SE of Karnal Municipal Corporation was finally caught, see from where the police arrested

करनाल नगर निगम का एसई आखिरकार पकड़ा गया, देखें पुलिस ने कहां से किया गिरफ्तार

SE of Karnal Municipal Corporation was finally caught, see from where the police arrested

SE of Karnal Municipal Corporation was finally caught, see from where the police arrested

चंडीगढ़। हरियाणा के करनाल जिले में पिछले दिनों नगर निगम के एसई के खिलाफ मामला दर्ज होने के उपरांत पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह पर छापे मार रही थी, लेकिन आरोपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ पा रहा था। आखिरकार इस कलाकार एसई दीपक किंगर को राजस्थान से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसपी गंगाराम पुनिया ने इसकी पुष्टि की है। पिछले 6 दिनों से पुलिस एसई की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही थी। अग्रिम जमानत रद्द होने के बाद टीम और ज्यादा सक्रिय हो गई थी। वहीं पीए विकास शर्मा को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

32 वीडियों में से 19 वीडियो में एसई, एसई के पीए ठेकेदारों से कमीशन व रिश्वत का लेन-देन करते हुए पाए गए। इससे पहले सिविल लाइन थाना पुलिस में दीपक किंगर ने वीडियो दिखाकर ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज करवाया था।

एसपी गंगाराम पुनिया ने बताया कि एसई दीपक किंगर ने 17 दिसंबर 2021 को थाना सिविल लाइन करनाल में शिकायत दी कि अज्ञात आरोपी फर्जी वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रंगदारी वसूलने और बदनाम करने की साजिश की है।

 स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट ने जांच करते हुए गांव हरसोला जिला कैथल निवासी शुभम उर्फ सन्नी और गांव मुरादपुर जिला रोहतक निवासी साहिल पुत्र रमेश को 27 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया है कि आरोपी स्मार्ट सिटी परियोजना कार्यालय करनाल में डीसी रेट पर कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है।

शिकायतकर्ता एसई दीपक किंगर नगर निगम के साथ-साथ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का भी काम देख रहा है। डीसी रेट पर लगे विकास शर्मा उनके पीए हैं। दोनों ने पूछताछ में खुलासा किया कि उनके पास एसई दीपक किंगर और विकास शर्मा द्वारा विभिन्न कार्यों के लिए ठेकेदारों से रिश्वत के पैसे/कमीशन के पैसे लेने की सूचना थी। उन्होंने सीसीटीवी कैमरा और ऑडियो रिकॉर्डिंग यंत्रों के माध्यम से कार्यालय में उनकी वीडियो और ऑडियो बना ली। इनमें नकदी लेन-देन को रिकॉर्ड करने में कामयाबी हासिल की।

पुलिस ने जांच के दौरान, आरोपी का मोबाइल फोन भी कब्जे में ले लिया। इसमें एसई दीपक किंगर और विकास शर्मा के नकदी लेन-देन की सीसीटीवी फुटेज है। उनके पास 8 से 12 मिनट की अलग-अलग 32 वीडियो हैं। इन 32 वीडियो में से 19 में पैसों का लेन-देन साफ नजर आ रहा

एडीसी की रिपोर्ट के बाद पुलिस ने केस दर्ज किया। अगले ही दिन एसई के पीए को गिरफ्तार किया। जो मौजूदा समय में न्यायिक हिरासत में है। डीएसपी हेड र्क्वाटर इसकी जांच कर रहे हैं। पुलिस की तरफ से जो कोर्ट में दलीलें रखी गई, उनके आधार पर अग्रिम जमानत रद्द कर दी गई है। पुलिस के बयानों में एसई दीपक किंगर व पीए विकास शर्मा ने अपना सुविधाजनक औचित्य देने को कहा था।