रोबोटिक तकनीक से होगी सीवर की सफाई, रोबोटिक आर्म्स सीवरेज क्लीनीज सिस्टम का हुआ डेमोंसट्रेशन…

Sewar Cleaning in Haldwani
हल्द्वानी: Sewar Cleaning in Haldwani: कुमाऊं मंडल के सबसे बड़े हल्द्वानी शहर में अब सीवर की सफाई रोबोटिक मशीन से की जाएगी. हल्द्वानी में बढ़ती जनसंख्या और सीवर की सफाई में आ रही परेशानी को देखते उत्तराखंड जल संस्थान ने 39 लाख रुपए की कीमत से रोबोटिक मशीन खरीदी है. वहीं मशीन में 125 किलो भार उठाने की भी क्षमता है और मशीन आधुनिक तकनीक से लैस है. मशीन को चलाने के लिए दो सीवर मैन की आवश्यकता पड़ती है.
कर्मियों को सीवर मैनहोल के भीतर नहीं घुसना पड़ेगा: जल संस्थान के अधीक्षण अभियंता विशाल कुमार सक्सेना ने बताया कि रोबोटिक मशीन को केरल से खरीदा गया है. सीवर सफाई के लिए 6 सीवर मैन को ट्रेनिंग करवाई जा रही है. यह मशीन 30 फीट अंदर तक जाकर गाद, मालबा बाहर निकाल सकती है. जिसमें ईंट पत्थर भी आसानी से बाहर निकलेंगे. मशीन बिजली और जेनरेटर से चलती है और इसमें एडवांस टेक्नोलॉजी के तहत कैमरे व सेंसर लगाए गए हैं, जो सीवर में बनने वाली जहरीली गैस को भी डिटेक्ट कर लेती है. उन्होंने कहा कि इस मशीन के आने से अब सीवर मैन को सीवर में नहीं उतरना पड़ेगा, इससे उनकी जान को भी कोई खतरा नहीं रहेगा.
जीपीएस कैमरा से लैस मशीन: मशीन जो गाद बाहर निकालेगी वो भी अब सड़क के किनारे नहीं छोड़ी जाएगी, बल्कि मशीन के साथ एक गाड़ी रहेगी जिस पर गाद निकाल कर मशीन गाड़ी के अंदर डाल देगी.उन्होंने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण के तहत रोबोटिक मशीन खरीदी गई है, ताकि किसी सीवर मैन की सीवर के अंदर मौत न हो. रोबोटिक मशीन के अंदर कई खासियतों के साथ जीपीएस कैमरा भी दिया गया है, जो रियल टाइम लोकेशन के साथ फोटो भी खींच कर भेजेगा. जिससे पता चल सकेगा की कर्मचारियों ने किस जगह कितना काम किया है.
मशीन के अंदर हाई टेक्नोलॉजी लाइट: मशीन में 125 किलो भार उठाने की भी क्षमता है. मशीन को चलाने के लिए दो सीवर मैन की आवश्यकता पड़ती है. उन्होंने कहा कि सीवर सफाई करने के लिए पहले कई कर्मचारियों को लगाना पड़ता था जहां कर्मचारी मैनुअल तरीके से सीवर के अंदर में घुसकर सफाई करते थे. जिसके चलते सीवर मैन की जान को खतरा भी बनता था. रोबोटिक मशीन की खासियत है कि रात के समय में भी सीवर की सफाई हो सकती है. मशीन के अंदर हाई टेक्नोलॉजी के लाइट भी लगाई गई है.