संरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता - आशुतोष गंगल महाप्रबंधक, उत्तर रेलवे
Indian Railways
· संरक्षा पर बल
· गतिशीलता में वृद्धि और ढांचागत कार्यों पर बल
· माल लदान और आय में वृद्धि पर बल
Indian Railways: उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक, श्री आशुतोष गंगल ने उत्तर रेलवे(Northern Railway) के विभागाध्यक्षों तथा मंडल रेल प्रबंधकों के साथ आज प्रधान कार्यालय, बड़ौदा हाउस, नई दिल्ली में उत्तर रेलवे की कार्य प्रगति की समीक्षा की । बैठक में अन्य विषयों के साथ-साथ प्लेटफॉर्मों का विस्तार, प्लेटफॉर्मों की सतह का ऊँचा करने, वाशेबल एप्रन, दूसरे प्रवेश द्वार का प्रावधान, फुट-ओवर-ब्रिजो, एस्केलेटरों, लिफ्टों, पंखों, पेयजल, लाइटिंग, यात्री उदघोषणा प्रणाली, दिव्यांगजनों के लिए शौचालय, मुख्य द्वार सहित स्टेशन भवन का सुधार जैसी यात्री सुविधाऍं स्टेशनों पर उपलब्ध कराने जैसे विषयों पर चर्चा की गयी । उन्होंने गतिशीलता वृद्धि तथा अन्य विकासात्मक ढॉंचागत कार्यों तथा माल लदान की प्रगति की भी समीक्षा की ।
उन्होंने रेलगाडि़यों की समयपालनबद्धता के बेहतर रिकॉर्ड के बनाए रखने और गतिशीलता वृद्धि से जुडे कार्यों की प्रगति जॉंचने के लिए चलाए गए अभियानों में तेजी लाने के निर्देश दिए । उन्होंने जोन पर रेलपथों, वैल्डों के अनुरक्षण मानकों को बेहतर बनाने और रेल पथों के निकट पडे स्क्रैप को हटाने के कार्य की समीक्षा भी की । महाप्रबंधक ने रेलपथों के किनारों पर उग आई वनस्पतियों को हटाने और पेड़ों की छँटाई करने के कार्यों का जायज़ा लिया ।
श्री गंगल ने ये भी बताया कि भारतीय रेल द्वारा ट्रेन के पटरी से उतरने, सिग्नल पासिंग एट डेंजर (एसपीएडी) और अन्य प्रकार की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए दिनांक 19.02.2023 से एक महीने तक चलने वाले गहन सुरक्षा अभियान की शुरुआत की गई है। क्षेत्रीय रेलवे और रेल मंडलों के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं कि वे विभिन्न सेक्शनों, लॉबियों, अनुरक्षण केंद्रों, कार्यस्थलों आदि पर जाएं और दुर्घटनाओं/असामान्य घटनाओं को रोकने के लिए निर्धारित सुरक्षित परिचालन एवं अनुरक्षण कार्यप्रणालियों की जांच करें एवं उन्हें लागू करने के लिए कार्यप्रणालियों की गहन समीक्षा भी करें। सहायक लोको पायलटों/लोको पायलटों द्वारा सिग्नलिंग पहलुओं और ब्रेकिंग कार्यपद्धतियों के अनुपालन; गति प्रतिबंधों के अनुपालन; ट्रैक मशीनों/टॉवर वैगनों के ऑपरेटरों की काउंसलिंग; कार्य स्थल की सुरक्षा; शॉर्ट-कट आदि की रोकथाम पर विशेष बल दिया गया है। अधिकारियों को परिचालन/रखरखाव/कार्य पद्धतियों का निरीक्षण करने के लिए सैक्शन/लॉबी/अनुरक्षण केंद्र/कार्यस्थल में पर्याप्त समय बिताने और क्षेत्र के कर्मचारियों द्वारा सामना की जाने वाली समस्याओं को समझने और उनके समाधान के लिए उचित एवं अनुचित कार्यप्रणालियों पर कर्मचारियों के साथ बातचीत करने के निर्देश दिये गये हैं।
श्री गंगल ने रेल परिचालन में मानवीय असफलताओं को कम करने तथा रेल दरारों और रेल वैल्डों की गहन निगरानी करने पर बल दिया । उन्होंने कहा कि इन कामों में कोई त्रुटि नहीं होनी चाहिए । उन्होंने कहा कि अधिकारियों को कार्यों और रेल परिचालन की प्रगति जांचने के लिए अपने निरीक्षण बढ़ाने चाहिए ।
उन्होंने यह भी बताया कि हर गुजरते माह के साथ खाद्यान्न और अन्य मदों के लदान में वृद्धि हुई है ।
उत्तर रेलवे अपने ग्राहकों को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है ।
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