क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर हुआ करोड़ों का घोटाला, CBI ने 10 जगहों पर की छापेमारी
Cryptocurrency: सीबीआई ने 350 करोड रुपए से अधिक के क्रिप्टो करेंसी लेनदेन पर उच्च रिटर्न का वादा करने वाले डिजिटल करेंसी पोंजी स्कीम से संबंधित मामले में सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सात राज्यों और केंद्र प्रशासित प्रदेशों में 10 जगह पर तलाशी ली गई इस दौरान 34 लख रुपए की नकदी क्रिप्टोकरंसी वॉलेट में 38414 अमेरिकी डॉलर की डिजिटल वर्चुअल संपत्ति सहित कई आपत्तिजनक डिजिटल साक्ष्य एवं उपकरण भी बरामद किए गए।
निवेशकों के साथ हो रहा था फ्रॉड
आपको बता दें कि आपराधिक षड्यंत्र में काम करने वाले आरोपी क्रिप्टो करेंसी निवेश आधारित उच्च रिटर्न का वादा करते हुए विभिन्न निवेशकों को अपने झांसे में फंसा रहे थे। उन पर इन अनियमित जमा योजनाओं में निवेशकों को लुभाने के लिए झूठी व भ्रामक जानकारी को बढ़ावा देना, वादा करने व प्रसारित करने का भी आरोप है। जो भारतीय रिजर्व बैंक जैसे नियामक प्राधिकरणों से अपेक्षित अनुमोदन के बिना संचालित होते हैं। आपको बता दे की जांच में सीबीआई ने दिल्ली झारखंड पंजाब मध्य प्रदेश गुजरात तमिलनाडु और राजस्थान सहित साथ राज्यों और केंद्र प्रशासित प्रदेशों में 10 स्थान पर तलाशी अभियान चलाया था।
350 करोड़ से अधिक का लेन देन हुआ
इस क्रम में आरोपी व्यक्तियों के क्रिप्टोकरंसी वॉलेट में कुल 38414 अमेरिका डॉलर की डिजिटल वर्चुअल संपत्ति जप्त की गई, जिसे जांच के लिए डिजिटल रूप से सुरक्षित कर लिया गया है। इन पोंजी स्कीमों को कई सोशल मीडिया समूह के माध्यम से प्रोत्साहन दिया जा रहा था। इनके बैंक खातों के लेन-देन एवं क्रिप्टोकरंसी वॉलेट के विश्लेषण से पता चला कि इन स्कीमों से प्राप्त अवैध धनराशि को क्रिप्टो करेंसी में परिवर्तित किया जा रहा था। जांच में पता चला कि आरोपियों के पास कई बैंक खाते और क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज जैसे कि CoinDCX, WazirX, Zebpay तथा BitBins के साथ वर्चुअल डिजिटल एसेट वॉलेट है। 2 साल की अवधि में इन खातों एवं वॉलेट में 350 करोड रुपए से अधिक का लेनदेन भी हो चुका है।