सव के कारण गोकुल गांव की भांति लग रहा था। जब नन्हे से कृृृृष्ण कन्हैया को पालने में डाला गया तो सभी श्रद्धा से नतमस्तक हो उठे एवं सारा पंडाल ब्रजवासियों की भांति नाच उठा। चतुर्थ दिवस कथा को विराम प्रभु की पावन आरती करके दिया गया। प्रभु की पावन आरती में विजय शर्मा (प्रधान, मार्केट एसोसिएशन सेक्टर-15, पंचकुला), अनिल मेहता (सदस्य), रिक्की (सदस्य), नरिंदर आहूजा (सदस्य), मोहन लाल सैनी (सदस्य), जवाहर लाल सोबत, सुनील कुमार अग्रवाल (सेवानिवृत, भारतीय वन विभाग), शिव कुमार, श्रीमति सपना गुप्ता, श्री गौरी शंकर मंदिर सभा सेक्टर 17 पंचकुला, दैरवी गोयल, कमलदेव शर्मा (प्रधान, श्री शिव मंदिर सकेतड़ी)राजिंदर नोनीवाल (जिला सचिव भाजपा, पंचकुला), प्रदीप भंडारी (वकील, पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट), कुणाल बजाज (इंग्लैंड),एस. पी. वट्स, पी. एन. सोही, सुनील जिला एवं कशिश जिला सम्मिलित हुए।
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