सावन का महीना शुरू; कैसे करनी चाहिए शिव की पूजा? इन गलतियों से बचें, इस विधि को अपनाएं, आएगा धन-वैभव और बनी रहेगी खुशहाली
Sawan Mein Shiv Ki Pooja Kaise Karen
Sawan Mein Shiv Ki Pooja Kaise Karen: भगवान शिव को समर्पित सावन के पवित्र महीने की शुरुवात हो गई है। देशभर के शिव मंदिरों और 12 ज्योतिर्लिंगों में लोगों की भारी भीड़ जुट रही है। शिव की जय-जयकार कर लोग श्रद्धा-भाव के साथ विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर रहे हैं। ताकि सावन पर भगवान शिव रीझ जाएं और उनपर सदैव अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें। उन्हें आशीर्वाद देकर सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हुए धन वैभव और सुख-समृद्धि प्रदान करें। लेकिन क्या आप जानते हैं कि, सावन पर नित दिन शिव जी की पूजा कैसे करनी चाहिए? सावन पर शिव पूजा का सही ढंग क्या है? शिव जी की सही विधि क्या है? शिव पूजा के नियम क्या हैं? आइए आज हम आपको बता रहे हैं।
सावन पर ऐसे करें शिव की पूजा
वैसे भगवान शिव बड़े दयालु हैं। वह सबसे जल्दी रीझ जाते हैं। शिव की पूजा में सबसे ज्यादा महत्व आपकी श्रद्धा-भाव का है। आप कुछ भी न करें। सिर्फ सच्चे गहरे भाव से शिव को खाली पुकारते ही रहें। आपकी बात इतने में भी बन जाएगी। वहीं शिव जी सिर्फ एक लोटे जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन श्रद्धा-भाव के साथ शिव जी की विशेष पूजा का भी अपना महत्व है। इसलिए शिव जी की शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शक्कर और शहद से अभिषेक का खास महत्व माना गया है। शिव जी की पूजा में ये चीजें अवश्य अर्पित की जाती हैं।
सावन के दिनों में आप सुबह जल्दी स्नान करके साफ कपड़े पहनें। हो सके सफेद कपड़े धारण करें। व्रत रख रहें हैं तो बहुत अच्छा है। वहीं आप जब घर में शिव जी पूजा करने बैठें या मंदिर जाकर करें तो आप पहले से ही 'ऊं नमः शिवाय' मंत्र का जाप निरंतर करते रहें। शिव पूजा शुरू करने पर आप सबसे पहले शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाएं। फिर भगवान शिव का जलाभिषेक करें।
इसके बाद दूध, दही, घी, शक्कर और शहद से अभिषेक करें। और बाद में फिर से भगवान शिव का जलाभिषेक करें और इसके बाद उनपर सफेद चंदन, अक्षत, सफेद फूल, बेल पत्र, धतूरा, सुपारी,भस्म आदि चढ़ाएं। शमी के पत्ते भी चढ़ाएं। भगवान शिव को सुगंधित फूल-माला अप्रित करें। ध्यान रहे कि, केतकी का फूल नहीं चढ़ाना है। सिंदूर भी नहीं चढ़ाना है। भगवान शिव को आप फल-मिठाइयों का भोग लगाएं और आखिर पूजा खत्म होने पर उनकी आरती जरूर करें। आपको बतादें कि, सावन के दिनों में आप शिवलिंग पर हरी मूंग के 108 दाने भी चढ़ा सकते हैं। ऐसा करना शुभ होता है।
इस साल सावन दो महीने का है
अद्भुत संयोग यह है कि, अधिक मास (मलमास) होने की वजह से अबकी बार सावन दो महीने का होगा। 31 अगस्त को सावन का आखिरी दिन है। जहां ऐसे में इस बार भक्तों के पास भगवान शिव को प्रसन्न करने का खूब मौका है। सावन के दो महीनों में भक्त भगवान शिव को अपनी श्रद्धा समर्पित कर रिझा सकते हैं। सावन के सोमवारों का अत्यधिक विशेष महत्व है। शिवजी की कृपा पाने के लिए सावन के सोमवार सबसे शुभफलदायी माने जाते हैं।
इस बार सावन दो महीने का होने की वजह से कुल 8 सोमवार आपको मिलेंगे। यानि इस बार आप सावन के 4 या 5 नहीं कुल 8 सोमवार व्रत रख सकते हैं और भगवान शिव की खास पूजा कर सकते हैं। सावन में 8 सोमवारों का संयोग बेहद शुभ है। सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को पड़ेगा और आखिर सोमवार 28 अगस्त को रहेगा। बतादें कि, सावन के सोमवार पर शाम की पूजा शुभ मानी जाती है। ऐसी मान्यता है कि शाम के वक्त प्रदोष काल में रुद्राभिषेक करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।