BJP पर RSS का बड़ा बयान; संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने कहा- अहंकार किया तो भगवान राम ने नहीं दी शक्ति, 240 पर रोक दिया
RSS Indresh Kumar Says Lord Ram Not Gave Majority To BJP Due To Arrogant
RSS Leader Indresh Kumar: भारतीय जनता पार्टी (BJP) को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का रुख बदला-बदला नजर आ रहा है। बीजेपी पर आरएसएस की तरफ से लगातार की जा रहीं टिप्पणियां चर्चा के केंद्र में हैं। देश में 'संघ बनाम बीजेपी' की तस्वीर देखी जा रही है। दरअसल, हाल ही में जहां आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने मणिपुर हिंसा समेत अन्य चीजों को लेकर बीजेपी के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार को घेरा था तो वहीं अब आरएसएस कार्यकारिणी के सदस्य और संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने बीजेपी को लेकर बड़ा बयान दिया है।
इंद्रेश कुमार ने कहा कि, रामभक्ति करने वाली पार्टी अहंकारी बनी। जिसका नतीजा यह हुआ कि लोकसभा चुनाव-2024 में भगवान राम ने उसे पूर्ण शक्ति (बहुमत) नहीं दी। भगवान ने इस पार्टी को 240 पर ही रोक दिया। इंद्रेश कुमार ने कहा कि, भगवान राम का यही न्याय है। राम सबके साथ न्याय करते हैं और उनका न्याय बड़ा सत्य है। इसके अलावा इंद्रेश कुमार ने विपक्षी इंडिया गठबंधन को लेकर भी निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि, जिनको भगवान राम पर श्रद्धा नहीं थीं, राम का विरोध करते थे। उनमें से किसी को भी शक्ति (बहुमत) नहीं मिली और वह 234 पर रह गए। बता दें कि, आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने इस बयान के साथ किसी पार्टी का नाम नहीं लिया लेकिन उनका इशारा बिलकुल सीधा था। वह जयपुर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
भगवान राम ने अहंकार पर प्रहार किया
दरअसल, इंद्रेश कुमार का कहना था- साल 2024 के लोकसभा चुनाव को ही देखिये, जिन लोगों ने राम की भक्ति की थी, उनमें धीरे-धीरे अहंकार आ गया। जहां इसी अहंकार के चलते भगवान राम ने उस पार्टी को सबसे बड़ी पार्टी तो बना दिया लेकिन उसको जो पूर्ण हक मिलना चाहिए था, जो पूर्ण शक्ति मिलनी चाहिए थी। वो भगवान ने अहंकार के कारण रोक दी। उस पार्टी को उसके अहंकार के कारण 240 सीटों पर ही भगवान ने रोक दिया और उससे ताकत छीन ली। प्रभु का न्याय बड़ा विचित्र नहीं, बड़ा सत्य है। इंद्रेश कुमार ने कहा कि, जिन्होंने राम का विरोध किया, वह सभी मिलकर भी नंबर 1 की जगह नंबर 2 पर खड़े रहे। उन सबको मिलाकर 234 पर रोक दिया गया।
फिलहाल, जिस हिसाब से संघ के अंदर से इस तरह के बयान सामने आ रहे हैं उससे यह समझ आ रहा है कि संघ ने अपनी एक लाइन ली है। संघ को कहीं न कहीं बीजेपी का व्यवहार अच्छा नहीं लगा है और उसी चुभन में संघ की मंच से बीजेपी के लिए नसीहत के रूप में टिप्पणियाँ सामने आ रहीं हैं। बीजेपी को लेकर संघ का बर्ताव मुखर हो रखा है। देखना यह होगा कि, यह जो टकराव है, वो कहां जाकर थमता है और क्या परिणाम सामने आता है।
वहीं दूसरी ओर इस पूरे मामले में बीजेपी का स्टैंड भी देखने लायक होगा। खास बात यह है कि, संघ और बीजेपी को अलग करके नहीं देखा जाता है। संघ और बीजेपी का ताल्लुक किसी से छुपा नहीं है। लेकिन ऐसे में यह सब होना है क्या कहलाता है। यह देखना होगा। लग रहा है कि, RSS का अंदरखाना BJP से जमकर नाराज है।