चंडीगढ़ पंचकूला और मोहाली कैब-ऑटो संयुक्त मोर्चा की हड़ताल पर देखें क्या कुछ हुआ

चंडीगढ़ पंचकूला और मोहाली कैब-ऑटो संयुक्त मोर्चा की हड़ताल पर देखें क्या कुछ हुआ

चंडीगढ़  पंचकूला और मोहाली  कैब-ऑटो संयुक्त मोर्चा की हड़ताल पर देखें क्या कुछ हुआ

चंडीगढ़ पंचकूला और मोहाली कैब-ऑटो संयुक्त मोर्चा की हड़ताल पर देखें क्या कुछ हुआ

चंडीगढ़
चंडीगढ़ समेत पंचकूला और मोहाली में आज कैब-ऑटो संयुक्त मोर्चा की हड़ताल काफी कमजोर रही। आम दिनों की तरह सैकड़ों ऑटो सड़कों पर घूमते रहे। हालांकि कुछ कैब चालकों को उनकी यूनियन की तरफ से रुकवाया गया और सवारियां उठाने से मना किया। सवारियां उठाने वाले ऑटो चालकों ने बताया कि उन्हें हड़ताल की जानकारी ही नहीं थी। वहीं कुछ चालकों ने कहा कि उन्होंने ऑटो किराए पर लिए हुए हैं। ऐसे में ऑटो की किश्त उतारनी है और बच्चे भी पालने हैं। ऐसे में वह एक दिन की भी हड़ताल नहीं कर सकते।

दूसरी ओर सेक्टर 18 स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी(एसटीए) के ऑफिस के बाहर कुछ कैब और ऑटो चालक और संयुक्त मोर्चा के नेता जुटे। यहां उन्होंने कुछ नारेबाजी की। जिसके बाद एसटीए के अफसरों को अपनी मांगों संबंधी मांगपत्र दिया।

कैब और ऑटो चालकों ने बताया कि पेट्रोल-डीजल व सीएनजी के बढ़ते दामों के कारण उनकी रोजी रोटी बन्द होने की कगार पर है। चालकों ने बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन उनके कैब-ऑटो के रेट बढ़ाने का नोटिफिकेशन तो निकाल देता है, लेकिन उस रेट को लागू नहीं करवाता। दूसरी और कैब कंपनियां भी रेट बढ़ाने से गुरेज कर रही हैं। ऐसे में कैब-ऑटो चालकों के लिए घर चलाना भी मुश्किल हो गया है।

मोर्चे के मुताबिक उनकी इस हड़ताल के बाद भी ऑटो-कैब चालकों की मांगे न मानी गई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला लिया जाएगा। कुछ ऑटो चालकों ने सेक्टर 17 आईएसबीटी और सेक्टर 43 आईएसबीटी के पास अपनी मांगों को लेकर शांतिमय प्रदर्शन किया।

यह मांगे रखी हैं प्रशासन के समक्ष

ट्राईसिटी कैब-ऑटो संयुक्त मोर्चा के समन्वयक विक्रम सिंह पुंडीर ने कहा कि प्रशासन अपने नोटिफिकेशन में बढ़े हुए रेटों को एग्रीगेटर से लागू करवाए। इसके अलावा एसटीए और ओला उबर के विवाद में कैब -ऑटो चालकों को न पीसा जाए। यदि कोई टैक्स या फीस बकाया हो तो एग्रीगेटर से लें। ओला और उबर द्वारा नाजायज तरीके से बन्द चालकों की आईडी को खोला जाए। वहीं डेस्टिनेशन व रेट जानने का हक चालक को है, कैब एग्रीगेटर को स्पष्ट करना चाहिए। इसके अलावा सीटीयू बस स्टॉप की तर्ज पर पिक एंड ड्राप स्टॉप बनाए जाएं ।