IND vs SA 1st ODI: संजू सैमसन ने बताया कहां हो गई चूक नहीं तो जीत जाते मैच
IND vs SA 1st ODI
IND vs SA 1st ODI: गुरुवार रात भारत को पहले वनडे में साउथ अफ्रीका के हाथों 9 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में भारतीय विकेट कीपर बल्लेबाज संजू सैमसन ने 86 रनों की नाबाद पारी खेली, मगर वह टीम को जीत नहीं दिला पाए। मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में सैमसन ने कहा कि वह हमेशा टीम को जीताने के लिए ही खेलते हैं मगर आज वह थोड़ा शॉट रह गए। आखिरी ओवर में भारत को 30 रनों की दरकार था, मगर सैमसन इस ओवर से 20 ही रन बटोर पाएं। मैच के बाद सैमसन ने टीम इंडिया के प्लान के बारे में भी बात की।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सैमसन ने कहा 'मैं अब थोड़ा समय विकेट पर गुजारना पसंद करता हूं। भारत की जर्सी पहनकर थोड़ा और स्पेशल हो जाता है। हम खेलते हैं तो टीम को मैच जीताने के लिए ही खेलते हैं, मगर आज थोड़ा शॉट रह गया, दो शॉर्ट रह गए, अगली बार इसे पूरा करने को देखूंगा। मैं अपने प्रदर्शन से सहमत हूं।'
उन्होंने आगे कहा 'प्लान ऐसा था कि उनके गेंदबाज अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे, मगर शम्सी आज रन दे रहे थे। तो हमें लग रहा था कि हम उन्हें टारगेट कर सकते हैं। उनका एक ओवर अंत में रह गया था। तो मैं यही सोच रहा था कि अगर आखिरी ओवर में 24 रन चाहिए होंगे तो मैं 4 छक्के लगा सकता हूं। इस वजह से मैं मैच को लास्ट तक लेकर जा रहा था।'
भारत की हार की वजह टॉप ऑर्डर का फ्लॉप होना भी रहा। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और शुभमन गिल सस्ते में पवेलियन लौट गए थे, वहीं ऋतुराज गायकवाड़ और ईशान किशन भी बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे। सैमसन ने इस मुद्दे पर कहा कि पहले 15-20 ओवर बल्लेबाजों के लिए खेलना मुश्किल था।
27 साल के इस खिलाड़ी ने कहा 'इस पिच पर नए बॉल से रन बनाना मुश्किल था। 15-20 ओवर के बाद उनकी तरफ से मिलर और क्लासेन ने अच्छा बैटिंग किया, उस समय खेलना थोड़ा आसान हो गया था क्योंकि बॉल हिल नहीं रही थी। 15-20 ओवर के बाद हमारे लिए भी बैटिंग आसान हो गया था। मैंने, श्रेयस और शार्दुल ने अच्छा बैटिंग किया।'
भारत के लिए खेलने को लेकर सैमसन ने कहा 'मैं भाग्यशाली हूं जो मुझे भारत के लिए खेलने का मौका मिला। टीम इंडिया में इतने बड़े बड़े सुपर स्टार है फिर भी आपको इतना सपोर्ट मिला और लोग आपको इतना चाहते हैं। लोग मेरी बैटिंग को पसंद कर रहे हैं मुझे इतना चाहते हैं, तो यह मेरे लिए बहुत बड़ा मोटीवेशन है। बचपन में जब हम क्रिकेट खेलना शुरू करते हैं तो यही सब चाहते हैं। मेरा सपना यही था और अब यह पूरा हो रहा है। अब उनकी उम्मीद मेरे से बढ़ गई है तो मैं प्रैक्टिस सेशन 2 की जगह 4 घंटे का कर रहा हूं।'