रूसी सैनिक ने यूक्रेन से मांगी माफी, बोला- मैं जानता हूं कि आप मुझे माफ नहीं कर पाएंगे...

रूसी सैनिक ने यूक्रेन से मांगी माफी, बोला- मैं जानता हूं कि आप मुझे माफ नहीं कर पाएंगे...

रूसी सैनिक ने यूक्रेन से मांगी माफी

रूसी सैनिक ने यूक्रेन से मांगी माफी, बोला- मैं जानता हूं कि आप मुझे माफ नहीं कर पाएंगे...

क्रेन (Ukraine) में युद्ध अपराध (War Crimes) को लेकर मुकदमा (Trial) झेल रहे पहले रूसी सैनिक (Russian soldier)  ने "माफी" की मांग की है. उसने एक विस्तृत जानकारी दी कि कैसे उसने शुरूआती रूसी आक्रमण के दौरान नागरिकों की जान ली.  21 साल के रूसी सार्जेंट वादिम शिशिमरीन ने अदालत में कहा, "मैं जानता हूं कि आप मुझे माफ नहीं कर पाएंगे, लेकिन फिर भी मैं माफी मांगता हूं."  वादिम ने 62 साल के उस वृद्ध की पत्नि को संबोधित करते हुए यह कहा जिनके बारे में वादिम यह स्वीकार कर चुका है कि उनकी हत्या उसने आक्रमण के पहले दिन की थी. कीव में नागरिकों की खुलेआम हत्या करने के आरोपी रूसी सैनिक पर मुकदमा चल रहा है. यूक्रेन में जंग शुरू होने के बाद इस तरह का पहला मामला है.

दूसरी ओर रूस ने कहा कि मारियुपोल से यूक्रेन के और लड़ाकों ने आत्मसमर्पण किया, अब तक इस संयंत्र से निकले लड़ाकों की कुल संख्या 1,730 हो गयी है.इंटरनेशनल रेड क्रॉस ने कहा कि उसने यूक्रेन के ‘‘सैकड़ों'' युद्ध बंदियों को पंजीकृत किया है, जो मारियुपोल में अजोवस्ताल इस्पात संयंत्र छोड़कर चले गए 

युद्ध अपराध क्या है?

द कन्वर्सेशन के मुताबिक यह विचार करने में कि क्या युद्ध अपराध किए गए हैं, कानूनी व्याख्या में झोल हैं.  यही कारण है कि फोरेंसिक आपराधिक जांच सच्चाई को उजागर करने में महत्वपूर्ण है.

अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून नागरिकों या उनकी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर पूरी तरह से रोक नहीं लगाता है, और नागरिकों को कुछ क्षति को सहन करता है. हालांकि, जब नागरिकों या नागरिक वस्तुओं पर जानबूझकर हमलों की बात आती है तो कानून स्पष्ट नहीं है. ये युद्ध अपराध हैं, जब तक कि एक नागरिक वस्तु का उपयोग सैन्य उद्देश्यों के लिए भी नहीं किया जा रहा है और इस तरह एक सैन्य लक्ष्य बन जाता है.

अनुपातहीन हमले भी युद्ध अपराध हैं. ये ऐसे हमले हैं जो सैन्य लक्ष्य पर हमला करने के सैन्य लाभ के सापेक्ष बड़ी संख्या में नागरिकों के हताहत होने का कारण बनते हैं. इसलिए, उदाहरण के लिए, इसमें एक अपार्टमेंट इमारत पर एक मिसाइल हमला शामिल हो सकता है जिसमें रूसी सेना को पता था कि सैन्य लाभ कम मिलेगा, लेकिन बड़ी संख्या में नागरिक हताहत होंगे.

अंतर्राष्ट्रीय कानून अंधाधुंध हमलों पर भी रोक लगाता है. इनमें घनी आबादी वाले शहरी क्षेत्रों में सैन्य लक्ष्यों के खिलाफ कुछ हथियारों का उपयोग करना शामिल हो सकता है, जैसे कि तोपखाने, क्लस्टर युद्ध सामग्री या थर्मोबैरिक ‘‘वैक्यूम'' बम, जिनके व्यापक प्रभाव से नागरिकों को मारने का जोखिम भी होता है.

रूसी सैनिकों पर पहले से ही यूक्रेन में नागरिक क्षेत्रों में क्लस्टर हथियारों और वैक्यूम बमों का उपयोग करने का आरोप लगाया गया है.  दोनों का इस्तेमाल रूसी सेना ने 1990 के दशक में विनाशकारी चेचन युद्धों में भी किया था.

अन्य युद्ध अपराधों में बंदियों की हत्या, यातना, बंधक बनाना, अवैध हिरासत और संपत्ति को नष्ट करना शामिल हैं.

दूसरे पक्ष की सैन्य वर्दी (जैसे कि यूक्रेनी वर्दी पहने हुए संभावित रूसी तोड़फोड़ करने वाले), या बिना किसी सैन्य प्रतीक चिन्ह के नागरिक के रूप में किसी को मारना या घायल करना भी एक युद्ध अपराध है.