गंभीर रूप से बीमार परवेज मुशर्रफ लौटेंगे पाकिस्तान, सेना ने दी मंजूरी
गंभीर रूप से बीमार परवेज मुशर्रफ लौटेंगे पाकिस्तान, सेना ने दी मंजूरी
नई दिल्ली. पाकिस्तान के पूर्व जनरल परवेश मुशर्रफ की हालत इन दिनों और खराब होती जा रही है. हाल ही में उन्होंने अपने जीवन के आखिरी पलों को पाकिस्तान में बिताने की इच्छा जाहिर की थी. इस बीच पाकिस्तान सेना ने परवेज मुशर्रफ के परजिनों से अनुरोध किया है कि एयर एंबुलेंस के जरिये परवेज मुशर्रफ को पाकिस्तान लाया जा सकता है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तानी सेना ने मंगलवार को गंभीर बीमारी से ग्रस्त पूर्व जनरल परवेज मुशर्रफ की पाकिस्तान वापसी की सुविधा देने की पेशकश की है. इस वक्त परवेज मुशर्रफ संयुक्त अरब अमीरात के एक अस्पताल में भर्ती हैं. रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि सेना ने जनरल मुशर्रफ के परिवार से संपर्क किया और उनके इलाज और उन्हें घर वापस लाने में मदद की पेशकश की. रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें एयर एम्बुलेंस में देश वापस लाया जा सकता है. टीवी एंकर कामरान शाहिद ने ट्वीट कर लिखा है कि जनरल मुशर्रफ को वापस पाकिस्तान लाने की सभी व्यवस्थाएं परिवार की सहमति और डॉक्टरों की सलाह के बाद की जा रही हैं. इसमें एयर एम्बुलेंस भी शामिल है. संस्था (सेना की) अपने पूर्व प्रमुख के साथ खड़ी है.
बता दें कि 1999 से 2008 तक पाकिस्तान पर शासन करने वाले 78 वर्षीय मुशर्रफ पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया और 2019 में संविधान को निलंबित करने के लिए मौत की सजा दी गई. हालांकि बाद में उनकी मौत की सजा को निलंबित कर दिया गया था. उनके परिवार ने पुष्टि की है कि पूर्व जनरल अस्पताल में हैं और उनके ठीक होने की उम्मीद नहीं है. एक बयान जारी कर परिजनों ने कहा है कि जनरल मुशर्रफ अपनी बीमारी (एमाइलॉयडोसिस) की शिकायत के कारण पिछले तीन सप्ताह से अस्पताल में भर्ती हैंय वह एक मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं जहां रिकवरी संभव नहीं है और अंग खराब हो रहे हैं. उनके दैनिक जीवन में आसानी के लिए प्रार्थना करें.
वहीं शनिवार को रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा, ‘जनरल मुशर्रफ की तबीयत खराब होने को देखते हुए उनके घर वापसी में कोई बाधा नहीं आनी चाहिए. पिछली घटनाओं को इस संबंध में हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. बता दें कि सत्ता में रहते हुए जनरल मुशर्रफ ने बलूचिस्तान में आजादी की मांग करने वालों के साथ काफी बुरा सुलूक किया. सैकड़ों लोगों की हत्या कर दी गई. यही कारण है कि सत्ता जाने के बाद में बलूच महिलाओं ने अमेरिका से जनरल मुशर्रफ को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की मांग की थी.