दिल्ली मेयर चुनाव में BJP की हार; AAP उम्मीदवार शैली ओबेरॉय की जीत, केजरीवाल बोले- गुंडे हार गए, जनता जीत गई
Shelly Oberoi Delhi New Mayor
Shelly Oberoi Delhi New Mayor: दिल्ली में नगर निगम चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद सबकी नजरें मेयर चुनाव पर टिकी हुईं थीं और आज आखिरकार इन नजरों ने दिल्ली के नए मेयर को देख लिया। आम आदमी पार्टी की शैली ओबेरॉय दिल्ली की नई मेयर बन गईं हैं। शैली ओबेरॉय को 150 वोट मिले हैं। उन्होंने भाजपा की मेयर उम्मीदवार और अपनी प्रतिद्वंदी रेखा गुप्ता को 34 वोटों से हरा दिया है। बतादें कि, शैली ओबेरॉय (Delhi AAP Mayor Shelly Oberoi) दिल्ली के वार्ड नंबर-86 से आप की पार्षद हैं। शैली ओबेरॉय दिल्ली में आम आदमी पार्टी से पहली मेयर होंगी.
आम आदमी पार्टी में जश्न
दिल्ली मेयर चुनाव में जीत के साथ आम आदमी पार्टी की खुशी देखते ही बन रही है। पार्टी में जश्न का माहौल है। इसके साथ ही पार्टी के नेताओं की बीजेपी पर तीखी बयानबाजी भी देखने को मिल रही है। आम आदमी पार्टी सुप्रीमो और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुंडे हार गए हैं और जनता की जीत हुई है.
वहीं दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी इसी तरह का तंज कसा। सिसोदिया ने कहा कि, गुंडे हार गये, जनता जीत गयी। दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी का मेयर बनने पर सभी कार्यकर्ताओं को बहुत बधाई और दिल्ली की जनता का तहे दिल से एक बार फिर से आभार। AAP की पहली मेयर शैली ओबेरॉय को बहुत बहुत बधाई।
पहले 6 जनवरी को होना था मेयर चुनाव
बतादें कि, नगर निगम चुनाव के बाद 6 जनवरी 2023 को दिल्ली मेयर चुनाव होना था लेकिन हंगामे के चलते मेयर चुनाव की वोटिंग नहीं हो पाई। इसके बाद दो और बार 24 जनवरी और 6 फरवरी को मेयर चुनाव के लिए वोटिंग की प्रक्रिया की गई लेकिन फिर से हंगामा खड़ा हो गया और फिर से मेयर चुनाव स्थगित हो गया। आखिरकार, मेयर चुनाव का मामला जब सुप्रीम कोर्ट पंहुचा तब जाके आज मेयर चुनाव की प्रक्रिया संपन्न हो पाई।
7 दिसंबर को आ गया था दिल्ली नगर निगम चुनाव का रिजल्ट
मालूम रहे कि, दिल्ली नगर निगम चुनाव (Delhi MCD Election) का रिजल्ट 7 दिसंबर को जारी हुआ था। दिल्ली की कुल 250 सीटों में AAP के खाते में कुल 134 सीटें आईं थीं। आम आदमी पार्टी ने बम्पर जीत हासिल की थी क्योंकि बहुमत के लिए किसी पार्टी को 126 सीटों की जरूरत थी। यानि पार्टी बहुमत का आंकड़ा पार कर गई थी। वहीं इस चुनाव में बीजेपी को 104 सीटें मिली थीं। जबकि कांग्रेस सिर्फ 9 सीटें ही हासिल कर पाई थी। वहीं अन्य के खातों में 3 सीटें गईं थीं।