प्रशासन की सोलर पैनल लगाने के मनमानी पर संजय टंडन ने जताई आपत्ति

प्रशासन की सोलर पैनल लगाने के मनमानी पर संजय टंडन ने जताई आपत्ति

Decision of Installing Solar Panels

Decision of Installing Solar Panels

बोले : यूटी प्रशासन की मनमानी बारे केंद्र सरकार को पत्र लिखकर कराया जाएगा अवगत 

सलाह : प्रशासन को जनहित में करना चाहिए काम, जनविरोधी फैसलों से जनता में बढ़ता है रोष 

चंडीगढ़, 18 सितंबर। Decision of Installing Solar Panels: चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा शहरवासियों को सोलर पैनल लगाने की मनमानी पर भाजपा नेता संजय टंडन कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यूटी प्रशासन शहरवासियों पर मनमाने फैसले न थोपे। प्रशासन की ओर से मकान मालिकों को नोटिस जारी कर सोलर पैनल लगाने न लगाने पर संपत्ति जब्त करने की चेतावनी देना भी सरासर गलत है, यह जनहित में नहीं है। प्रशासन जनभानवाओं के साथ खिलवाड़ कर रहा है, प्रशासन की मनमानी से हर शहरवासी में रोष है। प्रशासन की मनमाने फैसलों बारे केंद्र सरकार को अवगत कराया जाएगा। बाकायदा, गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर यूटी प्रशासन के जनविरोधी फैसलों बारे अवगत कराएं।

भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं हिमाचल सह प्रभारी संजय टंडन ने प्रशासन द्वारा मकान मालिकों को नोटिस जारी कर दो माह की समय सीमा के भीतर सोलर पैनल की चेतावनी देना भी सरासर गलत है। 

उन्होंने कहा कि यूटी प्रशासन का यह फैसला तानाशाहपूर्ण है, जिससे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही उन्होंने, संपत्ति जब्त करने के फैसले को निंदनीय करार देते हुए कहा कि सोलर पैनल लगाने में असमर्थ या फिर प्रशासन के फैसले से असहम व्यक्ति पर प्रशासन द्वारा बेवजह दबाव बनाया जा रहा है। 

उन्होंने हैरानी जताई कि यूटी प्रशासन ऐसा, बेतुका और नासमझी भरा फैसला कैसे ले सकता है। उन्होंने यूटी प्रशासन को आग्रह किया है कि वे अपने तानाशाही फैसले को वापस लें और लोगों को मनमाने फैसले न थोपें।

रेन वाटर हारवेस्टिंग पर भी जताई आपत्ति 

भाजपा नेता संजय टंडन ने सोलर पैनल के साथ रेन वाटर हारवेस्टिंग यानि वर्षा जल संरक्षण को लेकर प्रशासन के फैसले पर आपत्ति जताई। उन्होंने प्रशासन को सलाह दी कि लोगों पर मनमाने फैसले थोपने की बजाय शहर के सीवरेज सिस्टम से लेकर पानी निकासी संसाधनों को मजबूती दी जाए। यूटी प्रशासन को जनहित में फैसले लेने चाहिए, न कि जनविरोधी। जनविरोधी फैसलों से जनता में असंतोष बढ़ता है।

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