शिमला आबकारी विभाग ने अवैध शराब बनाने वालों पर कसा शिकंजा, 3500 लीटर अवैध शराब नष्ट की
शिमला आबकारी विभाग ने अवैध शराब बनाने वालों पर कसा शिकंजा, 3500 लीटर अवैध शराब नष्ट की
शिमला। राज्य कर एवं आबकारी आयुक्त युनुस ने आज यहां बताया कि विभाग की टीम ने पंजाब के साथ लगते कांगड़ा जिले के सीमान्त क्षेत्र छन्नी बेली एवं भदरोआ में दबिश देते हुए भारी मात्रा में कच्ची शराब बरामद की और इसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। उन्होंने कहा कि विभाग ने इस कार्रवाई में हिमाचल होमगार्ड के जवानों की सहायता ली गई। विभाग के राजस्व जिला नूरपुर के प्रभारी टिक्कम ठाकुर द्वारा गठित इस टीम में नूरपुर, ज्वाली, इंदौरा वृत के सहायक आयुक्त, राज्य कर एवं आबकारी अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे।
आयुक्त ने बताया कि इस टीम ने गांव भदरोआ के जंगलों में सर्च अभियान चलाया। इस टीम ने झाड़ियों में छिपाकर तैयार की जा रही कच्ची शराब एवं चार भट्ठियां, प्लास्टिक के ड्रम, कैन इत्यादि और शराब बनाने के लिए इस्तेमाल में लाई जाने वाली सामग्री अपने कब्जे में ली और नियमानुसार कार्रवाई करते हुए मौके पर ही शराब नष्ट कर दी।
आयुक्त ने बताया कि विभाग को इस क्षेत्र में अवैध शराब के धंधे की सूचनाएं मिल रही थीं। सीमान्त क्षेत्र होने की वजह से यहां विभागीय अधिकारियों को कार्रवाई करने में कुछ कठिनाइया भी आईं। इसके बावजूद विभाग ने इस क्षेत्र में कड़ी कार्रवाई करते हुए शराब की चार भट्ठियां और 1850 लीटर कच्ची शराब कानूनी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद नष्ट कीं।
उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा सीमान्त क्षेत्रों में विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया है। इसके अलावा प्रत्येक जिला स्तर पर टीम गठित करके अवैध शराब का कारोबार करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।
जिला सिरमौर में भी विभागीय टीम ने पांवटा साहिब के साथ लगते खारा क्षेत्र में लगभग 1000 लीटर कच्ची शराब नष्ट की। इसके अलावा, राज्य के अन्य जिलों में भी अवैध शराब का कारोबार करने वालों पर कार्रवाई करते हुए लगभग 650 लीटर अवैध शराब कब्जे में लेकर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई गई।
युनुस ने बताया कि समस्त जिला प्रभारी एवं क्षेत्र समाहर्ता प्रवर्तन प्रभारियों को अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।