रोहित शर्मा ने रिटायरमेंट लेने का मन बना लिया है? क्या इसलिए टेस्ट क्रिकेट में नहीं लग रहा है रोहित का मन ?
Rohit Sharma Retirement: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में पिछले महीने से लेकर अब तक रोहित शर्मा ने जितने भी रन बनाए हैं वह जसप्रीत बुमराह द्वारा लिए गए विकेट की संख्या से केवल एक ही ज्यादा है। कहने का तात्पर्य है की टेस्ट क्रिकेट में लगातार रोहित शर्मा का खराब प्रदर्शन लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर रहा है कि रोहित शर्मा अब शायद रिटायरमेंट लेने वाले हैं।
सोशल मीडिया पर उड़ा मज़ाक
अभी कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर रोहित शर्मा के द्वारा बनाए गए रन और जसप्रीत बुमराह के लिए हुए विकेट के आंकड़ों को लेकर काफी मजाक बनाया जा रहा है। सोशल मीडिया में हंसी मजाक बनाने के लिए यहां आंकड़ा काफी अच्छा है लेकिन अगर इसे गंभीरता से देखें तो यह रोहित शर्मा के लिए एक बेहद ही दुखद प्रतिबिंब है। हालांकि इसमें कोई शक नहीं है कि रोहित शर्मा एक जांबाज बल्लेबाज और भारतीय कप्तान है, लेकिन लंबे समय तक खराब फार्म में स्पष्ट रूप से उनके निर्णय लेने की क्षमता को खराब जरूर कर दिया है। फिलहाल तो ब्रिस्बेन में बारिश ने भारत को बचा लिया लेकिन एम सी जी में 5 दिन के टेस्ट क्रिकेट ने एक और कड़ी चेतावनी दी है, कि भारतीय कप्तान का समय खत्म हो रहा है। लोगों को अब इस बात पर विश्वास होते जा रहा है कि रोहित शर्मा जल्द ही इस टेस्ट क्रिकेट के बाद रिटायर होने वाले हैं, इसलिए उनका मन खेल में नहीं लग रहा है। हालांकि बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों और चयनकर्ताओं के साथ रिटायरमेंट को लेकर रोहित शर्मा की बातचीत चल रही है, यह समझा जा रहा है कि रोहित शर्मा ने पहले ही अपना मन बना लिया है।
रोहित शर्मा कब लेने वाले है रिटायरमेंट?
हालांकि रोहित शर्मा के रिटायरमेंट की घोषणा कब और कहां होगी यह किसी को भी अनुमान नहीं है लेकिन यह बहुत कम संभावना है कि भारतीय कप्तान बीजीटी के बाद भी किसी अन्य खेल में नजर आने वाले हैं। अगर भारत विश्व चैंपियनशिप में फाइनल तक पहुंचता है तो निःसंदेह रोहित शर्मा कोशिश करेंगे कि वे चयनकर्ताओं को मना ले और इस चैंपियनशिप के अंत तक रहे। इसके अलावा यदि ऐसा नहीं होता है तो यह उनका आखिरी टेस्ट मैच होगा। फिलहाल तो रोहित शर्मा के लिए एक बड़ा सवाल रिटायरमेंट का नहीं है बल्कि यह है कि रोहित प्लेइंग 11 में शामिल होने के हकदार है या नहीं? क्योंकि रोहित शर्मा का लगातार खराब प्रदर्शन 2024 में टेस्ट औसत 20 के मध्य में रहा और उन्होंने खेले गए 14 टेस्ट में केवल दो शतक और दो अर्धशतक बनाए हैं 14 टेस्ट मैचों में 619 रन किसी भी बल्लेबाज को सेटअप से बाहर कर देते हैं। लेकिन रोहित कप्तानी और प्रतिष्ठा के कारण जितना उन्हें चाहिए था उससे अधिक समय तक टिके रहने में सफल रहे।